सामान्य ज्ञान
सोवियत संघ के नेता जोज$फ$ स्टालिन ने 1928 में पंचवर्षीय योजना की शुरुआत की थी। जब उन्होंने सत्ता संभाली तो सोवियत संघ काफ$ी पिछड़ा हुआ देश था। अधिकांश आबादी खेती करती थी और औद्योगीकरण नहीं के बराबर था।
स्टालिन के सलाहकारों ने कहा कि खेती के आधुनिकीकरण के लिए 250 हज$ार अतिरिक्त ट्रैक्टर चाहिए। उन्हें चलाने के लिए तेल की ज$रूरत थी। इसलिए 1928 में पहली पंचवर्षीय योजना लागू की गई जिसका उद्देश्य लोहा, इस्पात, मशीनें, बिजली और यातायात के साधनों का विकास करना था। स्टालिन ने बड़े मुश्किल लक्ष्य रखे थे जिन्हें प्राप्त करने के लिए बड$ी सख्ती बरती जाती थी। जो लोग ये लक्ष्य प्राप्त न कर पाते उन्हें लेबर कैम्पों में भेज दिया जाता। नतीजा ये हुआ कि कोयले, तेल, बिजली और लोहे का उत्पादन कई कई गुना बढ़ा गया।
वामदेव
वामदेव ऋग्वेद के चतुर्थ मंडल के सूत्तद्रष्टा, गौतम ऋषि के पुत्र तथा जन्मत्रयी के तत्ववेत्ता हैं । कहा जाता है कि उन्हें गर्भावस्था में ही अपने विगत दो जन्मों का ज्ञान हो गया था और उसी अवस्था में इंद्र के साथ तत्वज्ञान पर इसकी चर्चा हुई थी। वैदिक उल्लेखानुसार सामान्य मनुष्यों की भांति जन्म न लेने की इच्छा से इन्होंने माता का उदर फाडक़र उत्पन्न होने का निश्चय किया। किंतु माता द्वारा अदिति का आवाहन करने और इंद्र से तत्वज्ञान चर्चा होने के कारण ये वैसा न कर सके। तब यह श्येन पक्षी के रूप में गर्भ से बाहर आए ।
एक बार इंद्र श्येन पक्षी (बाज) के रूप में अवतीर्ण हुए। युद्ध में वामदेव ने इंद्र को परास्त किया और उन्हें ऋषियों के हाथ बेच दिया (बृहद्देवता 4,126, 131)। ये सारी कथाएं प्रतीकात्मक तथा रूपकात्मक होने के कारण असंगतियों से युक्त और अस्पष्ट हैं।
वामदेव नाम के अनेक पुराणेतिहासिक व्यक्तियों का उल्लेख प्राप्त होता है जिनमें मनु-शतरूपा के पुत्र रूप में शिवावतार (मत्स्य. 4.27. 30-21), अंगिरस् और सुरूपा का पुत्र (ब्रह्मांड. 3.1); रामचंद्र के समय के एक ऋषि और ग्यारह रुद्रों में से दसवें रुद्र (भाग. 2,12,7) आदि उल्लेखनीय हैं।