महासमुन्द
20 दिन पहले आरोपियों के खिलाफ बसना पुलिस ने एफआईआर किया था, मामले में 7 आरोपी हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 अप्रैल। किसानों से खरीदे धान, बारदाना के रखरखाव व भंडारण में 4 करोड़ 44 लाख 65 हजार 510 रुपए का घोटाला करने वाले 7 आरोपियों को पुलिस अब तक ढूंढ नहीं पाई है। 20 दिन पहले न्यायालय के आदेश पर इन आरोपियों के खिलाफ बसना पुलिस ने एफआईआर किया था। फरार आरोपियों को छत्तीसगढ़ से बाहर भाग जाने की बात कही जा रही है।
पुलिस अब तक आरोपियों को ट्रेस नहीं कर पाई है। इस मामले में सहकारिता विभाग के अधिकारी समेत समिति के प्रबंधक व अन्य शामिल है। बसना पुलिस ने पिरदा सहकारी समिति में साल 2021 को हुई गड़बड़ी की शिकायत पर धारा 153, 3 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
जानकारी के अनुसार यह मामला 2020-21 का है। तत्कालीन समिति के पदाधिकारियों ने धान खरीदी, भंडारण ब बारदाना में अनियमितता बरती थी। इस मामले की शिकायत पर विभागीय जांच की गई, जिसमें आरोपियों पर लगे सभी आरोप सही साबित हुए थे। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दायर किया गया। तब जाकर न्यायालय के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ अपराध कायम किया गया था।
इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक आशुतोष सिंह ने कहा कि आरोपियों की खोजबीन की जा रही है। सभी के संभावित ठिकानों पर पड़ताल की गई। लेकिन वहां से फरार है। जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। मालूम हो कि यह खुलासा तब हुआ जब शिकायत पर सहकारिता विभाग ने जांच शुरू की। अंकेक्षण अधिकारी एवं प्रभारी जांच अधिकारी डीडी जोगांश की दो सदस्यीय समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश की। विभागीय जांच में इतने बड़े आरोप के सिद्ध होने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ सिद्ध होने के बाद एफआईआर कराने में देरी की गई। आखिरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए परिवाद दायर किया गया। तब कही जाकर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
जानकारी के मुताबिक पिरदा सहकारी समिति में 2021 में कुल 68539.20 क्विंटल धान खरीदी गई थी, जिसमें 17 हजार 210 क्विंटल धान की कमी पाई गई। तब राज्य सरकार 2500 रुपए के समर्थन मूल्य पर प्रति क्विंटल धान खरीद रही थी। लिहाजा धान खरीदी, रखरखाव और परिवहन मे ही 4 करोड़ 30 लाख 26 हजार 800 रुपए की अनियमितता बरती गई। वहीं समिति में जांच के दौरान 65 हजार 467 बारदाने की कमी पाई गई, जिसकी कीमत 14 लाख 38 हजार 710 रुपए है। यानी धा खरीदी और बारदान में 4 करोड़ 44 लाख 65 हजार 510 रुपए क घपला किया गया है।