धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 29 जनवरी। राज्य से लेकर केंद्र सरकार भी विशेष जन जाति कमार के सामाजिक उत्थान के लिए कटिबद्ध है लेकिन कमार समाज द्वारा शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दिए जाने के कारण समाज आज भी पिछड़ेपन का दंश झेल रहा। पारम्परिक तरीके से घने जंगलों के बीच रहने एवं शिक्षा के प्रति गम्भीर नहीं होने के कारण यह समाज अभी भी पीछे है। कमार बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने हेतु कई तरह के प्रयास जारी है।
स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालय सिंगपुर के प्राचार्य डॉ व्ही. पी.चन्द्रा इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस कार्य के लिये वे सामाजिक प्रमुखों से मिलकर शिक्षा के महत्व की जानकारी देकर सभी बच्चों को स्कूल भेजने हेतु प्रेरित कर रहे हैं। इसी दिशा में समाज की जागरूक महिला खम्मन बाई के घर न केवल शिक्षा के महत्व की जानकारी दी अपितु सभी कमार बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजने का निवेदन किया।
संकुल समन्वयक जितेंद्र ग्वाल एवम शिक्षक खिलेश्वर साहू के साथ उन्होंने खम्मन बाई से लंबी चर्चा की।
ज्ञात हो कि खम्मन बाई की बहू शासकीय सेवा में है और इनका जीवन स्तर अन्य कमारों से बेहतर है। खम्मन बाई ने चर्चा के दौरान पूरी तरह आश्वस्त किया कि वे हर बच्चे को स्कूल तक जरूर ले जाएगी।