सामान्य ज्ञान

गरूड़ वसुधा
31-Jan-2021 12:26 PM
गरूड़ वसुधा

गरूड़ वसुधा, भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण जी. एस. आई. का आधुनिक हल्का हेलीकॉप्टर है जो हेलीबोर्न भू-भौतिकी सर्वेक्षण प्रणाली (एच.जी.एस. एस) ये युक्त है। यह धु्रव श्रेणी का हेलीकॉप्टर है जिसका विकास भारतीय एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एच.ए.एल.) ने किया है एचजीएसएस, चार हवाई भू-भौतिकी सेंसरों से युक्त है, जिनमें टाइम डोमेन इलैक्ट्रोमैग्नेटिक, मैगनेटिक, स्पैक्ट्रोमैट्रिक एवं डाटा अधिग्रहण प्रणाली सहित ग्रेवीमैट्रिक सेंसर है। इन्हें कनाडा की मैसर्स पीको एनवारोटेक इंकार्प से प्राप्त किया गया है। सेंसर प्रणाली को जोडऩे तथा समायोजन का कार्य एचएएल में किया गया है। एचजीएसएस प्रणाली की कुल लागत 63 करोड़ रूपए है और अत्याधुनिक प्रणाली से युक्त एचजीएसएस देश के विभिन्न भू-गर्भीय गहरे क्षेत्रों में नीचे दबे विभिन्न खनिजों का पता लगाने की देश के भू-भौतिकी सर्वेक्षण क्षमता में इजाफा करेगा।
भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण की दूरस्थ संवेदी एवं हवाई सर्वेक्षण शाखा आरएसएएस इसे दूसरी पीढ़ी के हवाई भौगोलिक सर्वेक्षण के लिए इस्तेमाल करेगी। 
टाइम-डोमेन इलेक्टोमैगनेटिक (टीडीइएम)- यह सेंसर अपने तीव्रता के द्वारा जमीन में विभिन्न क्षेत्रों में 300 मीटर की गहराई तक दबे खनिजों का पता लगाने में सक्षम है। खनिजों के खनन में व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल की जाने वाली इलैक्ट्रोमैग्नेटिक तकनीकों में से यह एक है जिसका इस्तेमाल हीन धातु सल्फाईड आदि का पता लगाने के लिए किया जाता है। टीडीइएम प्रणाली (पीटीएचइएम) को पीको इनवारोटेक, कनाडा ने विकसित किया है।

संगीत नाटक अकादमी
संगीत नाटक अकादमी सभी कला प्रदर्शन के लिए भारत की राष्ट्रीय अकादमी है। संगीत नाटक अकादमी को वर्ष 1952 में एक स्वायत्त निकाय के रूप में स्थापित किया गया। यह पूरी तरह से संस्कृति मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है। भारत सरकार ने एक संसदीय प्रस्ताव द्वारा एक स्वायत्त संस्था के रूप में संगीत नाटक अकादमी की स्थापना करने का निर्णय किया।
भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 28 जनवरी 1953 को देश भर में नृत्य, नाटक और संगीत के रूप में प्रदर्शन कला को बढ़ावा देने के लिए संगीत नाटक अकादमी का उद्घाटन किया। संगीत नाटक अकादमी ने तिरुवनंतपुरम में कुट्टियटम, नई दिल्ली में सत्त्रिया नृत्य केंद्र, कथक केन्द्र, और इंफाल में मणिपुर नृत्य अकादमी सहित कई संस्थानों की स्थापना की। संगीतकार और अभिनेता शेखर सेन 29 जनवरी 2015 को संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। उन्हें तत्काल प्रभाव से 5 साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया।
जाने-माने संगीतकार और अभिनेता शेखर सेन  को जनवरी, 2015 में संगीत नाटक अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो छत्तीसगढ़ से संबंधित हैं।  शेखर सेन ने लीला सैमसन का स्थान लिया जिन्होंने 5 सितंबर 2014 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
 

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