सामान्य ज्ञान
पंगोलीन एकमात्र ऐसा स्तनधारी जंतु है जो पूरी तरह से एक आवरण से ढंका होता है। ये एक सींगनुमा कड़े आवरण से ढंके होते हैं । ये आवरण केरेटिन नामक पदार्थ से बना होता है यानी वही पदार्थ जिससे इंसान के नाखून और गैंडे के सींग बनते हैं। ऐसी गलत धारणा है कि पंगोलीन के आवरण में चिकित्सा संबंधी गुण होते हैं जिसकी बहुत ज्यादा मांग है। इसी वजह से ये विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं।
पंगोलीन के कवच का इस्तेमाल चीनी दवाइयों में होता है जिसमें दूध पिलाने वाली मां की दवाइयों से लेकर कैंसर के इलाज तक की दवाएं शामिल हैं। लेकिन इस बात का कोई सूबूत नहीं है कि इन दवाओं से इंसान की बीमारियों के उपचार में कोई मदद मिलती है।
ऑपरेशन पोलो
ऑपरेशन पोलो उस सैनिक अभियान को कहा जाता है जिसके बाद हैदराबाद और बराड़ (बरार) की रियासत भारतीय संघ में शामिल हुई। आजादी के बाद भारतीय संघ में बहुत सी रियासतों ने इसमें शामिल होने का फैसला लिया। लेेकिन हैदराबाद के निजाम इसके लिए राजी नहीं थे। आखिरकार भारतीय थल सेना ने ऑपरेशन पोलो चलाया गया।
हैदराबाद के निज़ाम उस्मान अली ख़ान आसिफ़ जाह सातवें ने देश के बंटवारे के बाद स्वतंत्र रहने का फ़ैसला किया था। भारत के बीच एक स्वतंत्र रियासत का बने रहना देश की केन्द्रीय सरकार को स्वीकार्य नहीं था। भारत के राजनीतिक एकीकरण के प्रमुख वास्तुकार सरदार वल्लभ भाई पटेल ने इसे अपनी प्राथमिकता बनाया। निज़ाम को मनाने की कोशिशें की गईं, लेकिन उन्होंने संधि पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। हारकर सेना भेजी गई और हैदराबाद 12 सितंबर 1948 को भारतीय संघ में शामिल हो गया।
दरअसल हैदराबाद ब्रिटिश काल की सबसे बड़ी रियासत थी। यह भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी ओर स्थित थी। इस पर 1724 से 1948 तक निज़ाम परिवार का शासन रहा। रियासत का बरार क्षेत्र ब्रिटिश का में 1903 में भारत के मध्य प्रांत से विलय कर दिया गया था।