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स्वा. कर्मियों ने कलेक्टर को बताई समस्याएं, सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन राजनांदगांव के जिला संयोजक डॉ. केएल टांडेकर एवं जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने कहा कि उच्च कार्यालय के टीकाकरण निर्देशों का राजनांदगांव जिले में पालन नहीं हो रहा है। इस वजह से राजनांदगांव जिला अंतर्गत टीकाकरण कार्यक्रम में नियोजित स्वास्थ्य कर्मियों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि जिले के स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संतोष चौहान के नेतृत्व में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी पीड़ा से अवगत कराते कलेक्टर राजनांदगांव को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें अपनी समस्याओं को विस्तार से बताते कलेक्टर से उनके निराकरण हेतु अनुरोध किया है। जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कलेक्टर से निवेदन किया गया है कि वह 15 नवंबर तक स्वा. विभाग के जिला प्रमुख को समाधान कारक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें अन्यथा वे कोविड-19 टीकाकरण सत्र एवं सैंपल कार्य का बहिष्कार करने बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
अध्यक्ष संतोष चौहान ने बताया है कि राजनांदगांव जिले में 16 जनवरी 2021 से कोविड-19 टीकाकरण का कार्य निरंतर बिना किसी अवकाश के जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा निष्ठा पूर्वक संपादित किया जा रहा है, परंतु टीकाकरण सत्र में राज्य शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों का पालन स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तर के अधिकारी एवं विकासखंड स्तर के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को कई व्यवहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताडि़त होना पड़ रहा है।
कलेक्टर को लिखे गए पत्र में स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया है कि विभाग में फंड एवं आवंटन होते हुए भी टीकाकरण सत्र के कर्मचारियों को भोजन के लिए राशि अथवा भोजन के वितरण का प्रबंध विभाग द्वारा नहीं किया गया है।
टीकाकरण में प्रयुक्त मास्क सैनिटाइजर व अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण भी विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिससे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। राज्य शासन द्वारा घोषित अवकाश का लाभ टीकाकरण सत्र में कार्यरत कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। टीकाकरण हेतु भीड़ प्रबंधन एवं अन्य आवश्यक सामग्री के लिए शासन द्वारा राशि प्राप्त होने के बाद भी राशि का उपयोग नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा टीकाकरण सत्र के लिए आउट सोर्स से स्टाफ नर्स, एएनएम, कम्प्यूटर ऑपरेटर रखने के निर्देश उच्च कार्यालय द्वारा दिया गया है, किंतु आउट सोर्स कर्मचारी नहीं रखा गया है और वर्तमान में कार्यरत नियमित एवं संविदा कर्मचारियों से ही देर रात्रि तक कार्य लिया जा रहा है।
गुजर रहे मानसिक प्रताडऩा से
एएनएम द्वारा टीकाकरण सत्र शाम रात तक पूर्ण करने के पश्चात रात्रि में स्वास्थ्य संस्था में संस्थागत प्रसव का कार्य भी करवाया जा रहा है। उसके उपरांत पुन: दूसरे दिन टीकाकरण सत्र में उपस्थित होकर कार्य संपादित किया जा रहा है। जिसकी वजह से वे अत्याधिक तनाव एवं मानसिक प्रताडऩा से गुजर रहे हैं। कोविड-19 का सैंपल अवकाश के दिनों में भी मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा इक_ा करने के लिए दबाव बनाया जाता है, जबकि सैंपल कार्य के लिए आउट सोर्स से कर्मचारी रखने का प्रावधान है। तत्संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी राजनांदगांव को कई बार अवगत कराया गया है, किंतु उनके द्वारा आज पर्यंत किसी भी प्रकार की समाधान कारक कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके कारण टीकाकरण में लगे हुए विभागीय कर्मचारियों में रोष एवं आक्रोश व्याप्त है और वह शासन प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन के लिए लामबंद हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अपने पत्र में कलेक्टर से अनुरोध किया है कि कोविड-19 टीकाकरण सत्र के लिए मिशन संचालक स्वास्थ्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ रायपुर के पत्र 20 जनवरी 2021 में दिए गए निर्देशों का पालन करने हेतु जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया जाए। जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कलेक्टर से निवेदन किया गया है कि वह 15 नवंबर तक स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रमुख को समाधान कारक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें अन्यथा वे कोविड-19 टीकाकरण सत्र एवं सैंपल कार्य का बहिष्कार करने बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
राजनांदगांव, 12 नवंबर। जिले में खरीफ फसलों की कटाई जोर-शोर से चल रही है। जिसके बाद गेहूं, चना, मसूर, सरसों आदि रबी फसलों की बोआई की जानी है। जिसके लिए विभिन्न रबी फसलों की बोआई कार्यक्रम तैयार किया गया है। जिसमें जिले में संचालित जल सिंचाई परियोजनाओं में जल की उपलब्धता के आधार पर दलहनी एवं तिलहनी फसलों की बोनी की जानी है। इस वर्ष जल सिंचाई परियोजना के माध्यम से केवल दलहनी एवं तिलहनी फसलों के लिए सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराया जाएगा।
ग्रीष्मकालीन धान उत्पादक कृषकों को परियोजना से सिंचाई उपलब्ध नहीं किया जाएगा, क्योंकि ग्रीष्मकालीन धान में अत्यधिक सिंचाई जल एवं वातावरण में विपरित प्रभाव पड़ता है।
वहीं ग्रीष्मकालीन धान उत्पादन लेने में लगने वाले सिंचाई जल की मात्रा से दोगुने दलहनी एवं तिलहनी फसलों की सिंचाई कर कम लागत में अधिक उत्पादन एवं लाभ प्राप्त किया जा सकता है। किसान ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहनी फसलें जैसे चना, तिवड़ा, मटर, उड़द, मूंग, कुल्थी तथा तिलहनी फसलें जैसे अलसी, सुर्यमुखी, कुसुम, सरसों एवं अनाज वाली फसलों में मक्का फसल का आसानी से सफलतापूर्वक उत्पादन ले सकते हंै।
जिले में संचालित विभिन्न मध्यम सिंचाई परियोजनावार रूसे जलाशय परियोजना, पिपरिया जलाशय, मोंगरा जलाशय, सूखानाला जलाशय, घुमरिया नाला बैराज के माध्यम से रबी दलहनी एवं तिलहनी फसलों के लिए सिंचाई जल दिए जाने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसी प्रकार लघु सिंचाई परियोजना से सिंचाई जल उपलब्ध कराया जाना है। धान के 01 किलो चावल उत्पादन के लिए 500 लीटर सिंचाई जल की आवश्यकता होती है।
