धमतरी

डॉक्टर ने बताए हार्ट अटैक से बचने के तरीके
02-Aug-2023 7:59 PM
डॉक्टर ने बताए हार्ट अटैक से बचने के तरीके

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुरुद, 2 अगस्त। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन धमतरी ब्रांच के तत्वावधान में गत दिनों सीएमई (सतत चिकित्सा शिक्षा) के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया था। जिसमें  रायपुर के प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. निखिल मोतीरामानी ने धमतरी के चिकित्सकों के समक्ष शुगर के मरीजों में हृदय रोग की संभावनाओं को कम करने के लिए कोलेस्ट्रोल और लिपिड लेवल की समुचित प्रबंधन के विषय में ज्ञानवर्धक जानकारी दी।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन धमतरी के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप साहू ने सेमिनार के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि  सेमिनार में डॉक्टर निखिल ने बताया कि विश्वभर में शुगर यानि मधुमेह के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। शुगर का समुचित प्रबंधन न करने से लंबे समय तक रक्त की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के थक्के जम सकते हैं जिससे हृदय रोग की संभावना बढ़ती है। धमनियों का आकार घटता चला जाता है और हृदय तक खून की मात्रा कम पहुंचने लगती है, जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। वर्तमान में कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक होने की वजह से असमय का असर देखा जा रहा है।

उन्होंने आगे बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को 40 वर्ष के पश्चात सालाना अपने शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करवानी चाहिए ताकि समय रहते खतरों का समुचित प्रबंधन किया जा सके। शुगर वाले मरीजों को सालाना खून की जांच के साथ ही हृदय रोग के त्वरित निदान के लिए ईसीजी, इकोकार्डियोग्राफी और टीएमटी जैसे जांचें भी करवानी चाहिए।

शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने की दवाइयां नियमित रूप से लेनी चाहिए और स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए। खानपान पर विशेष ध्यान देना भी जरूरी है।

सेमिनार में धमतरी के चिकित्सकों का उत्साहपूर्वक प्रतिसाद मिला। उन्होंने हृदय रोग से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा कर डॉक्टर निखिल से अनेक सवाल पूछे। जिसमें प्रमुख  सवाल था कि हार्ट अटैक आने की दशा में प्राथमिक उपचार क्या होना चाहिए।

डॉ निखिल ने  बताया कि ऐसी दशा में एस्पिरिन की 75 मिलीग्राम की 4 गोलियां तुरंत मरीज को चबाने के लिए दी जानी चाहिए, उसके पश्चात क्लोपीडीग्रल की चार गोलियां और एटोरवास्टेटिन की एक गोली दी जानी चाहिए। इतने प्राथमिक उपचार के बाद मरीज स्टेबल हो जाता है और उसे तुरंत अपने नजदीकी कार्डियोलॉजिस्ट के पास रेफर करना चाहिए। एस्पिरिन एक सुलभ और उपयुक्त दवा है जो इमरजेंसी के समय आसानी से उपलब्ध होती है।

कार्यक्रम का संचालन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन धमतरी के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप साहू एवं सचिव डॉ. स्मित कुमार ने किया। इस मौके पर डॉ. सुनील जैन, डॉ. मीना जैन, डॉ. वर्षा जैन, डॉ. अनिल जैन, डॉ. मुकेश लुंकड़, डॉ. संगम लुंकड, डॉ. मधु लुंकड, डॉ. दिलीप राठौर, डॉ. दृष्टि राठौर, डॉ. विभोर नंदा, डॉ. अनूप पदमवार, डॉ. विकास गुप्ता, डॉ. दीपांकुर साहू, डॉ. राठी सहित कई प्रतिष्ठित डॉक्टर्स मौजूद थे।

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