धमतरी
वीसी के जरिए विभिन्न मुद्दों में जि़ले की प्रगति की दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 28 अक्टूबर। जिले में 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू होगी। इसकी तैयारियां लगभग अंतिम चरण में है। तैयारी की समीक्षा बैठक मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने गुरुवार को दोपहर 3.30 बजे ली। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए धान खरीदी के अलावा अन्य एजेंडों की समीक्षा की।
एनआईसी कक्ष में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान कलेक्टर पीएस एल्मा ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन को बताया कि जि़ला विपणन कार्यालय में खरीफ सीजन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। अवैध धान के भंडारण और परिवहन रोकने जि़ले के सीमावर्ती क्षेत्रों में 5 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। कोचियों और बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई करने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं। मार्कफेड की कार्ययोजना के मुताबिक इस साल अनुमानित 48 लाख 42 हजार 870 क्विंटल धान खरीदी समर्थन मूल्य में 74 समितियों के 96 उपार्जन केंद्रों के जरिए की जाएगी। इस साल भी केंद्रों से उपार्जित धान को मिलर्स सीधे उठाएंगे। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में जिपं सीईओ प्रियंका महोबिया, अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
हफ्तेभर के अंदर होगा मिलर्स का पंजीयन
कलेक्टर ने बताया कि अन्य जिलों से मिलने वाले धान के भंडारण के लिए जि़ले में 4 संग्रहण केन्द्र में पिछले साल की तरह इस साल भी व्यवस्था की गई है। इनमें चिटौद (बालोद) स्थित संग्रहण केन्द्र में 40 हजार मीट्रिक टन, भोयना और भाठागांव में 45-45 हजार मीट्रिक टन, जंवरगांव में 25 हजार मीट्रिक टन मिलाकर 1 लाख 55 हजार मीट्रिक टन की भंडारण की क्षमता है। कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स से आवेदन मिलना शुरू हो गया है। हफ्तेभर में सभी मिलर्स का पंजीयन करा लिया जाएगा।
मुख्य सचिव को यह सभी जानकारी दी
नामांतरण प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए सभी तहसीलदार को निर्देश दिया है। जि़ले में अविवादित नामांतरण, अविवादित खाता विभाजन की कार्रवाई ऑनलाइन नामांतरण पंजी के ज़रिए नियमानुसार समय सीमा में करने कहा गया है। जिले के 643 गांवों में 2 अधिसूचित फसलें धान सिंचित और धान असिंचित के 3 हजार 548 फसल कटाई प्रयोग के लक्ष्य और उसकी पूर्ति की जानकारी दी। जिले में 55 फसल कटाई प्रयोग ऑनलाइन मोबाइल एप्प के जरिए किए हैं। पूरे राज्य में सबसे पहले धमतरी जिले में धान असिंचित/सिंचित धान फसल कटाई प्रयोग में ऑनलाइन फसल कटाई प्रारंभ की गई है। जिले के पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों, राजस्व निरीक्षकों, एडीओ को प्रशिक्षण दिया गया है।
धान सिंचित के लिए 10 दिसंबर और धान असिंचित के लिए 30 दिसंबर तक फसल कटाई प्रयोग कर पोर्टल में प्रविष्टि किया जाना है। धान पंजीयन होना है, गिरदावरी हो चुकी है। गिरदावरी के बाद प्राप्त आंकड़ों को पटवारियों द्वारा ऑनलाइन भुईयां में अपलोड किया जाएगा।