जो किसी भी फसल में लगने वाली जल मांग की तुलना में बहुत ही अधिक है। ग्रीष्मकालीन धान उत्पादक किसान ज्यादातर नलकूप के माध्यम से सिंचाई करते हैं। जिससे भू-जलस्तर में गिरावट होने से जल निस्तारी आपूर्ति की समस्या निर्मित हो सकती है। आगामी दिनों में भू-जलस्तर में गिरावट होने पर ग्रीष्मकालीन धान उत्पादक कृषकों की नलकूप विद्युत कटौती भी की जा सकती है।
रबी 2021-22 विभिन्न फसलों की बीज मांग की गई है। जिसमें दलहन फसल में 11597 क्ंिवटल तथा तिलहनी फसलों में 920 क्ंिवटल की बीज मांग की गई है। जिनमें से गेंहू 1454 क्ंिवटल, चना 4589 क्ंिवटल तथा अन्य फसलें 35 क्ंिवटल बीज सहकारी समितियों में भंडारित की गई है। साथ ही दलहनी, तिलहनी फसलों के क्षेत्र विस्तार हेतु कृषि विभाग में संचालित योजनाओं के तहत प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है। किसानों से गीष्मकालीन धान के बदले अन्य दलहनी, तिलहनी एवं मक्का फसल की बोनी करने की अपील की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। सांसद संतोष पांडेय ने पुलिसिंग पर मुख्यमंत्री की चिंता करना मगरमच्छ आंसू करार दिया है। श्री पांडेय ने मुख्यमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ की बिगड़ती कानून व्यवस्था व पुलिसिंग पर की गई चिंता व नाराजगी को बगुला भगत करार दिया है।
सांसद श्री पांडेय ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि तीन वर्ष होने के पश्चात उन्हें ब्रह्म ज्ञान प्राप्त हुआ है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर है, जब पूरे प्रदेश में खुलेआम शराब, जुआ-सट्टा, तस्करी में ही उनकी पार्टी पदाधिकारियों के बीच प्रतियोगिता हो रही है तो ऐसे में उनका क्रंदन सिर्फ मगरमच्छी आंसू से ज्यादा कुछ नहीं है। गृहमंत्री अपने मंत्री पद और सुख-सुविधा लेकर ही संतुष्ट हैं और संतोषी सदा-सुखी कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। प्रदेश की बात तो दूर स्थानीय स्तर की बात करें तो धार्मिक नगरी डोंगरगढ़, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ग्राम घुमका, सीमावर्ती ग्राम बागनदी में दारू और चखना सेंटर की बाढ़ आई है। बागनदी की महिलाएं रो-रोकर पुलिस की अकर्मण्यता के पीछे स्थानीय कांग्रेस नेता को कोस रही है, जहां माध्यमिक शाला के बच्चे मद्यपान के शिकार हैं। चाकूबाजी, नकबजनी, चैन स्नेचिंग, नाबालिगों से बलात्कार का मूल कारण नशा है।
सरकार अब देशी ठेकों को शराब बेचने का टारगेट देने लगी है। ठिकरा फोडऩे के पूर्व मुख्यमंत्री को पुलिस पर कसावट के पूर्व पिछले दरवाजे से प्रवेश कर राजनीति चमकाने वालों पर कसावट की आवश्यकता है।
कमोबेश यही स्थिति भिलाई और रायपुर में है, जहां जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार पुलिस को अपने काले कारनामों के रक्षक से ज्यादा कुछ नहीं समझते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गुरुवार को बल्देव प्रसाद मिश्र विद्यालय के शहीद विनोद चौबे मेमोरियल ऑडिटोरियम में जिले के सभी स्कूल के प्राचार्यों की बैठक ली।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि बच्चों के प्रति प्राचार्य के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। प्राचार्य और शिक्षक पूरे समाज के लिए आदर्श होता है। स्कूलों में अनुशासन बनाए रखने के लिए प्राचार्यों को कठोर होना पड़ता है और इसी से ही स्कूल को सुधारा जा सकता है। स्कूल का केन्द्र बिन्दुप्रधानपाठक और प्राचार्य होता है, जब प्राचार्य अनुशासन का पालन करेंगे, तब अन्य शिक्षकों में अनुशासन होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ महीनों के बाद बच्चों की परीक्षा आने वाली है। बच्चों की परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष रणनीति बनाई जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षक के लिए सभी बच्चे बराबर होते हैं। पढ़ाई में कुछ बच्चे तीव्र होते है, कुछ बच्चे कमजोर होते हंै। शिक्षक के रूप हमारी जिम्मेदारी है, बच्चों की कमजोरी का पता लगाकर उसे दूर करना। आगे बढऩे के लिए सभी बच्चे को प्रोत्साहित करना, अवसर उपलब्ध करना, व्यक्तिगत मदद करना और बच्चों से संपर्क करना।
सभी शिक्षकों को प्रत्येक बच्चों को अपना समझते हुए, व्यक्तिगत संपर्क रखना चाहिए। प्राचार्य कक्षा में पहुंचकर शिक्षकों की पढ़ाई की मॉनिटरिंग करें। स्कूल में बच्चा समय पर नहीं पहुंच रहा है, तो उनसे इसके कारण की जानकारी लेनी चाहिए। इस बारे में बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उनकी समस्याओं की जानकारी ले और उसे दूर करें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी और प्रायमरी स्कूलों में लड़कियों के प्रति हमारी जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है। स्कूल में बच्चा अच्छा कार्य कर रहा है, तो उसे सम्मानित करें, इससे अन्य बच्चे प्रोत्साहित होंगे।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 के कारण पिछले डेढ़ वर्षों से बच्चे स्कूलों में पढऩे नहीं आए थे। इस कारण हमारी जिम्मेदारी अधिक है कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा के तैयारी के लिए रणनीति बनाकर कार्य करना है। 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए विषयवार 100-100 प्रश्र पिछले वर्षों के पेपर से चयन करेंं और विषय विशेषज्ञ शिक्षक से मॉडल उत्तर तैयार कर पुस्तक के रूप में स्कूलों में उपलब्ध कराएं। इस पुस्तक से बच्चों को अभ्यास कराएं।
जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम ने कहा कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होने वाली है इसके लिए रणनीति के साथ तैयारी की जाए। कोविड-19 के कारण आई समस्या को दूर करते कार्य करना है। इसके लिए यह आवश्यक है कि बच्चे स्वस्थ रहें। बच्चे स्वस्थ रहने से पढ़ाई कर सकेंगे। स्वस्थ रहने के लिए जिले में खेलकूद का आयोजन भी किया जा रहा है। इस अवसर पर सहायक संचालक शिक्षा आदित्य खरे, सहायक संचालक शिक्षा संगीता राव, डीएमसी भूपेन्द्र साहू सहित जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं प्राचार्य उपस्थित थे।
गौठान में पराली दान करने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। जिले में धान फसल की कटाई प्रारंभ हो गई है, जिन क्षेत्रों में धान के बाद रबी फसल लिया जाता है। वहां किसान धान कटाई के बाद खेत में पड़े पराली को जला देते हैं। इस संबंध में किसानों को भ्रम है कि पराली जलाने के बाद अवशेष (राख) से खेत को खाद मिलेगा तथा खेत साफ हो जाएगी, लेकिन यह गलत है, क्योंकि पराली जलाने से भूमि की उपजाऊ क्षमता तथा लाभदायक कीट खत्म हो जाते हैं। इससे वायु प्रदूषण भी होता है। जिससे मनुष्य, पशु, पक्षी को कई तरह की बीमारियां भी होती है। जिसका उदाहरण दिल्ली, पंजाब, हरियाणा जैसे शहरों में कुछ वर्षों से देखने को मिल रहा है।
