महासमुन्द
![नदी-नाले उफान पर, पिथौरा से कसडोल-गिरौदपुरी मार्ग बंद नदी-नाले उफान पर, पिथौरा से कसडोल-गिरौदपुरी मार्ग बंद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721985390ithora-006.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 26 जुलाई। क्षेत्र में विगत तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे पिथौरा से कसडोल एवं गिरौदपुरी मार्ग बंद है। जबकि हाईवे पूरी तरह सुरक्षित है, यहां यातायात सुगमता से चल रहा है।
तीन दिनों की बारिश ने नगर के भीतर निर्माणाधीन गौरवपथ को तहस-नहस कर दिया है। इस मार्ग पर स्कूल एवं बैंक होने के कारण हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। शहर के बीच मार्ग बड़े बड़े गड्ढों से सराबोर है, वहीं नगर से कसडोल, शिवरीनारायण एवं गिरौदपुरी के अलावा पिथौरा बया मार्ग भारी बारिश के बाद नदियों के उफान पर होने के कारण पूरी तरह बंद है।
इस मार्ग के कन्त्रा नाला, खरखरी रपटा एवं बड घाट नाला के ऊपर पानी होने के कारण वाहन पार नहीं हो पा रही है, वहीं बार अभ्यारण्य जाने का मार्ग भी कीचड़ से सराबोर होने के कारण आवागमन पूरी तरह बन्द है। बहरहाल शुक्रवार दोपहर 12 बजे समाचार लिखे जाने तक बारिश हो रही है। बारिश रुकने के बाद ही मार्ग खुलने की संभावना है।
कृषि कार्य में आएगी गति
अब तक सूखा की संभावना वाले इस क्षेत्र में भारी बारिश ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। करीब सप्ताह भर पूर्व हल्की बारिश में जिन किसानों ने धान की बोआई की थी, उनके पौधे बन चुके है, लिहाजा इनके नुकसान की संभावना कम बताई जा रही है, जबकि रोपा लगाने के लिए सही समय बताया जा रहा है। बारिश के रुकते ही किसान रोपाई के लिए खेतों का रुख करेंगे, जिससे इस वर्ष मानसून की देर से सम्भावित नुकसान भी कम ही होगा।