छत्तीसगढ़ » महासमुन्द
7 माह में 9 हजार मरीज लाभांवित
महासमुन्द, 22 जनवरी। महासमुन्द जिले में हर हफ्ते लगने वाले हाट बाजार में शिविर लगाकर जांच और इलाज की सुविधा से ऐसे मरीजों को त्वरित रूप से आधारभूत स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। पिछले दिनों ग्राम खट्टी विकासखंड बागबाहरा के हाट बाजार में, जहां पर 289 मरीजों की जांच की गई। इस दौरान 121 लोगों की कोविड जांच, 11 बच्चों का टीकाकरण, 16 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच किया गया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के चलते हाट बाजार नहीं लगने से गति धीमी थी। इस योजना में पिछले 7 माह में जुलाई 2020 से अब तक लगभग 9 हजार मरीजों की जांच कर उन्हें नि:शुल्क दवा वितरण जिले की 12 हाट बाजारों में स्वास्थ्य शिविर लगा कर किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एनके मंडपे और डीपीएम रोहित ने शिविर का अवलोकन किया। योजना में मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत चिकित्सक दल हाट बाजार स्थल पर ही निश्चित स्थल पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों का मौसमी बुखार, दर्द, मलेरिया, पेचिस, दस्त, उल्टी, रक्त अल्पता, कमजोरी, ब्लड प्रेशर,मधुमेह आदि बीमारियों के साथ कोरोना की भी जांच कर रहे हैं। डॉक्टरी परामर्श के साथ ही टीबी एवं कैंसर के संभावित मरीजों का स्क्रीनिंग भी करते हैं। छोटे बच्चों का टीकाकरण कार्य भी किया जा रहा है तथा 5 वर्ष से कम बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष की महिलाओं की खून जांच कर आयरन की गोलियां मुफ्त बांटी जा रही है।
महासमुन्द, 22 जनवरी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर ने भाजपा द्वारा आयोजित कलेक्टोरेट घेराव को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि एक तरफ किसान आंदोलन को आतंकवाद, नक्सल कहना और दूसरी तरफ किसानों के लिए आंदोलन करना भाजपा का दोहरा आचरण है।
छत्तीसगढ़ में 15 सालों से सत्ता में बैठी रही भाजपा बोनस के वादे भूलकर तो कभी समर्थन मूल्य पर किसानों के विश्वास को तोड़ा। और आज भाजपा के नेतागण स्वयं बिना परेशानी धान बेच कर किसानों के लिए आंदोलन का नाटक कर रहे हैं। डॉ रश्मि चंद्रकार का कहना है कि भाजपा घडिय़ाली आंसू बहा रही है। उनका मकसद ऐसे आंदोलन के बहाने अपनी राजनीति चमकाना है। भाजपा ने जो वादे सत्ता में रहते किया, उन्हें क्यों पूरा नहीं किया? आज क्यों किसान हितैषी बन रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्रकार का कहना है कि जब भाजपा कार्यकाल में किसान आत्महत्या कर रहे थे तब ये कहां सोए हुये थे? तब भाजपा 2100 समर्थन मूल्य का वादा कर मुकरी थी। तब इन्हें किसानों की पीड़ा का अहसास नहीं हुआ। आंदोलन भाजपा के लिए राजनीति का जरिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। जनवरी का महीना बीतने के लिए अब मात्र एक हफ्ता शेष है लेकिन रेलवे से अभी तक ब्लॉक का परमिशन नहीं मिला है। गर्डर चढ़ाने के लिए रेलवे की टीम ने टेस्टिंग भी कर लिया है। लिहाजा ओवरब्रिज निर्माण कम्पनी ब्रिज में गर्डर चढ़ाने के लिए रेलवे की अनुमति का इंतजार कर रही है। दूसरी ओर विवादित भूमि का मामला भी क्लियर नहीं हो पा रहा है। अधिग्रहण मामले में 6 से 7 रजिस्ट्री अभी भी शेष है। किश्त-किश्त में जगह मिलने के कारण ठेकेदार को काम करने में परेशानी हो रही है। जिसकी वजह से काम की रफ्तार धीमी हो गई है। मजदूर खाली बैठे हुए हैं।
कंपनी के इंजीनियर राहुल कुमार ने बताया कि ब्रिज निर्माण का काम रुक गया है। काम करने के लिए जगह ही नहीं है। भूमि का रजिस्ट्री अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं रेलवे से गर्डर चढ़ाने की अनुमति भी अभी तक नहीं मिली है। रिटर्निंग वॉल की दीवार भी खड़ी हो गई है, लेकिन स्लोब उतारने के प्लान को अभी तक हरी झंडी नहीं मिल पाई है।
सेतु निगम के इंजीनियर एलडी महाजन ने बताया कि एक-दो दिन में अम्बेडकर चौक की ओर होने वाले निर्माण का निरीक्षण करने टीम आएगी। जैसे ही तैयार किए गए प्लान को हरी झंडी मिलेगी, अंबेडकर चौक की ओर काम शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि रेलवे पटरी के दोनों हिस्सों की खाली जगह पर और पटरी के ऊपरी हिस्से में गर्डर चढ़ाया जाना है। इसकी कुल लंबाई 75.440 मीटर है। इसे जोडऩे के लिए 18 मीटर के 12 व 36 मीटर के 6 गर्डर का इस्तेमाल किया जाएगा। ये सभी गर्डर 6 लाइन में लगाए जाएंगे। गर्डर लगाने के लिए फाउंडेशन का काम पूरा हो गया है। गर्डर का निर्माण रायपुर के उरला में हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। घर के लोगों को बिना बताए, मोबाइल स्विच ऑफ करके कल सिरपुर गए तीन नाबालिग बच्चों को पुलिस ने कुछ ही घंटे में तलाश लिया। पुलिस के काम से खुश होकर पालकों ने कोतवाली टीआई शेर सिंह बंदे समेत अन्य पुलिसकर्मियों का सम्मान किया।