धान की पराली जलाने से होने वाले नुकसान
एक टन धान पराली जलाने से हवा में 3 किलोग्राम कार्बन, 513 किलोग्राम कार्बन डाईआक्साईड, 92 किलोग्राम कार्बन मोनो आक्साईड तथा 250 किलोग्राम राख घुल जाती है। धान पराली जलाने से वायु प्रदूषित होने से आंखों में जलन एवं सांस संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पराली जलाने से भूमि की उपजाऊ क्षमता लगातार घट रही है। इस कारण भूमि में 80 प्रतिशत तक नाईट्रोजन, सल्फर एवं 20 प्रतिशत अन्य पोषक तत्व की कमी आ रही है। मित्र कीट की मृत्यु होने से नई-नई बीमारियां उत्पन्न होती है। एक टन धान पराली जलने से 5.5 किलोग्राम नाईट्रोजन, 2 किलोग्राम फास्फोरस और 1.2 किलोग्राम सल्फर जैसे पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। पशुओं के लिए वर्षभर चारा आपूर्ति की समस्या बन जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। ग्रामीण कौशल, ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत शासन के संयुक्त सचिव अमित कटारिया गुरुवार को नेशनल एकेडमी ऑफ रूडसेटी एवं ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) बरगा द्वारा आयोजित डोमेन स्किल ट्रेनर्स टीओटी कम सर्टिफिकेशन प्रोग्राम 2021 में शामिल हुए। इस अवसर पर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, नेशनल डायरेक्टर आरसेटी बेंगलुरू विपुल चंद्र साहू, कंट्रोलर एसिसमेंट सर्टिफिकेशन एनडीआर आरआर सिंह, ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत शासन के रजत गुप्ता, शिव सोनी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
संयुक्त सचिव श्री कटारिया ने कहा कि विभागीय योजनाओं के तहत ग्रामीण विकास का कार्य राजनांदगांव से प्रारंभ होगा। आरसेटी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी योजना एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। जिला प्रशासन, जिला पंचायत एवं आरसेटी तथा सभी के समन्वय से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 118 आरसेटी है, जहां विकासखंड एवं ग्रामीण स्तर पर उनका प्रत्यक्ष तौर पर प्रभाव है। यहां प्रशिक्षित टे्रनर आगे चलकर दूसरों को प्रशिक्षण देकर उन्हें सक्षम बनाएंगे। टे्रनर्स की यह जिम्मेदारी है कि वे प्रशिक्षुओं को बेहतर प्रशिक्षण दें। बुनियादी ढांचे के साथ अद्यतन तकनीकी एवं अपग्रेड जानकारी भी उन्हें दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कौशल विकास के लिए माहौल विकसित करें तथा परिवर्तन लाएं। डीएलसीसी में महिला स्वसहायता समूह को अधिक से अधिक ऋण प्रदान करने के लिए भी उन्होंने कहा।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए आरसेटी के माध्यम से मदद की जा रही है और उन्हें बैंक के माध्यम से ऋण भी दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुरगी में हेचरी के माध्यम से कडक़नाथ मुर्गीपालन किया जा रहा है। जिसके लिए बैंक से ऋण दिया जा रहा है। ग्रामीणों की आय बढ़ाने कृषि से जुड़े अन्य कार्यों से जोड़ा जा रहा है। शासन द्वारा मछलीपालन एवं लाख की खेती को कृषि का दर्जा दिया गया है। इससे कच्चे माल की उपलब्धता होगी और इस दिशा में बेहतर कार्य किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नवाचार को अपनाते अपनी आय में वृद्धि करें तथा सफलता की नई ईबारत लिखे। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के 68 प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई।
इस अवसर पर टे्रनर्स ने अपनी बातें साझा की। खैरागढ़ निवासी आर्टिफिशियल ज्वैलरी की प्रशिक्षक राजेश्वरी अग्रवाल ने बताया कि अब तक उन्होंने 300 लोगों को ट्रेनिंग दी है और उन्हें यह कार्य करते हुए प्रसन्नता हुई है।
दुर्ग की जागृति साहू ने बताया कि उन्हें वहां मशरूम लेडी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने बताया कि अब तक 12 हजार से अधिक लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है। रायपुर की रत्ना ने बताया कि वे जैविक खेती कर रही है। यहां प्रशिक्षण के दौरान नाडेप खाद बनाने तथा बहुत कुछ सीखने को मिला।
अंबिकापुर के संदीप सिंह ने आरसेटी की अच्छी व्यवस्था एवं मार्गदर्शन की प्रशंसा की। इस अवसर पर आरसेटी डायरेक्टर बरगा अभिषेक ठाकुर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के डीपीएम उमेश तिवारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ऋषभ मिश्रा ने किया। इस मौके पर सभी ने समूह की महिलाओं द्वारा लगाए गए स्टाल का अवलोकन भी किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय राजनंादगांव में गत् दिनों रासेयो एवं इतिहास विभाग के तत्वावधान में प्राचार्य डॉ. आईआर सोनवानी के मार्गदर्शन में प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कॉलेज के कर्मचारी एवं विद्यार्थीगण शामिल हुए।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. सोनवानी ने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को बनाए रखने हेतु शपथ दिलाई तथा सभा को संबोधित करते कहा कि विश्व में राष्ट्रीय एकता के लिए भारत सदियों से अग्रणी रहा है और आगे भी प्रत्येक क्षेत्र में विश्वगुरू का उदाहरण स्थापित किया है, इसे बनाए रखना है। रासेयो अधिकारी डॉ. एसआर कन्नोजे ने सरदार पटेल के उपलब्धियों पर प्रकाश डालते भारतीय रियासतों के एकीकरण कर उसके गौरवपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया।
इतिहास विभाग के डॉ. फुलसो राजेश पटेल ने कहा कि सरदार पटेल का परिचय, स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान तथा स्वतंत्र भारत के नवराष्ट्र को स्थापित करने में एक गृहमंत्री के रूप में नरम एवं सक्त भूमिका का निर्वाह करते अलग-अलग 500 राज्यों को एकीकृत कर भारत के संघ में विलय करने में विद्ववता का परिचय दिया। अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. निर्मला उमरे ने कहा कि राज्य को समृद्धशाली बनाने में एकता आवश्यक है, इसका निर्वाह दृढ़ता के साथ सरदार पटेल के राजनीतिक सूझबूझ एवं कूटनीतिक कार्यों पर प्रकाश डाला। समाजशास्त्र विभाग से डॉ. एलिजाबेथ भगत ने कहा कि हमारा देश विविधता में एकता का प्रतीक है, इसका ज्वलंत उदाहरण सरदार पटेल के राष्ट्रीय एकता में किए गए योगदान से प्रतिद्वंतित होता है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. एसआर कन्नोजे एवं आभार प्रदर्शन डॉ. फुलसो राजेश पटेल ने किया। कार्यक्रम में अधिकाधिक विद्यार्थी, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
