सामान्य ज्ञान
खटमल दुनिया भर के कई इलाकों से पूरी तरह खत्म कर दिए जाने के बाद भी पिछले दो दशकों में यह छोटा सा जीव दुबारा पनप रहा है, लेकिन पिछले दिनों वैज्ञानिक खटमलों का एक ऐसा समग्र आनुवांशिक नक्शा सामने लेकर आए हैं, जिसके जरिए इस परजीवी को खत्म करने के प्रयासों को काफी मदद मिल सकती है।
दुनिया भर के सभी महत्वपूर्ण शहरों में खटमल तेजी से फैल रहे हैं और इनमें कीटनाशकों के खिलाफ तेजी से प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती जा रही है। इसके चलते इनकी रोकथाम कर पाना मुश्किल हो गया है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि कीटनाशकों के खिलाफ खटमलों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की वजह जीन्स हैं। रक्त का थक्का बनने से रोकने वाले वे जीन्स भी इसमें मददगार हैं जो खटमलों के लिए खून को, पोषक तत्व और पानी का बड़ा स्रोत बना देते हैं। इन आनुवांशिक लक्षणों की वजह से भविष्य के कीटनाशक प्रभावहीन साबित हो सकते हैं। जीनोम ऐसे कई जीन्स को प्रश्रय देता है जो कि जीवाणुओं में पैदा होते हैं। इसमें वो जीन्स भी शामिल है जो खटमलों को विटामिन पचाने में मदद करते हैं। इससे पता चलता है कि जीवाणुओं के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीबायोटिक्स खटमलों के लिए फायदेमंद होते हैं। इस जानकारी का इस्तेमाल इन कीटों को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है।
बीते हजारों सालों में अंटार्कटिका के अलावा हर एक महाद्वीप में खटमल लोगों को काटते आए हैं। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से घरों में कीटनाशकों के भारी प्रयोग होने के चलते दुनिया भर के कई हिस्सों से खटमलों का खात्मा कर दिया गया था, लेकिन खटमल, कीटनाशकों के खिलाफ अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर, गर्म घरों में या फिर यात्रियों के सामान के साथ अंतराष्ट्रीय यात्रा करते हुए, फिर से उन जगहों पर लौट आए हैं।