दरअसल तीनों बच्चे पढऩे के लिए एक साथ कोचिंग जाते हैं। घटना वाले दिन तीनों बच्चे कोचिंग न जाकर महासमुन्द शहर में ही घूमने लगे। इसी दौरान एक बच्चे के पिता उसे लेने के लिए कोचिंग चले गए। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। घर के लोग इस बात को जान लिए, इसी डर से बच्चों ने अपने मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिया और सिरपर चले गए। इसके बाद पालकों ने इसकी जानकारी कोतवाली थाने में आकर दी। कोतवाली टीआई शेर सिंह बंदे ने इसकी जानकारी सिरपुर चौकी प्रभारी को दी। इसके बाद मोबाइल के अंतिम लोकेशन को ट्रेस करते हुए पुलिस ने तीनों बच्चों को ढूंढकर पालकों को सौंप दिया।
कुछ ही घंटों में तीनों बच्चों के पालक काफी खुश हुए। इसके बाद पालकों ने कोतवाली टीआई शेर सिंह बंदे समेत सिरपुर चौकी प्रभारी नागेन्द्र दुबे, पधान आरक्षक पवन दीवान, आर जयंत चक्रधारी, हेमदास जेंड्रे, पारस नाथ पैकरा का सम्मान किया।
4 दिनों में कोरोना वैक्सीन की 28 डोज खराब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। महासमुन्द जिले में वैक्सीनेशन के पहले चरण में चार दिन 16 जनवरी, 18 जनवरी, 20 जनवरी और 21 जनवरी को हुए वैक्सीनेशन में सूचना के बाद भी लाभार्थी स्वास्थ्यकर्मियों (फ्रंटलाइन वॉरियर्स) के नहीं पहुंचने के कारण 28 खुराक खराब हो चुकी है। ये खुराक 28 जिंदगियां बचा सकती थीं। इससे पहले चरण के चार दिन में वैक्सीनेशन में औसतन हर दिन वैक्सीन के 7 डोज बर्बाद हुए।
जिले में चयनित 33 में से अभी जिले के तीन वैक्सीनेशन सेंटर जिला अस्पताल, सरायपाली स्वास्थ्य केंद्र और पिथौरा स्वास्थ्य केंद्र में ही टीकाकरण करने की अनुमति मिली है। इन सभी वैक्सीनेशन सेंटर में चार दिन में 1200 लोगों को टीका लगना था, लेकिन सिर्फ 622 को लगा। ये स्वास्थ्य विभाग के तय टारगेट का सिर्फ 52 फीसदी है।
गुरूवार को तो सबसे कम 115 ने ही वैक्सीनेशन कराया। इसमें से सरायपाली में सबसे कम 20 ने ही वैक्सीन लगवाया। इसके अलावा महासमुन्द में 50 और पिथौरा में 45 लोगों ने टीका लगवााया। पंजीयन कराने के बावजूद फ्रंट लाइन वर्कर्स, स्वास्थ्य कर्मी व नर्सिंग स्टॉफ के सेंटर में टीके लगवाने के लिए नहीं आने से चार दिन के भीतर ही 28 डोज खराब हो गए हैं। जिससे 28 की जान बचाई जा सकती थी। गुरूवार को वैक्सीनेशन का चौथा दिन था। पहले चरण के चौथे दिन सिर्फ 115 ने टीकाकरण किया गया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंडपे के मुताबिक हर सेंटर में प्रतिदिन 100-100 लोगों को वैक्सीन लगाई जानी थी। वैक्सीन की एक वॉयल में 10 खुराक बनती है। इसलिए सेंटर में 90-95 लोगों के पहुंचने पर 9 वॉयल तो ठीक तरीके से इस्तेमाल हो जातेे हैं, पर आखिरी वॉयल में 10 से कम के आने पर बाकी खुराक हर दिन खराब हो जा रही है। एक व्यक्ति को 0.5 एमएल वैक्सीन लगनी है, यदि एक वॉयल खुलता है तो उसे 4 घंटे के भीतर लगाना जरूरी है। पूरे 8 हजार 979 लोगों को टीके लगाने में 18 लाख 85 हजार 590 रुपए खर्च आया।
ज्ञात हो कि जिले की 13 लाख जनसंख्या में वैक्सीन लगाने में 27 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च होंगे। मार्केट में यही टीका बाद में 1 हजार रुपए में मिलेगा। डॉ. मंडपे का कहना है कि हर वैक्सीन में वेस्टेज फैक्टर रहता है। कोरोना वैक्सीन में भी 1.1 फीसदी वेस्टेज फैक्टर है। हालांकि लोगों को बार-बार फोन करके और मैसेज करके बोला जा रहा है कि वे टीका लगाएं। पर वे नहीं आ रहे हंै।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद गुप्ता ने कहा कि पहले चरण में पंजीकृत 8 हजार 979 स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगना है। अभी एक सप्ताह के कार्यक्रम के लिए ही अनुमति मिली थी, जो गुरूवार को समाप्त हो गयी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। तीन दिनों से रोहांसी दल के तीन हाथी ग्राम अछोली से लगे महानदी टापू पर विचरण कर रहे हैं। इनके आने से आरंग व महासमुन्द क्षेत्र के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। वन विभाग की टीम लगातार तीनों दंतैलों पर नजर बनाई हुई है।
ज्ञात हो कि इस क्षेत्र में किसानों ने रबी सीजन में धान सहित अन्य फसल लिया है। ऐसे में रोहांसी दल के तीन हाथियों के बुधवार सुबह से आ जाने से उनकी चिंता बढ़ गई है। हालांकि यह दल इस टापू में आते ही थोड़ी देर बाद आगे महानदी की ओर निकल गया था, लेकिन उसी दिन शाम ढलते तीनों वापस इसी टापू पर आ गए। इनकी वापसी से किसानों की परेशानी बढ़ गई है।
हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के सदस्य राधेलाल सिन्हा ने बताया कि बार दल के तीन दंतैल पिछले एक महीने से कसडोल क्षेत्र की ओर चले गए हैं। जिससे किसानों को राहत है। बुधवार सुबह रोहांसी दल के तीन दंतैल अचानक लहंगर वन परिक्षेत्र होते हुए कुकराडीह बंजर,अछोली होते हुए महानदी टापू पर पहुंच गए। आशंका है कि यह दल ग्राम गुदगुदाए गुल्लु, निसदा, पारागांव, चपरीद, महासमुन्द की ओर ग्राम लहंगर, गुडरुडीह, बढग़ांव, जोबा एवं परसाडीह की ओर बढ़ सकते हैं। इसलिए वन विभाग की ओर से इन गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वर्तमान में ये तीनों दंतैल महानदी के टापू पर है।
ज्ञात हो कि पांच-छह सालों से सिरपुर क्षेत्र में विचरण कर रहे बार दल के 25 हाथी छुरा, गरियाबंद, धमतरी होते हुए कांकेर व बालोद की ओर चले गए हैं।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