एक दिवसीय कार्यशाला में की विस्तृत चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड राजनांदगांव क्षेत्र के पार्रीनाला स्थित प्रशासनिक भवन के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन गत् दिनों किया गया। कार्यशाला में राजनांदगांव वृत्त के कनिष्ठ यंत्री स्तर के अधिकारी शामिल हुए।
राजनंादगांव क्षेत्र के मुख्य अभियंता टीके मेश्राम के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यशाला में मुख्य रूप से स्टैंडर्ड ऑफ परफार्मेंस से संबंधित कार्यों तथा नए कनेक्शन प्रदाय, फ्यूज कॉल शिकायतों का निराकरण, 33 केव्ही/11 केव्ही फीडरों के व्यवधान तथाा अवधि, ट्रांसफार्मर फेल्यूअर आदि मानको की जानकारी दी गई तथा स्टैंडर्ड ऑफ परफार्मेंस के दिशा-निर्देशों के अनुसार उपभोक्ता सेवाओं को और बेहतर बनाने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर अधिकारियों के अनेक शंकाओं का समाधान भी किया गया तथा स्टैंडर्ड ऑफ परफार्मेंस (एसओपी) की महत्ता को इंगित करते विभिन्न मानकों का परिपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। कार्यशाला में विभिन्न राजस्व लक्ष्यों पर भी चर्चा की गई तथा विभिन्न राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंताद्वय रंजीत घोष एवं सलिल कुमार खरे द्वारा मोर बिजली ऐप जैसै उपभोक्ता उपयोगी मोबाइल ऐप के व्यापक प्रचार-प्रसार कर उपयोगिता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
कार्यशाला में कार्यपालन अभियंता खैरागढ़ संभाग छगन शर्मा एवं सहायक अभियंता (आईटी) हेमराज साहू द्वारा सैप प्रणाली में एनएससी पर नए कनेक्शन में आने वाली समस्याओं, मीटर डिवाईस लगाना, न्यू आर थ्री प्रिपरेशन, पंप के कनेक्शन में डिवाइस लगाने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस कार्यशााला में अधीक्षण अभियंता आरएन याहके, कार्यपालन अभियंता एडी टंडन, एनके गुरूपांचयन, आरके गोस्वामी, पीसी साहू, केवी मैथ्यू, गीता ठाकुर सहित राजनांदगांव सर्किल के समस्त सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंता उपस्थित हुए।
भूपेश सरकार पर वादा पूरा नहीं करने का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। आंगनबाड़ी कार्यकताओं, सहायिकाओं और रसोईयों ने शुक्रवार को अपने वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर भूपेश सरकार पर वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते आवाज बुलंद की। साथ ही कलेक्टर दर करने के वादे से मुकरने का भी आरोप लगाया। अपनी मांगों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल-डीजल, गैस, खाद्य तेल, खाद्यान्न, सब्जी समेत अन्य सामानों की बढ़ती कीमतों में रोक लगाने की मांग रखी।
सीटू के जिला संयोजक गजेन्द्र झा के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और रसोईयों ने शुक्रवार को जिला कार्यालय के सामने फ्लाई ओवर के नीचे अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल करते प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की तैयारी की।
सीटू के जिला संयोजक श्री झा ने कहा कि भारत का मजदूर वर्ग आज महंगाई के बीच जीने के लिए मजबूर है। देशभर का असंगठित मजदूर बार-बार आंदोलन कर केंद्र सरकार और अपने-अपने राज्य सरकारों को अपनी समस्याओं से अवगत करवारहे हैं, परन्तु मजदूर वर्ग की तकलीफ दूर नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि उनकी मांग में आंगनबाड़ी की 26 लाख योजनाकर्मियों को स्थाई करें। अभा श्रम सम्मेलन के 44वें, 45वें फैसले े मुताबिक आंगनबाड़ी/मध्यानह भोजन मजदूर आशा वर्करों को स्थाई करें और न्यूनतम वेतन दें, पेंशन, भविष्य निधि का लाभ, बीमार पडऩे पर इलाज की सुविधा अथवा रिटायरमेंट होने पर एकमुश्त 5 लाख कार्यकर्ता और 3 लाख सहायिका को दिया जाए, खाली पदों पर सहायिकाओं/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कार्यकर्ता पद पर पदोन्नति, सुपरवाईजर पदों पर कार्यकर्ताओं को पदोन्नति करें, सीधी भर्ती बंद करें, मध्यान्ह भोजन मजदूरों को स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में समाहितत कर स्थाई करें, मध्यान्ह भोजन मजदूरों को न्यूनतम वेतन, पेंशन भविष्य निधि का लाभ, स्वास्थ्य लाभ की सुविधा, कलेक्टर दर पर मजदूरी देना, राहत नहीं मिलने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य तथा पेट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य तेल, खाद्यान्न, सबजी मसालों के आसमान छूते दाम में रोक लगाने की मांग की।
इधर उर्मिला साहू ने कहा कि 27 महीने का पैसा नहीं मिला है। अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महेश्वरी साहू ने भूपेश सरकार से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और रसोईयों की वेतन की मांग को लेकर कहा कि कार्यकर्ताओं को 21 हजार, सहायिकाओं और रसोईया को 18-18 हजार मानदेय मिलना चाहिए। भूपेश सरकार ने अपने वायदों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने कलेक्टर दर करने का वादा किया था, लेकिन नहीं हो पाया है।
नांदगांव में तेज रफ्तार बनी असली वजह, ढ़ाई हजार जख्मी भी हुए
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 12 नवंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। जिले में सडक़ हादसों में जान गंवाने के मामलों में बढ़ती संख्या बेहद चिंताजनक है। गुजरे तीन साल में सडक़ दुर्घटना में लोगों ने अपनों को खोया है। सडक़ों में बढ़ती वाहनों की रफ्तार ज्यादातर हादसों के पीछे असल वजह है। समूचे जिले के हादसों के आंकड़े खतरनाक स्तर पर पहुंच गए हैं। 2019 से मौजूदा साल 2021 अक्टूबर तक के आंकड़े सडक़ों में हो रही मौतों की भयावह स्थिति को जाहिर कर रही है। राजनांदगांव जिले में चौतरफा हादसों से बेसमय लोगों की जान चली गई। ट्रेफिक पुलिस की कोशिशें हादसों को रोकने में नाकामयाब हो गई है। पुलिस की ओर से बरती जा रही सख्ती नाकाफी साबित हो रही है। जबकि यातायात पुलिस नियम-शर्तों पर आधारित कार्यशालाओं का भी आयोजन करती रही है। हर साल पुलिस यातायात सप्ताह के जरिये ट्रेफिक के नियमों का सख्त पालन करने पर भी लोगों को जागरूक करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इससे पहले सडक़ हादसों में मोटर साइकिल की तेज रफ्तार से मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है। एक जानकारी के मुताबिक देहात क्षेत्रों की स्थिति सडक़ हादसों के चलते दयनीय स्थिति में है।
