महासमुन्द
![मांगों पर नपा कर्मियों कीकलमबंद हड़ताल मांगों पर नपा कर्मियों कीकलमबंद हड़ताल](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721724849hoto-1.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 जुलाई। अधिकारी-कर्मचारी संघ के प्रदेश स्तरीय आव्हान पर सोमवार को नगर पालिका के कर्मचारियों ने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर कलम बंद हड़ताल की। पहले चरण में 18 व 19 जुलाई को नपा कर्मियों ने काली पट्टी लगाकर सरकार का ध्यानाकर्षित कराया था।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेशभर के निगम, पालिका, नगर पंचायतों में कार्यरत कर्मचारियों को समय पर नियमित वेतन नहीं मिलने, प्रति माह 1 तारीख को वेतन प्रदान करने की मांग तथा नपा कर्मियों को भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने की मांग को लेकर कर्मचारियों द्वारा यह आंदोलन किया जा रहा है। इससे कल दिन भर मूलभूत सुविधाओं को छोड़ अन्य काम प्रभावित रहा।
हड़तालियों ने बताया कि महासमुंद नपा कर्मियों को पिछले माह जून का वेतन अभी तक नहीं मिला है। प्रदेश के कई स्थानों पर निगम कर्मियों को 2-3 माह का वेतन नहीं दिया गया है। कलम बंद हड़ताल के दौरान मूलभुत सुविधाओं में लगे कर्मचारियों को हड़ताल से अलग रखा गया। इसके अलावा कार्यालयीन कार्य में लगे समस्त कर्मचारी आंदोलन में शामिल हुए। इसके चलते नगर पालिका में टैक्स, जन्म-मृत्यु पंजीयन सहित अन्य कार्यों के लिए पहुंचन वाले लोग बैरंग लौटते नजर आए। कल के कलम बंद आंदोलन में प्रमुख रूप से करण यादव, सीताराम चेलक, अन्नपूर्णा पाल, जयकिसन सोनी, ललित साहू, दुर्गेश कुंजेकार, मुरारी साहू, चैतराम नवरंगे, महेंद्र जगत, अरूण चंद्राकर, अनुराग गुप्ता, गुमान सिंग ध्रुव, चंद्रशेखर पाटकर, नौशाद बक्श आदि शामिल हुए। इन्होंने बताया कि 150 प्लेसमेंट कर्मियों को पिछले माह का वेतन अभी तक नहीं मिला है।
संघ के सदस्य ललित साहू ने बताया कि वेतन नहीं मिलने से परिवार के भरण-पोषण में दिक्कतें आ रही है। कुछ कर्मचारी किराये के मकान में रहते हैं। महीनों तक किराया नहीं देने पर मकान मालिक घर खाली करने कह रहे हैं।
कर्मचारियों की पीड़ा देखकर छग प्रदेश अधिकारी. कर्मचारी संघ के आव्हान पर प्रदर्शन किया जा रहा है। संघ द्वारा चरणबध्द तरीके से प्रदर्शन किया जा रहा है। कल नपा में कलमबंद हड़ताल की गयी। इसके अलावा आगामी 29 जुलाई को पूरे प्रदेश सहित में दिवसीय जिला स्तरीय धरना-प्रदर्शन जिला मुख्यालय में किया जाएगा। जिसमें जिले के समस्त नगर पालिका, नगर पंचायतों के कर्मचारी एकजुट होकर आवाज बुलंद करेंगे। पश्चात मांग पूरी नहीं होने पर आगे प्रदर्शन किया जाएगा।