पिथौरा, 21 जनवरी। विकासखण्ड मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सराईपाली के ग्रामीण गुरुवार को उस समय हैरान हो गए, जब गोठान निरीक्षण के लिए पहुंचे जिला कलेक्टर डोमन सिंह ग्राम की गलियों में घूमते हुए पुराना स्कूल ढूंढ रहे थे। इस दौरान ग्राम के कुछ बुजुर्गंो ने उन्हें पहचान लिया कि वे करीब साढ़े तीन दशक पहले इसी गांव में शिक्षक थे।
गुरुवार का दिन समीप के ग्राम सराईपाली निवासियों के लिए उत्साह से भरपूर रहा। आज अनायास ही उनके बीच एक ऐसे शख्स सामने थे जो कि आज कलेक्टर है परन्तु करीब 35 वर्ष पूर्व वे इसी ग्राम में शिक्षक थे। इस संबंध में ग्रामीण बताते हैं कि वर्तमान में नवपदस्थ जिलाधीश इसी गांव में बच्चों को पढ़ाते थे। अब जिले के कलेक्टर बन गए।
ग्रामीण बताते हंै कि करीब 35 साल पहले 1987 में महासमुंद के वर्तमान कलेक्टर डोमन सिंह ठाकुर इस ग्राम में शिक्षक थे। गुरुवार को पिथौरा ब्लॉक के कुछ ग्रामों में गोठान देखने पहुंचे। कलेक्टर ने समीप के ग्राम सराईपाली के नाम सुनते ही वहां जाने की इच्छा व्यक्त की। बताते हंै कि कौहाकुड़ा से लगे ग्राम सराईपाली में पहुंच कर ग्रामीणों से मुलाकात करने उन्होंने चौपाल लगाई। इस समय तक किसी को ये पता नहीं था कि इस गांव में जो कलेक्टर चौपाल कार्यक्रम में ग्रामीणों से रूबरू हो रहे हैं, वे कभी यहां बच्चों को पढ़ाते थे।
वास्तव में कलेक्टर की स्मृति में उनका शिक्षकीय कार्य छिपा था। जिसके कारण वे मन ही मन लालयित हो रहे थे कि वे अब वहां के हालात देखे। इसी बहाने उन्होंने ग्रामीणों से रूबरू होकर उनकी समस्याएं भी सुनी तथा उनका हालचाल भी जाना। इसके पूर्व उन्होंने आज से करीब 35 साल पहले खपरैल वाले एक मकान को ढूंढते नजर आए, जो किसी समय में स्कूल हुआ करता था और वहां उन्होंने एक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी थी । गांव के बुजुर्गों से मिलकर अपने बीते दिनों की यादें भी ताजा करते नजर आए। कलेक्टर की स्मृति सुन यहां ग्रामीण गदगद हो गए।
अफसरों को निर्देश
ग्रामीणों ने बताया कि कलेक्टर द्वारा चौपाल के माध्यम से मिली जानकारी के बाद विकासखण्ड एवं तहसील के कुछ विभाग के अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण हेतु निर्देशित भी किया। श्री सिंह के साथ स्थानीय एसडीएम राकेश कुमार गोलछा भी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। उड़ान संस्था एवं नाबार्ड बैंक के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम बनसिवनी में महिला स्वालंबन पर सात दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हो गया है। यह प्रशिक्षण स्व सहायता समूहों की 150 महिलाओं के लिए किया जा रहा है। इसमें ग्राम बनसिवनी, लोहारडीह, बांसकुड़ा, बोडऱा, अमलोर के आसपास की ग्रामीण महिलाएं शामिल हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक डीजी मिश्रा, विशेष अतिथि नाबार्ड के जिला प्रबंधक के मनोज, सनफ्लेग एग्रो रायपुर के सचंालक रजनीश अवस्थी एवं उड़ान के सदस्य श्रीनिवास राव थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उड़ान के डायरेक्टर डा. जी रावटे ने की। श्री रावटे ने परियोजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि महासमुन्द की महिलाओं की आर्थिक उन्नति व बेहतर जीवन के लिये उड़ान संस्था गत कई सालों से काम कर रही है लेकिन उनके स्वालंबन का स्थायी समाधान नहीं मिल रहा था। काफी अध्ययन व सर्वे के उपरांत उड़ान द्वारा सुंगधित घास की खेती का विकल्प खोज निकाला गया। इसका प्रस्ताव नाबार्ड जिला कार्यालय को दिया गया। इस परियोजना पर पिछले 2 साल से संस्था ने कार्य किया है।
श्री रावटे ने कहा कि नाबार्ड रायपुर ने इस सुंगधित घास की खेती तथा प्रशिक्षण देने के उड़ान के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है। रायपुर के सन्फ्लेग एग्रो कम्पनी से इसके उत्पादन की मार्केटिंग एवं टेक्नीकल सर्पोट का समझौता किया गया है ताकि महिलाओं को खेती के बाद बाजार में बेचने की समस्या का सामना ना करना पड़े। उन्होंने इसकी खेती की संभावित आय व्यय की जानकारी भी दी। आशा व्यक्त कि हम सभी के संगठित होकर एक साथ काम करने से महासमुन्द जिले की ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति में निश्चित सुधार आएगा। विशेष अतिथि के मनोज जिला प्रबंधक ने प्रशिक्षण के फायदे बताये और नाबार्ड बैंक के द्वारा प्रशिक्षण के बाद खेती के लिये बैंक ऋण प्राप्ति, ऋण वापसी तथा अच्छे उत्पादन की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला।