मिली जानकारी के मुताबिक शाम होने के बाद तेज रफ्तार से दौड़ती दो पहिया वाहन काल साबित हो रही है। पिछले तीन वर्षों में जिले में 866 लोगों ने हादसों में दम तोड़ दिया। यानी हर साल औसतन 288 लोग दुनिया छोडक़र चले गए। हादसों में घायलों के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। लगभग 2512 लोग सडक़ों में घायल हुए हैं। दुर्घटना में जख्मी हुए लोगों की सेहत पर इसका असर पड़ा है। हाथ-पैर टूटने से लेकर मस्तिष्क में चोंट पहुंचने से लोगों को घायल होने के बाद से सम्हलने में परेशानी हो रही है। परिजनों के लिए घायलों का उपचार कराना एक आर्थिक संकट जैसा साबित हो रहा है। तीन साल में 2400 सडक़ दुर्घटना के प्रकरण यातायात पुलिस ने दर्ज किया है। जिसमें 2019 में 960 प्रकरण में से 316 की मौत हुई। वहीं 1098 हुए हैं। इसी तरह 2020 में 816 प्रकरण में से 306 की मृत्यु और 838 घायल हुए हैं। वहीं 2021 सितंबर माह तक में 624 प्रकरण में 244 की मृत्यु तथा 576 लोग घायल हुए हैं। बीते तीन साल के आंकड़ों में सर्वाधिक मौतें 2019 में हुई है।
यातायात विभाग सडक़ हादसों को लेकर लोगों को लगातार समझाईश भी दे रहा है। जिस तरह से आटोमोबाइल के क्षेत्र में तेज रफ्तार के वाहन सडक़ों में उतरे हैं। उससे सडक़ हादसों में भी बेतहाशा वृद्धि हो रही है। हाल ही के वर्षों में युवाओं ने हाईस्पीड मोटर साइकिल में फर्राटा भरने का शौक बढ़ा है। तेज रफ्तार से वाहन चलाने की आदत ने कई लोगों को उनके परिजनों से दूर कर दिया। राजनांदगांव जिले में छत्तीसगढ़ के दूसरे बड़े शहरों की तुलना में यातायात का दबाव कम है। इसके बावजूद इस तरह के बढ़ते आंकड़े खौफ पैदा कर रहे हैं।
देवव्रत सिंह को श्रद्धांजलि देने खैरागढ़ पहुंचे बघेल से मिलने कहासुनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। खैरागढ़ के विधायक स्व. देवव्रत सिंह के आकस्मिक देहावसान पर शोकाकुल परिवार से मिलने के लिए गत् दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रवास के दौरान जिले के दो नेताओं के बीच जमकर कहासुनी हो गई। पूरा मामला मुख्यमंत्री से मुलाकात को लेकर जुड़ा हुआ है। जिला संगठन के प्रमुख रहे एक पूर्व नेता और वर्तमान में संगठन के अहम पद पर काबिज नेता के बीच हेलीपेड में ही बहस हो गई। दोनों नेताओं को भिड़ते देखकर उनके समर्थकों में भी तनाव बढ़ गया।
सूत्रों का कहना है कि दोनों कांग्रेसी नेता जिले की सियासत में खुद को प्रमुख नेता के रूप में मानते हैं। ऐसे में दोनों के बीच अपने करीबियों को मुख्यमंत्री से प्रत्यक्ष मुलाकात कराने की एक होड़ रही। इसी प्रयास के कारण दोनों में विवाद होता रहा। पिछले तीन साल के भीतर कांग्रेस में गुटीय राजनीति पूरे चरम पर है। राजनांदगांव की स्थिति सांगठनिक दृष्टिकोण से कतई बेहतर नहीं मानी जा सकती। ब्लॉक से लेकर जिला के साथ-साथ कार्यकर्ताओं में भी काफी घमासान मचा हुआ है। खैरागढ़ में शोक मिलन के लिए मुख्यमंत्री के पहुंचने से पूर्व दोनों नेताओं ने अपने समर्थकों को मुख्यमंत्री का स्वागत और परिचय कराने के लिए रस्साकसी होती रही। दोनों किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री के स्वागत और मुलाकात को लेकर पीछे नहीं हटना चाहते थे। यही हाल होने से विवाद स्पष्ट रूप से सामने आ गया। हेलीपेड में दाखिला कराने के लिए अलग-अलग सूची भी बनाई गई थी। जिसमें दोनों नेताओं को एक-दूसरी की सूची पर आपत्ति भी थी। खैरागढ़ में मुख्यमंत्री के दौरे के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षागत कारणों से सूची में सीमित नाम शामिल किए थे। एक-दूसरे के समर्थकों का नाम नहीं होने के कारण दोनों नेताओं ने सुरक्षाधिकारियों से आपत्ति भी की, जिस पर अधिकारी भी हस्तक्षेप करने की स्थिति में नहीं थे।
हालांकि मुख्यमंत्री के वापसी के बाद दोनों नेताओं के बीच हुई कहा-सुनी के कुछ अंश सोशल मीडिया में वायरल हो गए। दोनों सीधे तौर पर भिड़ते किसी भी तरह से अपने समर्थकों के हाथों मुख्यमंत्री का स्वागत कराने के लिए जोर लगा रहे थे। बहरहाल कांग्रेस की राजनीति में स्पष्ट है कि उक्त नेताओं का आपस में मनमुटाव लंबे समय से है। ऐसे में संगठन और मुख्यमंत्री के दौरे में गुटीय लड़ाई उभरकर सामने आ रही है।
संगठन से तालमेल नहीं रखने पर पुनिया के तेवर के सियासी मायने
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 12 नवंबर। राज्य में दो वर्ष बाद प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने पर जोर दे रही है। दुर्ग में आयोजित पार्टी की बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने विधायक और संगठन के बीच घटती दूरिया को लेकर एक बयान में साफ तौर पर कहा कि पार्टी को महत्व नही देने के बर्ताव के चलते पिछले विधायकों का विधानसभा चुनाव में पत्ता साफ कर दिया गया। कड़े तेवर के साथ दिए पुनिया के बयान को राजनांदगांव की सियासत से जोडऩे की कोशिश की जा रही है। दिसंबर में तीन बरस पूरे करने जा रही कांग्रेस सरकार के राजनांदगांव के विधायक कार्यकर्ताओं से नजदीक नजर नहीं आ रही है।
जिला और शहर कांग्रेस की बैठकों में नियमित तौर पर विधायक बैठक में आने से परहेज करते हैं। जिले के छह में से चार विधानसभा में कांग्रेस के विधायक है। सत्तासीन होने के बाद से विधायकों का संगठन से सीधा जुड़ाव कम हो गया है। ब्लॉक अध्यक्षों के कामकाज में विधायकों की सीधी दखल होती है, लेकिन कार्यकर्ताओं की पूछपरख से उनकी दूरिया बनी हुई है। चर्चा है कि कार्यकर्ता इस बात से भी हैरान है। जिले के साथ ही प्रदेश के आला नेताओं ने भी संगठन के साथ परस्पर संबंध बनाने के निर्देशो से ध्यान हटा दिया है। जिले के विधायकों की सांगठनिक गतिविधियों में घटती रूचि से निचले कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ी है। हालांकि विधायकों के संगठन से दूर रहने को लेकर जिला अध्यक्ष पदम कोठारी इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में श्री कोठारी ने कहा कि सभी विधायक पार्टी के बैठकों में नियमित तौर पर पहुंचते हैं। कई बार व्यस्तता के चलते बैठक में नहीं पहुंचते, लेकिन संगठन के निर्देशों के तहत सभी कार्य करते हैं। इधर कांग्रेस के भीतर विधायकों को लेकर अलग ही राय है। चार में से तीन विधायकों को मंत्री का दर्जा मिलने के बाद से स्थिति और बदली है। गुजरे तीन बरस में सत्तारूढ़ होने से विधायकों से लोगों की अपेक्षाएं कम होने के बजाय बढ़ गई है। कांग्रेस का एक धड़ा लगातार शीर्ष नेताओं से कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करने की स्थिति को लेकर आपत्ति भी कर रहा है। विधायकों के सत्ता के करीब होने से संगठन में एकाधिकार या फिर दबाव से काम करने के रवैय्या को लेकर भी कार्यकर्ता असहज महसूस कर रहे हैं। यह दीगर बात है कि ऊपरी तौर संगठन से रिश्ते बेहतर होने के हालत दिखते हैं, लेकिन अंदरूनी हालात अलग है। बहरहाल पुनिया का बयान विधायकों के लिए संभलने का एक मौका माना जा रहा है।
