धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 21 अप्रैल। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक लेकर सभी विकासखण्ड स्तर के अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा करते हुए जिले में 45 वर्ष से ऊपर आयु के बचे हुए लगभग 22-23 हजार लोगों का टीकाकरण अभियानपूर्वक करने के निर्देश दिए। इनमें से टीकाकरण के लिए बचे हुए अधिकांश जनसंख्या नगरीय निकायों में है, उन्हें व ग्रामों में बचे हुए लोगों को तीन तरह से चिन्हांकित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कलेक्टर ने ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कि अब तक हुए टीकाकरण की विरलता से सघनता का चिन्हांकन करें। यानी वैक्सिनेशन के लिए जहां ज्यादा लोग छूटे हुए हैं। उन्हें रेड जोन, उससे कम ऑरेन्ज तथा सबसे कम बचे हुए लोगों को ग्रीन जोन में रखकर विभाजित करें फिर वैक्सिन की उपलब्धता के आधार पर रेड, ऑरेन्ज व आखिर में ग्रीन जोन को लक्षित कर माहांत तक बचे हुए लोगों का टीकाकरण पूर्ण करें। इसके अलावा कलेक्टर ने 45 साल से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए प्रशासनिक कार्यों को विकेन्द्रीकृत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि गांवों में खाली पड़े सामुदायिक भवनों में फ्लेक्स आदि लगाकर तथा अब तक टीका लगवा चुके लोगों को आमंत्रित कर उनके अनुभव को साझा करने के साथ-साथ मैदानी अमलों (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, शिक्षक) को इस काम में लगाकर छूटे हुए लोगों को प्रोत्साहित करते हुए ऐसे बुजुर्ग जो घर से निकलने में सक्षम नहीं हैं, उनको टीकाकरण केन्द्र तक लेकर जाएं, जिससे कोरोना के संक्रमण से सुरक्षा की चेन अधिक मजबूत हो सके। इसके लिए उन्होंने जिला पंचायत के सीईओ मयंक चतुर्वेदी को कोरोना के लक्षण, जांच रिपोर्ट आने तक मरीज को क्या करना चाहिए, क्या नहीं आदि आवश्यक जानकारी को शामिल करते हुए एक सप्ताह के भीतर पीपीटी तैयार करने के लिए निर्देशित किया। जिसका प्रदर्शन प्रत्येक गांव में कराकर 30-30 लोगों के समूह में किया जाएग। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण की सघनता अपेक्षाकृत कम है। धमतरी नगर निगम के 40 में से 28 वार्डों में टीकाकरण का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम है, ऐसे वार्डों को प्राथमिकता से लक्षित कर टीकाकरण में तेजी लाने हर संभव प्रयास करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
वीसी में कलेक्टर ने कहा कि आगे लॉकडाउन के खुलने की दशा में भी तैयार रहना चाहिए। यदि एकाएक सब प्रतिष्ठान खुल जाते हैं, तो लोगों की भीड़ व भगदड़ की स्थिति में निर्मित हो सकती है, जिसे नियंत्रित करना होगा। इसके लिए मण्डी, बाजारों, दुकानों में लाउडस्पीकर के माध्यम से घोषणा कराने तथा हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों की जानकारी देकर वहां बेरिकेडिंग कराने, फ्लेक्सी लगाने व लोगों को सतर्कता बरतने की अपील कराई जाएगी। आगे सप्ताहांत में शनिवार-रविवार को लॉकडाउन व नाइट कफ्र्यू के प्रस्ताव पर भी विचार करने के बात कलेक्टर ने कही।
इसके अलावा कलेक्टर ने पुन: दोहराया कि आइसोलेशन सेंटरों में ऐसे मरीज गंभीर बीमारियों से ग्रसित है, को किसी भी सूरत में नहीं रखा जाएगा।
उन्हें हरहाल में नजदीक के अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रखे जाने पर कलेक्टर ने जोर दिया। साथ ही व्यक्तिगत, पारिवारिक तथा सामुदायिक निगरानी के लिए भी कलेक्टर ने जोर दिया।
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से शौचालय निर्माण के लिए प्रशासनिक अमला मैदानी स्तर पर पहुंच बनाकर लोगों की मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन लाया गया था, उसी तर्ज पर कोविड प्रोटोकॉल व टीकाकरण के लिए हर वर्ग के लोगों को संकल्प पत्र भराने व व्यवहार में लाने के लिए आमजनता को लगातर प्रशिक्षित कर उन्हें जागरूक किया जाएगा। इसके बाद कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगरी में 45 ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या बढ़ाकर 20 नए बेड स्थापित करने, कुरूद में 50 बेड की पाइपलाइन को विस्तारित कर शुरू करने तथा भखारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी 50 ऑक्सीजनयुक्त बेड को जल्द प्रारम्भ किया जाएगा। इसके अलावा दो निजी अस्पतालों में 70 बेड तथा शासकीय अस्पतालों के 95 बेड की व्यवस्था आगामी 30 अप्रैल तक सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के तुरे को दिए।
ऑक्सीजन युक्त बिस्तर की संख्या में इजाफा होने से जिले में पर्याप्त सुविधा मुहैया हो जाएगी। साथ ही जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की मांग अधिक आने पर जीवनदीप समिति के फण्ड से किराए पर लेकर के लिए भी कलेक्टर ने निर्देशित किया। इसके अलावा टीकाकरण के दूसरे डोज को अनिवार्य रूप से लगवाने के लिए भी प्रेरित करने के लिए कहा तथा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रही अफवाहों पर लगाम कसने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश कलेक्टर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दिए। बैठक में अस्पताल अधीक्षक सह सिविल सर्जन डॉ. मूर्ति, नगर निगम के आयुक्त मनीष मिश्रा सहित वीसी के माध्यम से सभी अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी, जनपद पंचायत के सीईओ, बीएमओ, बीपीएम आदि अधिकारी जुड़े रहे।