रजनीश अवस्थी संचालक एग्रोटेक ने सुगंधित घास की तरीके, लाभ, प्रशिक्षण व्यवस्था और उसके मार्केटिंग व्यवस्था पर विस्तृत जानकारी दी। महिला बैंक महासमुन्द के हितेश पान्डेय ने बैंक से लोन प्राप्त करने की जानकारी दी। सात दिवसीय प्रशिक्षण केन्द्रों की सूची के साथ उपस्थित स्वसहायता समूहों की महिलाओं का परिचय भी उन्होंने कराया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीजी मिश्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए महिलाओं को आर्थिक रूप से समक्ष बनने के अनेक उदाहरण देकर उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद आप लोग सामूहिक खेती करेंगे तो पाएंगे कि सामने आ रही कोई भी समस्याओं का समाधान भी एक दूसरे की मदद से होता जाएगा। नाबार्ड की कृषि सम्बंधी योजनाओं की जानकारी भी उन्होंने दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। उज्जैन की संत वर्षा नागर ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का नाम जपने से जीवन का उद्धार हो जाता है। श्रीराम कथा मानव जीवन से जुड़ी है और उसे आत्मसात करने की जरूरत है। ग्राम केशवा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान चौथे दिन कल बुधवार को संत देवी वर्षा नागर ने राम जन्मोत्सव से वनवास तक का सुंदर वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि जीवन में भगवान श्रीराम की कृपा हो वह भाग्यशाली है। राम नाम ही सत्य है। मोक्ष प्राप्ति का एक मात्र रास्ता है भगवान की भक्ति।
भक्ति के आगे कोई शक्ति नहीं है। संत देवी वर्षा नागर ने बताया कि मनु और शतरूपा ने भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए कई सालों तक कठोर तप किया। कठोर तप की वजह से भगवान ने उन्हें दर्शन दिए और वरदान मांगने के लिए कहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना महासमुन्द जिले में हर हफ्ते लगने वाले हाट बाजार में शिविर लगाकर जांच और ईलाज की सुविधा से ऐसे मरीजों को त्वरित रूप से आधारभूत स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है।
जिले के दूर-दराज क्षेत्रों में निवासरत् ग्रामीण रोजमर्रा की जरूरत के सामान खरीदने-बेचने इन साप्ताहिक हाट बाजारों में पहुंचते हैं। चूंकि दूरस्थ ग्रामीण पहुंच विहीन क्षेत्रों में अब भी चिकित्सा सुविधाओं की पर्याप्त पहुंच है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की शुरुआत की गई है। ताकि ग्रामीण वहां सामानों की खरीदी-बिक्री के साथ अपने परिजनों को साथ लाकर उनका ईलाज भी करा सकें। बीते मंगलवार को ग्राम खट्टी विकासखंड बागबाहरा के हाट बाजार में 289 मरीजो की जांच की गयी। जिसमें 121 लोगों की कोविड जांच, 11 बच्चों का टीकाकरण, 16 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया की कोरोना के चलते हाट बाजार नहीं लगने से गति धीमी थी। लेकिन अब जिले की 12 हाट बाजारोंं में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हो रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.के. मंडपे और डी.पी.एम श्री रोहित ने शिविर का अवलोकन किया।
शिविर में ग्रामीणों के मौसमी बुखार, दर्द, मलेरिया, पेचिस, दस्त, उल्टी, रक्त अल्पता, कमजोरी, ब्लड प्रेशर, मधुमेह आदि बीमारियों के साथ कोरोना की भी जांच, उपचार व डॉक्टरी परामर्श, टीबी एवं कैंसर के संभावित मरीजों का स्क्रीनिंग भी की जाती है। यहां छोटे बच्चों का टीकाकरण कार्य भी किया जा रहा है तथा 5 वर्ष से कम बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष की महिलाओं की खून जांच कर आयरन की गोलियां मुफ्त बांटी जा रही हैं।
महासमुन्द, 21 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में जिला खाद्य अधिकारियों तथा जिले की राईस मिलर्स की बैठक ली। बैठक में जिले के राईस मिलर्स के पदाधिकारी एवं सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि मिलर्स अपने मिलिंग क्षमता अनुसार धान का उठाव शीघ्र करें। उन्होंने वर्ष 2019-20 का वास्तविक शेष बचा धान का उठाव और उठाए गए धान का चावल जमा करने को कहा। खाद्य अधिकारी ने बताया कि अब तक लगभग 60 लाख क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। निर्धारित लक्ष्य की धान खरीदी समय पर पूरी कर ली जाएगी। बैठक में जिला खा़़़द्य नितिश कुमार त्रिवेदी, सहायक खाद्य अधिकारी अनिल जोशी, जिला विपणन अधिकारी के.पी. कर्ष, जिला राईस एसोसिएशन के अध्यक्ष पारस चोपड़ा सहित राईस मिलर्स सदस्य शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। 20 जनवरी बुधवार को शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय की अलुमनी समिति ने नये पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी का गठन किया।
आम सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विनोद चन्द्राकर विधायक एवं संसदीय सचिव छ.ग. शासन, विशिष्ट अतिथि लक्ष्मण पटेल उपाध्यक्ष जिला पंचायत महासमुंद थे। दाऊलाल चन्द्राकर अध्यक्ष अलुमनी समिति, आलोक चन्द्राकर उपाध्यक्ष, डॉ. अनुसुइया अग्रवाल सचिव, खिलावन बघेल सहसचिव, डॉ. ए.करीम कोषाध्यक्ष, डॉ. रीता पाण्डेय संयोजक अलुमनी समिति, डॉ. जया ठाकुर सहसंयोजक, डॉ. मालती तिवारी, डॉ. दुर्गावती भारतीय, सीमारानी प्रधान, अजय कुमार राजा एवं राजेश शर्मा के संयोजन में आमसभा का आयोजन किया गया।
