धमतरी
कुरुद विस में कांग्रेस की समीक्षा बैठक, भीतर घातियों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास
कुरुद, 12 दिसंबर। सब कुछ झौंक देने के बाद भी कुरुद विधानसभा चुनाव में मिली हार के कारणों का पता लगाने कांग्रेस ने विधानसभा स्तरीय समीक्षा बैठक आहुत की। जिसमें कार्यकताओं ने निष्क्रियता, भीतरघात, एंटी-इनकम्बेंसी (सरकार विरोधी लहर)और मिस मैनेजमेंट के साथ-साथ विपक्षी खेमे से हुई धन वर्षा को हार का प्रमुख कारण बताया। पार्टी से दगाबाजी करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने का प्रस्ताव पास कर कार्रवाई के लिए पीसीसी को भेजा गया है।
सोमवार को कुरुद विधानसभा चुनाव कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस के कुछ प्रतिनिधि, जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, पार्टी प्रत्याशी की उपस्थिति में हुई विधानसभा स्तरीय समीक्षा बैठक में जमीनी कार्यकर्ताओं ने खुलकर हकीकत बयां की। जिसके मुताबिक सत्ता प्रतिष्ठानों में काबिज जनप्रतिनिधियों, संगठन के कुछ नेताओं ने अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में काम करने की जगह विपक्ष का हाथ मजबूत किया, भीतरघात के अलावा कई कार्यकर्ता धनवर्षा के प्रभाव में आकर निष्क्रिय हो गए।
कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस बात को भी रेखांकित किया कि त्रिस्तरीय पंचायत, निकाय से लेकर प्रदेश तक काबिज सत्ताधीशों द्वारा की गई कमीशनखोरी का खामियाजा भी पार्टी को उठाना पड़ा है।
इसका उदाहरण स्वयं कुरुद नगर है, यहां के 15 में से 14 वार्डौ में कांग्रेस का कब्जा है,लेकिन इस चुनाव में पार्टी को 2400 वोटों से पीछे रहना पड़। हार पर मंथन करते हुए इस बात को भी स्वीकारा गया कि अति उत्साह में सत्ता विरोधी हवा को नहीं पहचान पाए, ए और बी टीम के बीच सामंजस्य नहीं होने, साधन संसाधन एवं अनुभवी और प्रभावी कार्यकताओं की कमी भी हार की एक वजह रही।
बैठक में कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भावुक पार्टी जनों के ज़ख्मों पर मरहम रखते हुए कहा कि पार्टी प्रत्याशी तारिणी नीलम चंद्राकर ने ताकतवर प्रतिद्वंदी से डरें बिना पूरी ताकत से अभूतपूर्व चुनाव लड़ विरोधी खेमे को लोहे के चने चबवा दिए, लेकिन वें घर के भेदियों से नहीं जीत पाई।
चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने संबंधी पीसीसी के नोटिस का सामना कर रहे छाया विधायक लक्ष्मीकान्ता साहू, जपं अध्यक्ष शारदा साहू, नपं अध्यक्ष तपन चंद्राकर, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष भरत नाहर सहित कुछ अन्य नेता बैठक से नदारद रहे जिसके चलते उपस्थित कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश दिखा। समीक्षा बैठक में आम सहमति से प्रस्ताव पारित कर भीतरघात करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने की मांग उठाई। कार्यकर्ताओं ने संगठन में बैठे आला नेताओं को ढुलमुल रवैया छोड़ पार्टी को बर्बाद करने वाले लोगों के खिलाफ शख्त एक्शन लेने की बात कही, कार्यवाही नहीं होने पर आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम नहीं करने की चेतावनी भी दी है। तत्पश्चात पार्टी प्रत्याशी तारणी नीलम चन्द्राकर ने चुनावी जनादेश को स्वीकार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने टिकट देकर मुझमें भरोसा जताया, कार्यकर्ताओं ने दिन रात मेहनत कर चुनाव लड़ा है, में सभी का आभार व्यक्त करती हूं।
बैठक में पूर्व विधायक लेखराम साहू, जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, मोहन लालवानी, आशीष शर्मा, डिहूराम साहू, प्रभात राव, राजकुमारी दीवान, कांति सोनवानी, गोविंद साहू, सुमन संतोष साहू, रमेशर साहू, सोहेंद्र सिंग गुरुदत्ता, बसंत साहू, गिरीश साहू, रेखा साहू, डीलन चन्द्राकर, जानसिंग यादव, ईश्वरी थानेश्वर तारक, बिसाखा साहू, प्रमोद साहू, मनीष साहू, देवव्रत साहू, मोतीलाल सिन्हा, देवेंद्र चन्द्राकर,डॉ हरदेल, बिसौहा साहू, महिम शुक्ल, टुकेश साहू,सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। अंत में भखारा ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे मुकेश कोसरे को सभी ने मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।