महासमुन्द
![नियति अग्रवाल को डॉक्टरेट नियति अग्रवाल को डॉक्टरेट](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721812811hoto_11.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 जुलाई। इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर नियति अग्रवाल को पं. रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के द्वारा चित्रा मुदगल के उपन्यासों में अभिव्यक्त स्त्री अस्मिता विषय पर डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई।
उन्होंने अपना शोध कार्य इसी विश्वविद्यालय में पदस्थ डॉ गिरजाशंकर गौतम सहायक प्राध्यापक हिंदी मूल विज्ञान केन्द्र के निर्देशन में पूर्ण किया है।
विदित हो कि डॉ नियति अग्रवाल को आईआईटी कानपुर से एम टेक के प्रोजेक्ट वर्क के दौरान प्रोजेक्ट असिस्टेंट के रुप में जॉब ऑफर मिला था किंतु माता प्रो.डॉ. अनुसुइया अग्रवाल डी लिट् प्राचार्य शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद से उन्हें विरासत में साहित्य से लगाव मिला हुआ है। लिहाजा उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद से हिंदी में एम ए कर प्रावीण्य सूची में षष्ठ स्थान प्राप्त किया। तदुपरांत पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से एम फिल में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त कर डॉक्टरेट उपाधि के लिए रजिस्टर्ड हुई।
उनकी इस उपलब्धि पर शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद के सभी संकाय प्रमुख डॉ रीता पांडेय करुणा दुबे, अजय राजा सहित समस्त नियमित स्टाफ डॉ मालती तिवारी ने बधाईयां दी हैं।
वे भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्ति सीनियर असिस्टेंट प्रदीप अग्रवाल की बेटी तथा राहुल अग्रवाल ब्रांच मैनेजर भारतीय स्टेट बैंक दंतेवाड़ा की पत्नी हंै।