स्वागत भाषण डॉ. अनुसुइया अग्रवाल प्रभारी प्राचार्य एवं सचिव अलुमनी समिति द्वारा किया गया। प्रतिवेदन पठन डॉ. रीता पाण्डेय संयोजक अलुमनी समिति ने किया। दाऊलाल चंन्द्राकर ने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय के विकास हेतु किये गए कार्यो का उल्लेख करते हुए समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद कहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनोद चन्द्राकर ने अपने छात्र जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए शिक्षक एवं छात्र के सम्बन्धों की महत्ता को बतलाया। उन्होंने अलुमनी समिति के द्वारा की गई मांगों को स्वीकार करते हुए प्रति वर्ष व्यय हेतु अलुमनी समिति को प्रदान किये जाने वाले कोष में वृद्धि करने की व वेंडिग मशीन क्रय किये जाने की घोषणा की। विशिष्ट अतिथि लक्ष्मण पटेल जी ने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए अलुमनी समिति को शुभकामनाएं देते हुए महाविद्यालय के साथ अपने अनुभवो को साझा किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। इंडियन रेडक्रॉस सोसयटी राज्य शाखा की ओर से प्राप्त कोरोना राहत सामग्री साबुन व मास्क का वितरण इंडियन रेडक्रस सोसायटी के वरिष्ठ सदस्य दाऊलाल चंद्राकर एवं जिला संगठक अशोक गिरी गोस्वामी ने मंगलवार को माता कर्मा कन्या महाविद्यालय में किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जनपद उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी सेवन लाल चन्द्राकर शामिल हुए। चमन लाल चन्द्राकर एवं भगन लाल चंद्राकर विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। श्री गोस्वामी ने रेडक्रॉस की स्थापना के उद्देश्य, संगठन व्यवस्था, वैश्विक महामारी कोविड के दौरान किये गए कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद कार्यक्रम संचालक एवं यूथ रेडक्रॉस इकाई कार्यक्रम अधिकारी डॉ.स्वेतलाना नागल ने महाविद्यालयीन छात्राओं द्वारा कोविड 19 के दौरान किए गए जागरूकता कार्यक्रम की जानकारी दी।
इस साल महाविद्यालय में रेडरिबन क्लब द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता बीएससी अंतिम वर्ष की साक्षी अग्रवाल. प्रथम स्थान, बीए प्रथम वर्ष की कावेरी साहू द्वितीय स्थान और भाषण प्रतियोगिता के विजेता मयुरी कोसरे बीएससी अंतिम वर्ष व कु.ज्योति साहू बीएससी द्वितीय वर्ष को दिया गया। साथ ही युवा दिवस के मौके पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेता को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कोविड.19 वालंटियर्स को सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की सफलता के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य डा.प्रमेश कुमार देवांगन ने सभी छात्राओं का उत्साहवर्धन किया एव सुरक्षा सम्बंधी सावधानियों को समझाया। कार्यक्रम के दौरान 60 छात्राएं उपस्थित थी।
महासमुन्द, 21 जनवरी। जिले में कोरोना टीकाकरण के तीसरे दिन कल जिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा और सरायपाली में 149 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाया गया। टीकाकारण अधिकारी डॉ.अरविंद गुप्ता ने बताया कि ज़िला चिकित्सालय महासमुन्द में 47, पिथौरा में 43 और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरायपाली में सर्वाधिक 59 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया गया। मालूम हो कि वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना होगा। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर एंटीबाडी का सुरक्षात्मक स्तर इम्यूनिटी विकसित होती है। वैैैक्सीन लगाने के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना आवश्यक होगा जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। जिला प्रभारी एवं वाणिज्यकर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा जिले के ग्राम गोपालपुर में भक्त गुहा जयंती उत्सव एवं मड़ई मेला में शामिल हुए। मंत्री कवासी लखमा ने ग्राम पंचायत गोपालपुर के नवीन प्रवेश द्वार 1.30 लाख, वर्मी टैंक 3 लाख एवं कचरा संग्रहण केन्द्र 3.50 लाख रुपए का लोकार्पण तथा पचरी निर्माण 3 लाख रुपए का भूमिपूजन किया।
श्री लखमा ने कहा कि मड़ई मेला से उनका पुराना नाता है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण लोग मड़ई मेला में पूरी उत्साह के साथ पहुंचते हैं और खरीददारी करते हैं। मंत्री ने जन प्रतिनिधियों और ग्रामीणों की सर्व समाज हेतु सामाजिक भवन, उच्च प्राथमिक शाला भवन, मुक्तिधाम शेड निर्माण, सी.सी. रोड निर्माण आदि प्रकार की यह काम उनके विभाग से सम्बंधित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे आप लोगों द्वारा की गई मांग के सम्बंध में सम्बंधित विभाग की मंत्रियों को पत्र लिखकर अनुरोध करेंगे। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक महासमुन्द विनोद चन्द्राकर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, सरपंच मोतिन सहदेव ध्रुव, डॉ रश्मि चन्द्राकर सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। कल जिले के राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीम ने जिले में 4 प्रकरणों पर 203 बोरा धान अर्थात् 81.2 क्विंटल धान जप्त किए हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार इनमें बसना तहसील के ग्राम धुमाभांठा निवासी हंसलाल पटेल से 48 बोरी धान, बागबाहरा तहसील के ग्राम खल्लारी निवासी इन्द्र कुमार दीवान से 95 बोरी धान एवं बागबाहरा निवासी पुरूषोत्तम कुंजेकार से 35 बोरी धान जप्त किया गया। इसी प्रकार पिथौरा तहसील के ग्राम बरनईदादर निवासी धोबा साहू से 25 बोरी धान जप्त कर उचित कार्यवाही की गई। बता दें कि अब तक जिले में कुल 245 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जिनमें 11917 बोरा धान अर्थात् 4766.8 क्विंटल धान की जप्ती की गई है। इनमें 12 वाहन भी शामिल हैं। जिले में कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में तहसीलदार, थाना प्रभारी, खाद्य निरीक्षक की संयुक्त उडऩदस्ता टीम का गठन कर अवैध धान परिवहन और अवैध धान भंडारण पर लगातार निगरानी की जा रही है।
