सामान्य ज्ञान
कलम्बा (calumbo root) एक प्रकार का फल है। यह आकार में छोटा, स्वाद में रूखा, तीखा, कड़वा और पौष्टिक होता है। इसकी प्रकृति गर्म होती है। यह कफ - पित्त को नष्ट करता है । इसके अलावा यह शरीर में कीड़ों को खत्म करने वाला, रक्त को साफ रखने वाला और बुखार को दूर करे वाला होता है। यह अगिन्मान्द, भूख न लगना और यकृत रोग में भी लाभकारी है। इसके सेवन से शरीर में गर्मी और स्फूर्ति आती है।
विभिन्न भाषाओं में नाम- हिन्द- कलम जड़, मराठी कलंबकाचरी, गुजराती- कलुम्ब, अंग्रेजी- कलम्बो रूट, लैटिन- जेटिओरिसा पामैटा, जैैटिओरिया कोलम्बा।
दांतों में सडऩ क्यों आती है
दंातों में सडऩ की समस्या आज प्राय: हर उम्र के लोगों को होती है। हमारे दांत जबड़ों से जुड़े हुए हार्ड टिश्यू के छोटे टुकड़े होते हैं। हर दांत केे अंदर लीविंग टिश्यू होते हैं। इन्हें जड़ तक पहुंचती छोटी रक्त वाहिनियों (ब्लड वेसल्स) और नसों के जरिए पोषक तत्व मिलते हैं। जब दांत खराब हो जाते हंै, तो यही नसें दर्द का अहसास कराती हैं। दांतों की सबसे सामान्य बीमारी केविटी है। हमारे मुंह में कई बैक्टीरिया होते हैं, लेकिन ये खुद दांतों को खराब नहीं करते हैं। दांतों में चिपके अन्न कणों और शक्कर के साथ ये बैक्टीरिया एसिड बनाते हैं, जो दांतों को नुकसान पहुंचाता है।
ये एसिड धीरे-धीरे दांतों में छेद कर देता है। इस छेद के जरिए बैक्टीरिया दांतों के अंदर घुस जाते हैं और उन्हें खराब करना शुरू कर देते हंै। उसके बाद दांत सड़ जाते हैं। ये बैक्टीरिया दांतों के पल्प में पहुंचकर पाल्पिटिस का कारण बनते हैं। इस कारण दांतों में बहुत ज्यादा दर्द होता है।