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दुनिया का पहला इलेक्ट्रानिक शेयर बाजार
08-Feb-2021 12:56 PM
दुनिया का पहला इलेक्ट्रानिक शेयर बाजार

दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक शेयर बाजार नैस्डैक की शुरुआत  8 फरवरी, 1971 को हुई। अमेरिका के वॉल स्ट्रीट पर पिछले चार दशकों से भी ज्यादा समय से नैस्डैक वित्तीय बाजार का केन्द्र बना हुआ है।
बाजार में लगी कुल पूंजी के लिहाज से नैस्डैक दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक इंडेक्स है। इसके आगे अमेरिका का ही न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज है, जिसके कारोबार पर पूरी दुनिया नजर रखती है। नैस्डैक शुरू होने से पहले शेयर बाजार में निवेश के लिए  ओवर द काउंटर तरीका चलता था। इसी इंडेक्स ने बढ़ती हुई कंपनियों में निवेश के लिए आईपीओ का प्रचलन भी शुरू किया। इससे बहुत सी कंपनियों को स्टॉक बाजार में निवेश करने वालों की पूंजी को अपनी कंपनियों में लगाने का मौका मिला। नैस्डैक दुनिया भर के लिए शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में खरीदने और बेचने का एक वैश्विक बाजार है।
नैस्डैक का मकसद ऐसे बाजार का निर्माण था जहां निवेशक शेयरों को तेज और पारदर्शी तरीके से कंप्यूटर की मदद से खरीद बेच सकें। 2006 में नैस्डैक आधिकारिक रूप से एनएएसडी से अलग हो गया और एक राष्ट्रीय प्रतिभूति एक्सचेंज के तौर पर काम करने लगा। अगले साल नैस्डैक ने स्कैंडीनेवियाई एक्सचेंज समूह ओएमएक्स के साथ नैस्डैक ओएमएक्स समूह बनाया।

जरा 
तंत्रशास्त्र के अनुसार शक्ति का स्थान पाताल है। शिव ब्रह्मïांड में निवास करते हैं और अंतरिक्ष में काल स्थित है। इस काल से ही जरा की उत्पत्ति होती है। गीता के अनुसार जन्म, जरा, व्याधि और मृत्यु जीव के ये चार दुख हैं। जिनसे वह मुक्त नहीं हो पाता है। 
भागवत में जरा का अर्थ एक राक्षसी के रूप में भी मिलता है।  इसे मगध देश की गृहदेवी भी कहा गया है। कहा जाता है कि  जरा नाम की इसी राक्षसी ने जरासंध , जो दो टुकड़ों में पैदा हुआ था, के दोनों खंडों को जोडक़र उसे जीवित कर दिया था। 
 

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