सीएम ने किया ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से शिलान्यास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। कांपा के पास साढ़े सात करोड़ की लागत से कृषि महाविद्यालय का भवन तथा बालक-बालिका छात्रावास का निर्माण होगा। इसके लिए कल बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से शिलान्यास किया। वहीं कांपा स्थित कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र में आयोजित एक सादे सामारोह में संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भवन व छात्रावास के लिए शिलान्यास होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि जल्द ही सर्वसुविधायुक्त कॉलेज भवन व छात्रावास का निर्माण हो सकेगा।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के 35 वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 7.53 करोड़ की लागत से महासमुन्द कृषि कॉलेज भवन तथा बालक बालिका छात्रावास का शिलान्यास किया। इस अवसर पर कांपा स्थित कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि लंबे समय से कृषि कॉलेज के लिए भवन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इसके लिए वे शुरू से प्रयासरत थे।
पहले कृषि कॉलेज डाइट के हॉस्टल में संचालित हो रहा था। बाद इसके कांपा स्थित मोटल में संचालित कराया गया। वहीं अब कृषि कॉलेज का खुद का भवन व छात्रावास हो सकेगा। सात करोड़ 53 लाख की लागत से कॉलेज भवन व छात्रावास निर्माण के लिए मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, सेवनलाल चंद्राकर, खिलावन बघेल,माणिक साहू, खोम सिन्हा, मदन चंद्राकर सहित कृषि कॉलेज के स्टाफ मौजूद थे।
जिला चिकित्सालय में प्लान सर्जरी की शुरूआत जल्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। अनलॉक के चार महीने बाद अब जिला चिकित्सालय के ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढऩे लगी है। आजकल हर रोज यहां आने वालों का आकड़ा 100 के पार पहुंच रहा है।
सर्दी,खांसी, बुखार व सिर-बदन दर्द के मरीज जिला चिकित्सालय इलाज कराने पहुंच रहे हंै। यहां चिकित्सक भी ओपीडी में आने वाले मरीजों का इलाज कर रहे हैं। हालांकि कोविड के चलते मरीजों को थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन चिकित्सक निर्धारित समय पर आने वाले ओपीडी मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सुबह से रजिस्ट्रेशन काउंटर में भीड़ उमड़ रही है। इसके अलावा जिलेवासियों के लिए एक अच्छी खबर है कि अब जिला चिकित्सालय में प्लान सर्जरी की शुरूआत जल्द होने वाली है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सर्जरी की अनुमति दे दी है। यहां कोरोना के गाइडलाइन के अनुसार सर्जरी होगी। इसकी पुष्टि डीपीएम रोहित वर्मा ने की है। वहीं अस्पताल अधीक्षक एनके मंडपे का कहना है कि मरीजों की संख्या कोविड के चलते बहुत कम हो गई थी। अब धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है।
हर दिन 100 से 120 ओपीडी के मरीजों का इलाज चिकित्सक कर रहे हैं। पहले ओपीडी में यह संख्या 150 से 180 तक पहुंचती थी। लोगों के मन में भय होने के कारण यहां आने से कतरा रहे हैं। वैक्सीन आने के बाद अब लोग इलाज के लिए चिकित्सालय आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम अभी बंद हंै। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देश आने के बाद ही कार्यक्रमों की शुरूआत की जाएगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण 23 मार्च से शहर में लॉकडाउन हो गया था। इसके बाद से जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या एकदम घट गई थी।
जून में अनलॉक होने के बाद भी लोग चिकित्सालय जाने से कतरा रहे थे। साथ ही यात्री बसों का परिचालन भी बंद था। कोरोना काल में आवागमन के साधन नहीं होने के कारण लोग अस्पताल पहुंच नहीं पा रहे थे। इसके अलावा संक्रमण का भी भय लोगों में बना हुआ था। जिसकी वजह से ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या एकदम कम हो गई थी। अब आवागमन का साधन शुरू हो गया है। शहर सहित आसपास के लोग भी सर्दी, बुखार, सिर-बदन दर्द, खांसी का इलाज कराने जिला चिकित्सालय पहुंच रहे हैं।
श्री मंडपे के अनुसार कोरोना की वजह से स्वास्थ्य विभाग में प्लान सर्जरी जैसे मोतियाबिंद, नसबंदी सहित अन्य बंद हो गए थे। मार्च से सर्जरी बंद है। जनवरी के पहले सप्ताह में सर्जरी करने की अनुमति स्वास्थ्य मंत्रालय ने दे दी है। अब कोविड.19 के गाइडलाइन के अनुसार कम संख्या में सर्जरी की शुरुआत चिकित्सालय में की जाएगी। वर्तमान में कोरोना वैक्सिनेशन का टीका लगाया जा रहा है।
कोविड के कारण जिले में स्कूल बंद है। इसकी वजह से चिरायु योजना बंद है। हालांकि आंगनबाड़ी केंद्र खुल गए हैं लेकिन संक्रमण के डर के कारण बच्चों की दर्ज संख्या कम है। स्वास्थ्य का परीक्षण स्कूल व आंगनबाड़ी में नहीं हो पा रहा है। इस योजना के तहत 0 से 18 साल के बच्चों का चार चरणों में स्क्रीनिंग की जाती है। योजना के तहत 35 तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है। फिलहाल कोविड के चलते योजना बंद है।