कलेक्टर ने पटवारियों पर बढ़ाई निगरानी
राजनांदगांव, 12 नवंबर। एक ही जगह में ढ़ाई वर्ष से पदस्थ पटवारियों को कलेक्टर तारन प्रकाश सिनहा ने इधर-उधर किया है। वहीं कलेक्टर ने पटवारियों पर निगरानी बढ़ा दी।
मिली जानकारी के अनुसार राज्य शासन से मिले निर्देश के अनुसार कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा एक ही स्थान पर ढाई वर्ष से पदस्थ पटवारी को हटाया गया और उनको दूसरे हल्के में भेजा गया।
इसी क्रम में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मोहला ललितादित्य नीलम ने पटवारी चतुर सिंह नंदेश्वर को हल्का नं. 1 पाटनखास और अतिरिक्त हल्का नं. 2 वासड़ी, पटवारी राजेन्द्र मंडावी को हल्का नं. 3 मार्री और अतिरिक्त हल्का नं. 4 भोजटोला, पटवारी हीरालाल कोसरे को हल्का नं. 6 कुंजामटोला और अतिरिक्त हल्का नं. 7 कंदाड़ी, पटवारी राजेश कुमार राणा को हल्का नं. धोबेदंड और अतिरिक्त हल्का नं. 5 सांगली, पटवारी लवली ठाकुर को हल्का नं. 9 कोर्रामटोला, पटवारी रूपेश सहारे को हल्का नं. 10 मोहला, पटवारी मोहनलाल पुरामे को हल्का नं. 12 माडिंगपिडिंग भूर्सा, पटवारी किरण क्षत्री को हल्का नं. 13 देवरसुर, पटवारी चुम्मन लाल कोमरे को हल्का नं. 14 रेंगाकठेरा, पटवारी जयपाल भुआर्य को हल्का नं. 20 ककईपार और अतिरिक्त हल्का नं. 27 कुम्हली, पटवारी बारसिंह तुलावी को हल्का नं. 16 कोड़ेमरा और अतिरिक्त हल्का नंबर 18 सोमाटोला, पटवारी इमरान अहमद को हल्का नं. 15 डुमरटोला और अतिरिक्त हल्का नं. 21 मटेवा, पटवारी वरूण कुमार भुआर्य को हल्का नं. 22 गोटाटोला और अतिरिक्त हल्का नं. 25 घावड़ेटोला, पटवारी राकेश रोशन मेश्राम को हल्का नं. 24 चांपाटोला और अतिरिक्त हल्का नं. 23 तेलीटोला आबंटित किया गया।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गंडई-छुईखदान सुनील शर्मा ने पटवारी गोविंद जोशी को हल्का नं. 14 बुंदेली में पदस्थ किया है। इस तरह पटवारी राजेन्द्र साहू को हल्का नं. 03 साल्हेवारा एवं हल्का नं. रामपुर, पटवारी नवीन बोरकर को हल्का नं. 51 कुटेलीकला, पटवारी बनस पटौदी को हल्का नं. 17 संबलपुर, पटवारी उपेन्द्र निर्मलकर को हल्का नं. 10 ठाकुरटोला, पटवारी देवेन्द्र ताम्रकार हल्का नं. 36 देवरचा एवं हल्का नं. 35 खुड़मुड़ी, पटवारी डोगेश वर्मा को हल्का नं. 15 हनईबन, पटवारी धर्मेन्द्र पटेल को हल्का नं. 50 बोरई एवं हल्का नं. 47 उदयपुर, पटवारी भारती शर्मा को हल्का नं. 29 पंडरिया, पटवारी खेमलाल चंदेल को हल्का नं. 34 झूरानदी, पटवारी होमलाल धु्रव को हल्का नं. 16 पेंडरवानी, पटवारी वाणी झा को हल्का नं. 27 पथर्रा, पटवारी रविचंद नेताम को हल्का नं. 38 बकरकट्टा आबंटित किया गया है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खैरागढ़ लवकेश कुमार धु्रव ने पटवारी अमरचंद गायकवाड़ को हल्का नं. 7 एवं 28 आबंटित किया है। इस प्रकार पटवारी गजेन्द्र कुमार राणा को हल्का नं. 1 एवं 6, पटवारी छेदीलाल जांगड़े को हल्का नं. 31, 30 एवं 32, पटवारी कृष्णा पटेल को हल्का नं. 29, 2 एवं 34, पटवारी ज्वाला प्रसाद पटेल को हल्का नं. 39, पटवारी धर्मेन्द्र कांडे को हल्का नं. 43 एवं 42, पटवारी रवि जंघेल को 28 एवं 45, पटवारी मोहम्मद सफीर अहमद खान को हल्का नं. 40 एवं 50, पटवारी प्रेमचंद कुंजाम को हल्का नं. 56 एवं 24, पटवारी गोविंद साहू को हल्का नं. 16 एवं 12, पटवारी अनिल वर्मा को हल्का नं. 21, पटवारी तारिणी देशमुख को हल्का नं. 51, पटवारी शिरिष कुमार श्रीवास्तव को हल्का नं. 19 एवं 10, पटवारी मनीषा साहू को हल्का नं. 23, पटवारी नेमीचंद वर्मा को हल्का नं. 11 एवं 26, पटवारी वैभव वैष्णव को हल्का नं. 25 एवं 9, पटवारी राजेन्द्र देवांगन को हल्का नं. 22 एवं 27, पटवारी तजिंदर कौर को हल्का नं. 14, पटवारी जगदेव प्रकाश खुटे को हल्का नं. 13 एवं 15, पटवारी प्रमोद जंघेल को हल्का नं. 54 एवं 52, पटवारी प्रशांत चंद्राकर को हल्का नं. 53 आबंटित किया गया है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डोंगरगढ़ गिरीश कुमार रामटेके ने पटवारी श्वेता शर्मा को हल्का नं. 7 खुर्सीपार, पटवारी गीतप्रिया साहू को हल्का नं. 14 कातलवाही, पटवारी स्वयं प्रकाश चंद्राकर को हल्का नं. 15 पारागांवकला, पटवारी नरेन्द्र कुमार सेठिया को हल्का नं. 16 बेलगांव एवं हल्का नं. 17 ठाकुरटोला, पटवारी रामकुमार जांगड़े को हल्का नं. 3 ढारा एवं हल्का नं. 18 देवकट्टा, पटवारी भोलेश्वर साहू को हल्का नं. 19 कलकसा, हल्का नं. 23 बधियाटोला एवं हल्का नं. 24 झिरपानी, पटवारी मुकेश खोब्रागढ़े को हल्का नं. 32 रेंगाकठेरा एवं हल्का नं. 20 जटकन्हार, पटवारी अनिल कुमार साहू को हल्का नं. 31 कुरमुंदा, पटवारी लखेश्वर मसराम को हल्का नं. 27 बोरतलाव, पटवारी अनिल वर्मा को हल्का नं. 28 अंडी एवं हल्का नं. 42 मडियान, पटवारी पूनम डोंगरे को हल्का नं. 33 मेढ़ा, पटवारी प्रकाश चन्द्र साहू को हल्का नं. 37 भोथली एवं हल्का नं. 41 ठाकुरटोला (से) आबंटित किया गया है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डोंगरगांव हितेश पिस्दा ने पटवारी संजय यदु को हल्का नं. 25 मोहड़, पटवारी योगेश्वर सहारे को हल्का नं. 21 रातापायली एवं हल्का नं. 22 आरी, पटवारी राधिका चंद्रवंशी को हल्का नं. 36 कोटरासरार, पटवारी तृप्ती कोसरिया को हल्का नं. 27 बड़भूम, पटवारी तपन मेश्राम को हल्का नं. 11 दिवानभेडी एवं हल्का नं. 13 बम्हनीभाठा, पटवारी सुमन चन्द्रवंशी को हल्का नं. 28 नांदिया एवं हल्का नं. 29 खुर्सीपार, पटवारी नीरज द्विवेदी को हल्का नं. 20 सुखरी, पटवारी दिपेन्द्र ठाकुर को हल्का नं. 9 कोपेडीह एवं हल्का नं. 8 मचानपार, पटवारी शारदा सिंग को हल्का नं. 18 हालेकोसा, पटवारी सरस्वती साहू को हल्का नं. 21 शिकारीमहका, पटवारी डोमेन्द्र कोमा को हल्का नं. 20 छुरियाकला एवं 12 घुपसाल, पटवारी बैजंती मार्कों को हल्का नं. 3 गोपालपुर, पटवारी पुरूषोत्तम नेताम को हल्का नं. 2 पेंड्रीडीह, हल्का नं. 15 महाराजपुर एवं 1 घोरतलाब, पटवारी मोनाली देशमुख को हल्का नं. 10 साल्हेटोला एवं 8 नांदियाखुर्द, पटवारी अजय बोरसरे को हल्का नं. 27 गैंदाटोला एवं 33 आलीवारा, पटवारी राजेश नागदेवे को हल्का नं. 25 बेलरगोंदी, पटवारी लोमन सिंह चंद्रवंशी को हल्का नं. 35 केशाल, पटवारी रेवाराम चंद्रवंशी को हल्का नं. 34 जोशीलमती एवं हल्का नं. 40 घनगांव, पटवारी लक्ष्मण लाल बंजारे को हल्का नं. 38 दैहान, पटवारी जितेन्द्र मिश्रा को हल्का नं. 