धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 1 सितंबर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय नगरी में शुभ संकल्पों की स्नेहमयी रक्षा पर्व मनाया गया। उक्त अवसर पर धमतरी जिले की इंचार्ज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी जी ने सभी भाई बहनों को रक्षा पर्व की हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा यह पर्व आत्म शुद्धि व पवित्रता का आधार है साथ ही सुरक्षा के लिए शाश्वत बंधन है।
रक्षाबंधन का त्योहार दिव्य, अलौकिक सद्भावना, शक्ति, गुण, से भरपूर होता है यह वह बंधन है जो हमें भगवान की छत्रछाया में सुरक्षा प्रदान करता है दीदी जी ने कहा माथे पर तिलक लगाने का अर्थ विजय से है चांवल अर्थात अक्षत् जो कभी क्षय न होने का प्रतीक है चंदन हमें शीतलता व सुगंधित जीवन प्रदान करता है माथे पर तिलक का स्थान हमें आत्मस्मृति का बोध कराता है, तत्पश्चात दीदी जी ने सभी भाई बहनों की कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधा।
ब्रह्माकुमारीज बहनें विधायक निवास पहुंचे राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी जी ने सिहावा विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ.लक्ष्मी ध्रुव को रक्षाबंधन की असीम शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए डॉ.लक्ष्मी ध्रुव की कलाई पर रक्षासूत्र बांधा। तत्पश्चात ब्रह्मकुमारी बहने बिरनासिल्ली सी.आर.पी.एफ. कैंप पहुंचकर देश की रक्षा में तैनात जवानों को रक्षा सूत्र बांधा।
इस पावन अवसर पर राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी जी ने सभी जवानों को रक्षा पर्व की हार्दिक बधाई दी तथा जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी देश की खातिर अपना गांव, परिवार, संबंधों को दूर रखकर हम सबकी सुरक्षा के लिए तैनात है हम बहने का भी फर्ज है कि परमात्मा का रक्षा सूत्र आपकी कलाई पर बांधें।
आज हर तरफ असुरक्षा का वातावरण बन गया है ऐसे समय में शिव परमात्मा आकर हमें सुरक्षा प्रदान करते हैं। आप सब देशवासियों के रक्षा करते हैं आपकी रक्षा वह परमात्मा करता है वह हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार पांच विकारों से बचाता है।
दीदी जी ने पुन: सभी जवानों के लिए असीम शुभकामनाओं के साथ एक अच्छे स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की कामना की।
ब्रह्माकुमारी भावना बहन ने कैंप के सभी जवानों को रक्षा पर्व की ढेर सारी बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर व्यक्ति चाहता है कि वह बंधनों से मुक्त रहे पर रक्षाबंधन एक ऐसा पवित्र बंधन है, जिसमें व्यक्ति खुद बंधना चाहता हैं इसमें बहनों का प्रेम, आशीर्वाद, सुरक्षा की मंगल कामना निहित होती है। यह पर्व हमें हमेशा पवित्रता के दृढ़ व्रत एवं मर्यादाओं के मीठे बंधन की याद दिलाता है। अंत में 211 वीं बटालियन के आई.एस.पी.एन. रमेश चंद्र जी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा आपने इस रक्षाबंधन पर्व में हमारी कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर हमारी बहनों की कमी पूरी कर दी यह हमारे लिए भावुक पल है।