22 को कलेक्टोरेट का घेराव करेंगे भाजपाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। किसानों को धान बेचने के लिए बारदाने नहीं मिल रहा है। अत: कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए भाजपा कल 22 जनवरी को प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन करेगी। राजधानी समेत प्रदेश के सभी 28 जिला मुख्यालयों में कलेक्टोरेट का घेराव होगा, वहीं भाजपाई गिरफ्तारियां भी देंगे।
बुधवार को महासमुन्द पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवरतन शर्मा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने हाथ में गंगा जल लेकर किसानों एक-एक धान का दाना खरीदने का वचन लिया था। एक-एक दाना तो छोडि़ए किसानों का उनके हक का धान भी राज्य सरकार खरीदने से मना कर रही है। आज किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान हैं। धान खरीदना तो दूर की बात है, किसानों का 20 फीसदी रकबा ही काट दिया गया। किसानों को बारदाना नहीं दिया जा रहा है। पिछले साल के बोनस का एक किस्त भी अभी नहीं दिया गया है। वहीं वन क्षेत्रों के किसानों, जिन्हें वन भूमि का पट्टा दिया गया है, उनसे भी धान नहीं खरीदा जा रहा है। किसानों के धान खरीदी में हो रही परेशानी और वादा खिलाफी के विरोध भाजपा 22 जनवरी को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेगी। श्री शर्मा ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में विकास कार्य ठप है। प्रदेश के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में चले जाएं विकास हर जगह ठप है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
महासमुंद, 21 जनवरी। आज दोपहर बसना-पदमपुर मार्ग में बंसुला के परसकोल चौक पर सडक़ दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई है, वहीं एक घायल हो गया। मृतका की उम्र 40 से 45 वर्ष बताई जा रही है। हादसे के बाद लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है और घटना स्थल पर चक्काजाम की स्थिति बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि गुरुवार दोपहर लगभग 1 बजे सडक़ में काफी भीड़ थी और बाइक सवार दोनों को एक वाहन टक्कर मारकर भाग निकला। बाइक सवार दोनों नीचे गिर गये और महिला का सिर टक्कर मारने वाले वाहन के पीछे चक्के में आ गया, जबकि बाइक चालक वाहन सहित बाजू में जा गिरा। इससे महिला की मौके पर ही मौत हो गयी। बाइक चालक को भी चोटें आई है और उसे अस्पताल भेज दिया गया है।
इस घटना के बाद लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है और घटना स्थल पर चक्काजाम की स्थिति बनी हुई है। मृतका ग्राम परसकोल निवासी हंै। दोपहर दो बजे समाचार लिखे जाने तक घटना में मृत और घायल का नाम पुलिस को मालूम नहीं चला है। मौके पर पुलिस पहुंचकर जांच कर रही है।
पिथौरा, 20 जनवरी। भाजपा के युवा नेता स्वप्निल तिवारी को सांसद चुन्नीलाल साहू ने स्थानीय महाविद्यालय में अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।श्री तिवारी भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष रह चुके हैं। नव नियुक्त सांसद प्रतिनिधि स्वप्निल तिवारी ने नियुक्ति पर सांसद चुन्नीलाल साहू, भाजपा पूर्व प्रदेश मंत्री शंकर अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, किशान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमशंकर पटेल, मंडल अध्यक्ष नरेश सिंघल, महामंत्री आशीष शर्मा का आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 20 जनवरी। जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने और संक्रमण के नए मामले कम आने लगे हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा कि जल्द ही जिले से कोरोना की विदाई होने वाली है। कोरोना से निपटने जिले में एक कोविड अस्पताल (जिला अस्पताल) समेत दो कोविड सेंटरों में 497 बेड हैं। इन केंद्रों में वर्तमान समय में सिर्फ 46 मरीजों का इलाज चल रहा है और 451 बेड खाली पड़े हुए हैं।
इस तरह कोविड अस्पताल और दोनों सेंटरों के 451 बेड खाली है। यह कुल बेड का 90.75 फीसदी है। सिर्फ 9.2 प्रतिशत सीटों पर मरीजों का इलाज हो रहा है।
महासमुन्द जिले में मई 2020 में कोरोना का पहले मामला आने के बाद जनवरी 2011 में पहली बार संक्रमण दर का आंकड़ा 0.22 फीसदी पर पहुंचा है। जिला अस्पताल में बने 51 बेड वाले जिले के एक मात्र कोविड अस्पताल में इस समय सिर्फ 13 मरीजों का इलाज हो रहा है। यह कुल सीटों का सिर्फ 2.6 फीसदी है। वहीं शासकीय जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र कोविड सेंटर में कुल 240 बेड हैं। इसमें से सिर्फ 33 पर मरीजों का इलाज चल रहा है।