44 आंतरगांव, पटवारी गणेश साहू को हल्का नंबर 51 करमरी एवं 50 रतनभाट, पटवारी असमनलाल खोब्रागड़े को हल्का नंबर 36 चिरचारीकला, पटवारी कमलनारायण गुप्ता को हल्का नंबर 46 भंडारीभरदा, पटवारी ज्ञानदास धृतलहरे को हल्का नंबर 48 गुंडरदेही, पटवारी नरेन्द्र उमरिया को हल्का नंबर 49 कलडबरी, पटवारी चमन रामटेके को हल्का नंबर 47 साल्हे, पटवारी सुनील कुमार साहू को हल्का नंबर 41 कुर्मदा, पटवारी डेविड कुमार भुआर्य को हल्का नंबर 55 उमरवाही, पटवारी हरचंद ठाकुर को हल्का नंबर 56 आयबांधा एवं हल्का नंबर चिखलाकसा तथा पटवारी विनोद मिश्राम को हल्का नंबर 52 मासूलकसा आबंटित किया गया है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मानपुर राहुल रजक ने पटवारी शैलेन्द्र कश्यप को हल्का नं. 21 कुम्हारी तथा पटवारी लिब्बन एक्का को हल्का नं. 19 भावसा एवं हल्का नं. 20 घोटिया आबंटित किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजनांदगांव अरूण कुमार वर्मा ने पटवारी विजय कुमार साहू को हल्का नं. 12 हरडुवा, पटवारी सोनल यादव को हल्का नं. 13 उपरवाह, पटवारी चुनेश्वर प्रसाद देवांगन को हल्का नं. 50 भोथीपारखुर्द, पटवारी माधुरी ठाकुर को हल्का नं. 47 हरदी, पटवारी सनद कुमार विश्वास को हल्का नं. 55 लखोली, पटवारी लोकेश देवांगन को हल्का नं. 37 रेवाडीह, पटवारी केशव यादव को हल्का नं. 41 नंदई, पटवारी सोनाली तायवाडे को हल्का नं. 55 खैरा जंगलेशर, पटवारी महेन्द्र कुमार सिन्हा को हल्का नं. 23 डोम्हाटोला, पटवारी आकांक्षा गौर को हल्का नं. 62 अंजोरा, पटवारी नलिनी चौबे को हल्का नं. 53 कोटराभांठा, पटवारी अनुराग शुक्ला को हल्का नं. 33 ढाबा इसके साथ हल्का नं. 40 राजनांदगांव अतिरिक्त प्रभार, पटवारी हेमंत वर्मा को हल्का नं. 26 रेंगाकठेरा और हल्का नं. 36 पेंड्री अतिरिक्त प्रभार, पटवारी धनसिंह कोमरे को हल्का नं. 43 कन्हारपुर और हल्का नं. 3 सहसपुर दल्ली अतिरिक्त प्रभार, पटवारी पंकज सिंह को हल्का नं. 54 मोखला और पटवारी विकास वासनिक को हल्का नं. 28 इंदामरा आबंटित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने बुधवार सुबह गौरव पथ स्थित अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ मैदान, गैलरी का निचला खंड, लॉन टेनिस मैदान तथा निर्माणाधीन एकेडमिक भवन का जायजा लिया। उन्होंने एस्ट्रोटर्फ मैदान का उचित रख-रखाव व आवश्यक निर्माण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में आवश्यक निर्माण, रंगरोगन एवं जीर्णोद्धार कार्य जल्द प्रारंभ करें। यह जनहित का कार्य है, स्टेडियम में निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए, जिन स्थानों पर निर्माण कार्य किया जाना है इसके लिए कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग डीके नेताम को प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता को ध्यान में रखते समय-सीमा में कार्य पूरा करें। खेल मैदान सुरक्षित रहने से खिलाड़ी सफलतापूर्वक अभ्यास कर सकेंगे। निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम अरूण वर्मा, कार्यपालन अभियंता पीडब्ल्यूडी डीके नेताम, सहायक संचालक एक्का, स्टेडियम प्रबंधक रणविजय प्रताप सिंह, अनुराज श्रीवास्तव, कुतुबुद्दीन सोलंकी, रमेश डाकलिया, नगर निगम एल्डरमेन हेमू सोनी, भूषण साव, साई कोच श्री खान, पीडब्ल्यूडी प्रभारी स्टेडियम श्री कतलम, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम अजय यादव, तीरथ गोस्वामी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। साकेत साहित्य परिषद सुरी द्वारा सुरगी के साहित्य भवन में साहित्यकारों का दीपावली मिलन कार्यक्रम गत् दिनों आयोजित किया गया। साहित्यकार ओमप्रकाश साहू के संयोजन एवं वरिष्ठ साहित्यकार वीरेन्द्र कुमार तिवारी के संचालन में कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार कुबेर सिंह ने की। परिषद के अध्यक्ष लखनलाल साहू ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते रचनाकारों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। वहीं सदस्यों ने साकेत साहित्य भवन के रंग-रोगन के लिए सहयोग राशि प्रदान किया। साथ ही आगामी वार्षिक सम्मान समारोह एवं स्मारिका प्रकाशन पर चर्चा की।
इस अवसर पर रचनाकारों ने विभिन्न रसों से ओतप्रोत रचनाओं का पाठ कर दीपावली मिलन को सार्थक किया। काव्य पाठ एवं प्रेरक विचार व्यक्त करने वालों में कुबेरर सिंह साहू, वीरेन्द्र कुमार तिवारी, महेन्द्र बघेल, लखनलाल साहू, ओमप्रकाश साहू, नारद सिंह, फागूदास कोसले, नंदकिशोर साव, फकीर प्रसाद साहू, भूपेन्द्र साहू, पवन यादव, दूजराम साहू, अमृतदास साहू, युनूस अजनबी, याददास साहू, बलराम सिन्हा, डोहर दास साहू, डामेन्द्र देवदास, मिट्टू साहू, कुंजजराम साहू, राहुल साहू शामिल थे। काव्य गोष्ठी का संचालन वीरेन्द्र तिवारी और आभार प्रदर्शन ओमप्रकाश साहू ने किया।
राजनांदगांव, 11 नवंबर। जिला निषाद समाज के प्रतिनिधि मंडल ने डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू के मार्गदर्शन में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया से सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री डहरिया से समाज के नवनिर्वाचित जिला पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। प्रतिनिधि मंडल में समाज के संरक्षक जगदीश निषाद, शत्रुघान निषाद, मुन्ना निषाद, लोकेश निषाद, मौजीराम निषाद, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष कुलेश्वर निषाद शामिल थे।
उमड़ी भीड़, नम आंखों से दी श्रद्धांजलि
गंडई , 11 नवंबर। दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह की अस्थि कलश यात्रा नियत समय में नर्मदा पहुंची, जहां श्रद्धासुमन अर्पित की गई। स्व. सिंह को लेकर वक्तव्य दिया गया। तत्पश्चात कलश यात्रा नर्मदा से रवाना होकर गंडई के लिए निकली। नर्मदा से गंडई के लिए कलश यात्रा के आगे बाईक से उनके समर्थकों की भीड़ चली और उनके पीछे कारों का काफिला, इस दौरान लोगों ने लगातार नारे लगाये कि देवव्रत बाबा अमर रहे।
काफिला जब गंडई पहुंची तो एक मार्केट में बड़ी संख्या में उनके समर्थक और अन्य दल के नेता व कार्यकर्ता और नगरवासियों ने अस्थि कलश पर फूल अर्पण कर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते श्रद्धासुमन अपित की।
सभा में गणमान्य नागरिकों ने संबोधित करते श्री सिंह के जीवन एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। अस्थि कलश यात्रा के दौरान विधायक स्व. श्री सिंह की बेटी ने अस्थि कलश को लेकर कार से ही लोगों को रैली के दौरान दर्शन कराए। इस दौरान लोगों की आंखें नम हो गई। नर्मदा से गंडई पहुंचने के दौरान लोगों ने जगह-जगह पर फूल अर्पण किए और श्रद्धांजलि दी ।
