धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 5 दिसंबर। जिले में धान खरीदी के साथ ही राज्य सरकार ने कस्टम मिलिंग के लिए पूरा जोर लगा दिया हैं। वर्ष 2021-22 का कस्टम मिलिंग का काम एक दिन पहले ही पूरा हुआ। मिलरों ने नान और एफसीआई गोदाम में बीते साल के कस्टम मिलिंग खाते में कुल 56 लाख 38 हजार क्विंटल चावल जमा कराया हैं।
बीते साल खरीफ सीजन में धमतरी जिला प्रशासन ने कुल 43 लाख 13 हजार 970 क्विंटल धान की खरीदी की थी। चूंकि कोरोना काल के प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने खरीदे गए पूरा धान का कस्टम मिलिंग कराने का निर्णय लिया है। इसके चलते धमतरी जिले में खरीदे गए सारा धान सीधे राइस मिलरों को धान दिया गया। इसके अलावा पड़ोसी जिलों का धान भी धमतरी मंगाकर संग्रहण केंद्रों से 13 लाख 22 हजार 5 सौ क्विंटल धान राइस मिलरों को उपलब्ध कराया गया। इस तरह जिले में करीब 2 सौ राइस मिलरों ने दिन-रात मिलाकर चलाकर धान से चावल बनाकर सरकारी गोदामों में जमा कराया। खाद्य विभाग के मुताबिक धमतरी जिला कस्टम मिलिंग के मामले में प्रदेश में अग्रणी जिलों में शामिल रहा।
नारी शाखा में 60 हजार, तो नगरी में 3.32 लाख
क्विंटल धान खरीदी
30 दिसंबर को कस्टम मिलिंग का चावल जमा करने की अंतिम तारीख थी। बीते सीजन में कस्टम मिलिंग खाते में धमतरी जिले से कुल 56 लाख 38 हजार 710 क्विंटल चावल जमा कराया गया हैं। इसमें केन्द्रीय नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में 9 लाख 12 हजार 920 क्विंटल चावल जमा कराया गया। इसी तरह राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में 8 लाख 66 हजार 300 क्विंटल चावल जमा कराया गया। इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में 38 लाख 59 हजार 480 क्विंटल चावल जमा कराया गया।
सहकारिता विभाग के मुताबिक 1 नवंबर से अब तक 388 करोड़ 11 लाख 42 हजार 280 रुपए का धान की खरीदी गई है। इसमें नगरी शाखा में सर्वाधिक 3 लाख 32 हजार 459 क्विंटल धान खरीदा गया है, जिसकी कुल लागत 68 करोड़ 23 लाख 13 हजार 568 रूपए हैं, जबकि सबसे कम नारी शाखा में 12 करोड़ 25 लाख 62 हजार 376 रुपए का 60 हजार 36 क्विंटल धान खरीदा गया, जबकि सबसे अधिक धमतरी शाखा में 10 हजार 160 किसानों ने धान बेचा, जिसकी राशि 61 करोड़ 69 लाख 58 लाख 176 रुपए है।
48.42 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य
जिले में धान खरीदी और उठाव की स्थिति अभी अच्छी है। इस वर्ष 1 लाख 23 हजार 327 पंजीकृत किसानों से 48 लाख 42 हजार 600 क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य है, लेकिन खरीदी शुरू होने के एक महीने में 98 केंद्रों में 18 लाख 95 हजार 90 क्विंटल धान 60648 किसानों से खरीदा गया है। हालांकि लक्ष्य पूरा करने 29 लाख 47 हजार 510 क्विंटल यानी 39.13त्न धान खरीदना बाकी है।
अच्छी बात यह कि धमतरी धान उठाव के मामले में प्रदेश में दूसरे नंबर पर है, जबकि महासमुंद जिला पहला है। वहीं लिकिंग के जरिए कर्जदार किसानों से 112 करोड़ की वसूली भी हो गई। जिले के 63 हजार 523 किसानों ने 233 करोड़ 17 लाख 46 हजार रुपए का कर्ज लिया है, जिसमें से अभी भी 120 करोड़ 65 लाख 43 हजार कर्ज वसूली बाकी है।