सामान्य ज्ञान
9 फऱवरी सन 1649 ईसवी को ब्रिटेन में लोकतांत्रिक शासन का आरंभ हुआ और ओलिवर क्रोमवेल इस देश के पहले लॉर्ड प्रॉक्टर बने।
ओलिवर क्रोमवेल (जन्म-25 अप्रैल 1599- निधन-3 सितम्बर 1658 ई.) इंग्लैंड के एक प्रसिद्ध राजनेता, सिपाही और क्रांंतिकारी थे जिन्होंने राजशाही को उखाड़ फेंका था और कुछ समय के लिए इंग्लैंड को कामनवेल्थ गणतंत्र के रूप में स्थापित कर दिया था और इंग्लैंड, स्कॉटलैंड तथा आयरलैंड के कॉमनवेल्थ का प्रशासन 9 फरवरी 1649 को लॅार्ड प्रॉक्टर (राष्ट्रपति) के रूप में अपने हाथ में ले लिया था
वे ऐसी सेना के कमांडर थे जिसे संसद के समर्थकों ने इसलिए बनाया था कि वे ब्रिटेन के नरेश चार्ल प्रथम के अत्याचार पर विरोध करते हुए उनसे मुकाबला कर सकें। चार्ल प्रथम की सेना संसद की सेना के साथ भिडंत में पराजित हो गइ और सन 1649 में संसद के आदेश पर चार्ल की गर्दन उड़ा दी गई। ब्रिटेन की संसद ने राजशाही व्यवस्था को समाप्त करके उसके स्थान पर लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को स्थापित किया तथा क्रोमवेल को राष्ट्रपति चुना किंतु क्रोमवेल ने सन 1653 में संसद को भंग करके ब्रिटेन में अत्याचार पर आधारित शासन आरंभ कर दिया। सन 1658 में क्रोमवेल का निधन हो गया और फिर उनके पुत्र ने उनका स्थान संभाला किंतु 8 महीने के बाद उन्हें आंतरिक विरोध और अपनी अयोग्यता के कारण त्यागपत्र देना पड़ा और ब्रिटेन में फिर से राजशाही शासन व्यवस्था बहाल हो गयी। क्रोमवेल ने अपने 9 वर्षीय शासन काल में कई युद्ध किए जिनमें सबसे भीषण आयरलैंड पर होने वाला आक्रमण और वहां की जनता का जनसंहार था।