सामान्य ज्ञान
हर वर्ष मार्च माह में ग्लूकोमा के संबध में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व ग्लूकोमा सप्ताह मनाया जाता है। 6 मार्च को विश्व ग्लूकोमा दिवस मनाया जाता है। ग्लूकोमा बड़े स्तर पर नजर न आने वाली बीमारी है, लेकिन यह अपरिवर्तनीय नेत्रहीनता का एक बड़ा कारण है, जो कि अंतर नेत्र दबाव में बढ़ोत्तरी के कारण आंख के ऑप्टिक तंत्रिका में पहुंचे नुकसान के कारण होता है। बिना उपचार के ग्लूकोमा कुछ ही वर्षों में पूर्ण नेत्रहीनता का कारण बन सकता है।
लूकोमा आंखों की बीमारी के समूह को दिया गया एक नाम है, जिसमें आंख के पिछले हिस्से में स्थित नेत्र तंत्रिका धीरे-धीरे नष्ट हो जाती है। ज्यादातर मामलों में आंख के अंदर बढ़ते दबाव के कारण नुकसान होता है, जिसके पीछे आंख की पुतली के अंदर तरल तत्वों के प्रवाह में रुकावट या इसके बाहर जाने के कारण होता है। कुछ अन्य रोगियों में इसकी वजह महत्वपूर्ण नेत्र तंत्रिका फाइबर में खून की कमी, तंत्रिका के ढांचे में कमी या स्वयं तंत्रिका फाइबर की स्थिति में समस्या इसका कारण होती है। ज्यादातर मामलों में यह आयु बढऩे के साथ नजर आती है, लेकिन यह किसी भी आयु वर्ग में हो सकती है।
ग्लूकोमा सामान्य तौर पर आंखों के अंदर दबाव बढऩे के कारण होता है। ऐसा आंखों के अंदर द्रव्य पदार्थ के सामने की ओर संचालित न होने के कारण होता है। सामान्य तौर पर यह द्रव्य जिससे एक्युवस ह्यूमर कहा जाता है, आंखों से गंदगी के रूप में निकलता है। यदि यह चैनल बंद हो जाता है तो द्रव्य पदार्थ बढऩे के कारण ग्लूकोमा हो जाता है। इस रूकावट के सीधे कारण का पता नहीं चला है, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि यह अनुवांशिक हो सकता है अर्थात यह माता-पिता से बच्चों तक पहुंचता है।
ग्लूकोमा के प्रकार
1. क्रोनिक (प्राथमिक खुला कोण) ग्लूकोमा सबसे सामान्य होने वाला ग्लूकोमा है। हालांकि इसके अन्य प्रकार भी हो सकते हैं-
(अ) कम दबाव या सामान्य दबाव ग्लूकोमा- सामान्य नेत्र दबाव वाले लोगों में नेत्र कोशिका नुकसान कभी-कभार हो सकता है। इस ग्लूकोमा का उपचार खुला कोण ग्लूकोमा के समान किया जाता है।
(ब) तीव्र (कोण-बंद) ग्लूकोमा - तीव्र ग्लूकोमा आंखों के अंदर तेजी से दबाव बढऩे के कारण होता है, जब आंख की पुतली तरल प्रवाह को रोकती है। तीव्र ग्लूकोमा का हमला ज्यादातर समय घातक होता है। इसमें लोगों को दर्द, उबकाई, धुंधली दृष्टि या आंखों के लाल होने का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर तुरंत स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करनी चाहिए। यदि उपचार में देरी हो जाए तो बहुत ही कम समय में स्थायी दृष्टि बाधित हो सकती है। सामान्य तौर पर अवरोध को हटाने और दृष्टिबाधिता से बचने के लिए लेजर सर्जरी का प्रयोग किया जाता है।
इसी प्रकार अनुवांशिक ग्लूकोमा एक दुर्लभ किस्म का ग्लूकोमा है जो असामान्य अवरोध प्रणाली के कारण होता है। यह जन्म के समय से या बाद में विकसित हो सकता है।
द्वितीय ग्लूकोमा प्रकार का ग्लूकोमा आंखों के अन्य विसंगतियों जैसे चोट, मोतियाबिंद और आंखों के जलने के परिणामस्वरूप विकसित हो सकता है। स्टरॉइड के प्रयोग के कारण आंखों का दबाव बढ़ सकता है, इसलिए स्टरॉइड के प्रयोग के समय नियमित तौर पर दबाव की जांच की जानी चाहिए।