सामान्य ज्ञान
सर्दियों के दिनों में जब आप ज्यादातर घरों के अंदर ही रहते हैं तब प्रतिदिन ‘विटामिन डी’ की एक खुराक लेना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। एक नए अध्ययन में पता चला है कि मधुमेह और अवसाद के लक्षणों को कम करने में ‘विटामिन डी’ असरकारक हो सकता है।
लोयोला युनीवसिर्टी शिकागो मार्सीला नीहॉफ स्कूल ऑफ नर्सिग (एमएनएसओएन) द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ है। अध्ययकर्ता सू पेंकोफर के मुताबिक शरीर में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होने के बावजूद ‘विटामिन डी’ की कमी स्वास्थ्य लाभ में अड़चन पैदा करती है।
शरीर में ‘विटामिन डी’ का स्तर सही बनाए रखने के लिए केवल सही भोजन लेना ही पर्याप्त नहीं है। विटामिन डी के लिए सही भोजन लेने के साथ, धूप में रहने और विटामिन डी-2 या डी-3 की पूरक खुराक लेकर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के खतरे कम किए जा सकते हैं।
अवसाद, इन्सुलिन प्रतिरोधकता से सम्बद्ध होता है इसलिए जो लोग अवसादग्रस्त नहीं होते हैं उनकी अपेक्षा मधुमेह पीडि़त लोगों के रोगग्रस्त होने की संभावना अधिक होती है। पुरुषों की अपेक्षा मधुमेह पीडि़त महिलाओं में अवसाद अधिक होता है। पेंकोफर ने कहा, ऐसे प्रमाण मिले हैं जो बताते हैं कि ‘विटामिन डी’ की पूरक खुराक देने से इन्सुलिन की प्रतिरोधकता कम हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि इन्सुलिन का स्तर नियंत्रित कर लिया जाए तो रक्त में शर्करा का स्तर भी नियंत्रित किया जा सकता है और अवसाद को कम किया जा सकता है।