जिले में वर्तमान समय में 202 एक्टिव केस हैं। इसमें से शासकीय जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र कोविड सेंटर में 33 मरीज भर्ती है। वहीं कोविड अस्पताल में 13 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस तरह कुल एक्टिव में से 51 मरीज अपना इलाज कोविड अस्पताल और सेंटर में करवा रहे हैं और 151 कोरोना संक्रमित घर में इलाज करवा रहे हैं। इस तरह 75 फीसदी अपने इलाज के लिए घर को चुना है। सिर्फ 25 प्रतिशत कोरोना संक्रमितों का ही इलाज कोरोना अस्पताल या कोविड सेंटर में चल रहा है।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2021 के शुरुआती 18 दिनों में 14 हजार 142 लोगों की जांच की गई है। इसमें से 592 कोरोना संक्रमित मिले। यह कुल टेस्ट का सिर्फ 4 फीसदी है। वहीं शुरुआती 18 दिन में 743 कोरोना संक्रमित ठीक होने के बाद घर लौट गए। यह कुल टेस्ट का का लगभग 5.2 फीसदी है। इस तरह संक्रमित होने वाले की अपेक्षा ठीक होने वालों का 2 फीसदी ज्यादा रेट हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने पर सीएमएचओ एनके मंडपे ने कहा कि वैक्सीनेशन तो अभी शुरू हुई है। इसका असर आने वाले दिनों में दिखने को मिलेगा। अभी वातावरण अब गर्म होने लगा है। गर्मी की शुरुआत हो रही है। इसलिए वायरस को जिंदा रहने के लिए जो वातावरण चाहिए वो अब नहीं मिलेगा। वैक्सीनेशन और गर्मी बढऩे के साथ एक्टिव केसों की संख्या में और भी कमी आएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 20 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के महासमुन्द दौरे पर सर्व आदिवासी समाज व अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
समाज ने मुख्यमंत्री से बरोंडाबाजार में स्थित शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह के नाम पर रखने, वीरांगना महारानी दुर्गावती के स्टेच्यू के लिए शहर में जिला कोर्ट चौक पर जमीन आवंटित करने, पुरातात्विक स्थल सिरपुर में एनीकेट सह सडक़ निर्माण करने व अनुसूचित जनजाति वर्ग क्रीमीलेयर के बंधन से मुक्त होने के कारण इस वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति में पालक की ढाई लाख की आय सीमा की बाध्यता से मुक्त करने और शासकीय नौकरी की नियुक्ति-पदोन्नति आरक्षण रोस्टर प्रणाली के अनुसार करने जैसे प्रमुख मुद्दों के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष राधेश्याम ध्रुव, पूर्व जिलाध्यक्ष खिलावन सिंह ध्रुव, जनपद उपाध्यक्ष महासमुन्द त्रिलोकी ध्रुव, पान बाई, जयंत ध्रुव, एमएल ध्रुव, महेश ध्रुव, गोलू रावल, सहदेव ध्रुव, सरजू ध्रुव, प्रवीण ठाकुर, भुवन लाल ध्रुव व अन्य समाजजन शामिल हैं। इसमें बसंता ठाकुर, एआर मरकाम, टुकेश्वर सिंह ध्रुव, डीआर ध्रुव, यशवंत ठाकुर, रामानंद ध्रुव, जितेन्द्र ठाकुर, संतोष दीवान, खेमराज ध्रुव ने सहयोग दिया।
महासमुन्द, 20 जनवरी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बसना सनत महादेवा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अन्तर्गत अपात्र परिवारों का नाम प्रतीक्षा सूची से विलोपित किए जाने हेतु 38 ग्राम पंचायतों अंकोरी, अरेकेल, अजगरखार, बड़ेढाबा, बड़ेसाजापाली, बाराडोली, बरपेलाडीह, बरतियाभांठा, भठोरी, भूकेल, बिछिया पो, बिछिया सा, बुटीपाली, चनाट, छोटेपटनी, छुईपाली, चिमरकेल, चिपरीकोना, देवरी, ढालम, धनापाली, दुलारपाली, दुर्गापाली, हरदा, करनापाली, खरोरा, कोटेनदरहा, कुम्हारी, कुसमुर, मेदनीपुर, नानकसागर, नौगढ़ी, रंगमटिया, रोहिना, रूपापाली, सागरपाली, साल्हेझरिया एवं सरकण्डा से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
अपात्र हितग्राहियों का चिन्हांकन कर सूची जनपद पंचायत बसना तथा सम्बंधित ग्राम के सूचना पटल पर चस्पा की गई है। उन्होंने बताया कि प्रकाशित सूची में दर्शित अपात्र परिवारों के सम्बंध में दावा.आपत्ति 22 जनवरी से 25 जनवरी 2021 शाम 5:30 बजे तक सम्बंधित दस्तावेजों के साथ कार्यालय जनपद पंचायत बसना आवास प्रकोष्ठ में प्रस्तुत कर सकते हंै। निर्धारित तिथि के बाद दावा-आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 20 जनवरी। शासकीयकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्राम सचिव कल मंगलवार को पंचायतों की चाबी व प्रभारी सूची लेकर जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचे लेकिन उनसे किसी भी अधिकारी ने सूची व चाबी नहीं ली।
सचिव संघ का कहना है कि जनपद सीईओ सुदर्शन बगर्ती ने आदेश जारी कार्य संचालन के लिए चाबी सौंपने के लिए कृषि विस्तार अधिकारी व करारोपण अधिकारी को अधिकृत किया है। आदेश मिलते ही सभी सचिव चाबी सौंपने के लिए यहां पहुंचे हैं। इस मामले में जनपद सीईओ का कहना है कि सचिवों को चाबी जमा करने का आदेश नहीं दिया गया है। उन्हें केवल व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए नामांकित अधिकारी को दायित्व सौंपने का आदेश दिया गया है। अगर सचिवों को चाबी सौंपनी है तो वे सरपंच के दे सकते हैं।
सचिव बेनी राम चंद्राकर ने बताया कि शासकीयकरण को लेकर पिछले 20 दिनों से काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। 15 जनवरी को जनपद सीईओ ने कृषि विस्तार अधिकारी को दायित्व सौंपने का आदेश जारी किया है। उक्त आदेश सचिवों के पास 18 जनवरी को पहुंचा। सचिव संघ ने बताया कि 21 से 31 जनवरी तक 146 विकासखंड व 27 जिलों के सचिवों का राजधानी में जंगी प्रदर्शन है। भूख हड़ताल होगा। 25 जनवरी को परिवार के साथ सीएम निवासी का घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायत मंत्री व सीएम मांगों पर विचार करने के बजाय घुमा रहे हैं।