दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 जून। इंदौर मध्यप्रदेश का चातुर्मास संपन्न कर छत्तीसगढ़ की धरती पर प्रथम बार प्रवेश करने वाली साध्वी प्रवचन प्रभाविका साध्वी डॉ. सुमंगल प्रभा, साध्वी डॉ. सुवृद्धि, साध्वी रजत प्रभा, साध्वी प्रांजल, साध्वी वंदना बालाघाट के रास्ते छत्तीसगढ़ की धरा पर प्रवेश किया।
अभी साध्वी डोंगरगढ़ में विराजमान हंै। जुलाई में साध्वी सुमंगल प्रभा अपने साध्वी समुदाय के साथ जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग में चातुर्मास करने आ रही हंै। 2024 के चातुर्मास की तैयारी सामाजिक स्तर पर प्रारंभ है।
साध्वी भगवंत के विहार यात्रा में श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल वर्धमान सेवा मंच एवं श्रमण संघ महिला मंडल के सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल प्रतिदिन साध्वी समुदाय की विहार यात्रा को सुगम बनाने में उनके साथ होगा।
साध्वी समुदाय दुर्ग शहर के विभिन्न कॉलोनियों क्षेत्रों में विचरण करने के पश्चात चातुर्मास के लिए जय आनंद मधुकर रतन भवन में प्रवेश करेगा। आज की विहार यात्रा में रमेश बाघमार, निर्मल रतन बोहरा, राकेश संचेती, रोहित सुराणा, टीकम छाजेड़, आकाश पारख, नवीन संचेती ने भाग लिया। इसी तरह प्रकाश कांकरिया, नितिन संचेती, आदित्य नाहर, सुरेश चोपड़ा भी विहार यात्रा में सहयोगी बन रहे हैं।