सामान्य ज्ञान
सन् 1951 में डॉ. अर्नेस्ट टी. क्रेब्स जूनियर और उनके पिता ने खुबानी के बीज से ही विटामिन बी-15 या पेन्गेमिक एसिड की भी खोज की थी। इसे ‘त्वरित ऑक्सीजन’ भी कहते हैं। विटामिन बी-15 मीथियोनीन नामक एमाइनों एसिड के निर्माण में मदद करता है। यह एक उत्कृष्ट एन्टी-ऑक्सीडेंट भी हैं।
यह ग्लूकोज़ के ऑक्सीकरण में मदद करता है और कोशिकाओं को भरपूर शक्ति और लंबी उम्र देता है। यह यकृत का शोधन करता है, कॉलेस्ट्रोल कम करता है, प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करता है और अंत: स्रावी ग्रंथि तंत्र और स्नायु तंत्र को नियंत्रित रखता है। यह भी विवादास्पद विटामिन रहा है। अमेरीका में सन् 1970 तक विटामिन बी-15 बी-कॉम्प्लेक्स ग्रुप में शामिल था, पर बाद में इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। रूस में इस पर बहुत शोध हुआ है। यह मांस पेशियों में लेक्टिक एसिड का संचय कम करता है, मांस पेशियों की थकावट कम करता है और इनकी कार्यक्षमता बढ़ाता है। विटामिन बी-15 खुबानी तिल और कद्दू के बीज, भूरे चावल आदि में पाया जाता है। विटामिन बी-15 का प्रयोग अहल्कोलिज्म, ड्रग एडिक्शन, ब्रेन डेमेज, शीज़ोफ्रेनिया, हृदय रोग, उच्च रक्त चाप, मधुमेह, यकृत रोग, अस्थमा, गठिया, त्वचा रोग, थकान आदि बीमारियों में किया जाता है। यह अच्छा स्वास्थ्यवर्धक और आयुवर्धक है।