दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 जून। मोहन नगर थाना अंतर्गत निवासी एक विवाहिता ने 23 मई को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। यह मामला हत्या है या आत्महत्या इसको लेकर पुलिस जांच में जुटी हुई थी।
विवाहिता द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद से ही उसका पति एवं ससुराल के अन्य लोग फरार हो गए थे। फरार ससुराल वाले अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। लगभग एक माह बीत जाने पर भी पुलिस अब तक आरोपियों को ढूंढ नहीं पाई है। फरार आरोपी ने अपना मोबाइल बंद रखा है, इसके चलते पुलिस उसके लोकेशन को भी ट्रेस नहीं कर पा रही है।
पुलिस के मुताबिक जवाहर नगर में ओडिशा से लगभग 11 माह पूर्व शादी होकर ससुराल आई विवाहित अर्पिता राजपूत (33 वर्ष) ने 23 मई की रात लगभग 11 बजे अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। मृतका का पति सौरभ राजपूत दुर्ग इरिगेशन विभाग में कार्यरत है। अर्पिता राजपूत की शादी जून 2023 में सौरभ राजपूत के साथ हुई थी। पुलिस ने फांसी पर लटकी विवाहिता को उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
जिला अस्पताल कोतवाली थाना क्षेत्र में होने से मामले को जीरो पर कायमी किया गया था। जानकारी के मुताबिक जब विवाहिता को जिला अस्पताल ले गए, इसके बाद ससुराल वाले घर में ताला लगाकर फरार हो गए थे। जिला अस्पताल या मर्चुरी में ससुराल का कोई भी व्यक्ति नहीं पहुंचा था। ओडिशा से मृतका के मायके वाले पहुंचे थे।
मृतका के पिता राजकुमार सिंह ठाकुर ने बताया था कि उनकी बेटी अर्पिता को शादी के बाद से ही ससुराल वाले रकम लाने के लिए परेशान कर रहे थे। कुछ दिनों पहले ही उनकी बेटी ने उन्हें बताई थी कि ससुराल वाले 25 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर उसे लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है। इस पर उन्होंने बेटी को आश्वासन दिया था कि जल्द ही वह पैसों का इंतजाम कर देंगे हिम्मत रखो। प्रताडऩा से तंग आकर विवाहिता ने जान दे दी।