कार्यक्रम में गंडई सहित आसपास के ग्रामीणों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। उनके कट्टर समर्थक भूषणमणी झा, कृष्णा देवांगन, लियाकत अली खान, रवि रजक, असरफ खान, नितिन ठाकुर, निप्पू रजक, निशार खान, आकिब खान, मुज्जमिल खान, तब्बू, विनोद नामदेव, रत्नेश कुलदीप, नंदकिशोर साहू, सुखनंदन चतुर्वेदी, संजय नामदेव सहित कांग्रेस और भाजपा से रमेश साहू, अयूब खान, बाके वर्मा, सुरेंद्र जयसवाल, रूखमणी देवांगन, क्रांति ताम्रकार, संजय अग्रवाल, जीवन दास रात्रे, हबीब खान, भिगेस यादव, चेतन देवांगन, सूरज नामदेव, सतीश सिंघानिया, ममता राजेश पाल, अमित टंडन, अमित मोटवानी आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। उच्च गुणवत्ता की जेनरिक दवाईया सस्ती दरों पर आधी कीमत में सुलभता से उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सस्ती दवा दुकान योजना छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रारंभ की गयी है।
योजना के तहत प्रदेश में धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर के रूप में दुकान संचालित किया जा रहा है। योजना के क्रियान्वयन की कड़ी में राजनांदगांव नगर के नागरिकों को सस्ती दवा योजना का लाभ देने नगर निगम द्वारा रेल्वे स्टेशन टैक्सी स्टैंड के पास एवं कमला कॉलेज रोड हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पास दो स्थानों पर धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर संचालित किया जा रहा है।
बुधवार को नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने यहां का निरीक्षण कर दवाईयों के संंबंध में जानकारी लेकर दवा बिक्री की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नागरिकों को दवा खरीदने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, शासन द्वारा निर्धारित दर पर सभी दवाएं उन्हें सुगमता से उपलब्ध करायी जाए। इस संबंध में उन्होंने निगम के अधिकारियों को भी समय-समय पर दोनों मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण करने के निर्देश दिए, ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दवाईया भी खरीदी।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने नागरिकों से अपील करते कहा कि सस्ती दवा योजना का लाभ लेने धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर से ही दवा खरीदे और आर्थिक बोझ से निजात पाएं, क्योंकि आज लोगों की आधी आमदनी ईलाज में ही खर्च हो जाती है। जिससे राहत देने शासन ने सस्ती दवा योजना प्रारंभ की है। जिसमें आम जनता को ब्रांडेड जेनरिक दवाईयां एवं सर्जिकल आइटम्स सस्ती दरों पर सुलभता से प्राप्त हो सके, जहां मरीजो को अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य (एमआरपी) में 50 प्रतिशत से अधिक छूट मिल रही हैै।
परिजनों से की भेंट, जताई शोक संवेदना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को खैरागढ़ पहुंचकर कमल विलास पैलेस में खैरागढ़ विधायक एवं पूर्व सांसद देवव्रत सिंह के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने स्व. देवव्रत सिंह के परिजनों से भेंट कर शोक संवेदना जताई।
उन्होंने कहा कि स्व. देवव्रत सिंह के निधन से हमने एक अच्छा राजनेता एवं मित्र खो दिया है। उनकी आकस्मिक मृत्यु राजनीति के क्षेत्र में तथा व्यक्तिगत तौर पर भी अपूरणीय क्षति है।
इस दौरान गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दलेश्वर साहू, छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम धनेश पाटिला, महापौर हेमा देशमुख, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष नवाज खान, विवेक वासनिक, जनप्रतिनिधि पीएल पुनिया, पदम कोठारी ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक डी श्रवण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम, एसडीएम खैरागढ़ लवकेश धु्रव एवं अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 11 नवंबर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में शासन के फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने तथा आम नागरिकों की समस्याओं को सुनकर निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि सभी विभागों को शासन की फ्लैगशिप योजनाओं के तहत लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। सभी अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाएं। शासन की इन योजनाओं का लाभ जनसामान्य को मिलना चाहिए। जनसामान्य की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करें।
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत सभी भूमिहीन मजदूरों को लाभ मिलना चाहिए।
ग्रामों में अभियान चलाकर पटवारी डोर-टू-डोर सर्वे कर 30 नवंबर के पहले आवेदनों का संकलन कर एंट्री करना सुनिश्चित करें।
सभी एसडीएम इसकी मॉनिटरिंग करें। सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं कृषि विभाग के अधिकारी फिल्ड में जाकर कार्यों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि 1 दिसम्बर से धान खरीदी प्रारंभ होगी। सभी धान खरीदी केन्द्रों में तैयारी सुनिश्चित करें। प्रत्येक सोमवार को जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र साल्हेवारा में डॉक्टर की नियुक्ति की गई है। उन्होंने अस्पताल भवन निर्माण और जीर्णोद्धार भवन के कार्यों की समीक्षा करते सीजीएमएससी को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मोहला, मानपुर और छुईखदान में सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। वहां लगातार मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कोविड टीकाकरण की समीक्षा करते कहा कि जिले में लगभग साढ़े 16 लाख लोगों ने टीका लगा लिया है। बचे हुए नागरिकों का टीका लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की सैम्पलिंग कार्य लगातार होनी चाहिए। लक्ष्य के अनुरूप प्रतिदिन सैम्पलिंग लें। भीड़ वाले स्थानों, बाजारों, कार्यालयों में सैम्पलिंग लिया जाए।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि जिला स्तर पर युवा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर विकासखंड स्तर पर खेलकूद का आयोजन होगा। इसके साथ ही स्थानीय लोक, साहित्य, कला संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने युवा उत्सव की तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने नरवा योजना की समीक्षा करते कहा कि जिन स्थानों पर नरवा सुधार कार्य हुए हैं, वहां सर्वे किया जाए। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर से पुनरीक्षण कार्य प्रारंभ किया गया है। 14 एवं 21 नवंबर को विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। मतदाता जागरूक होकर मतदाता सूची में नाम जोडऩे और सुधार कार्य करें।
जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने की तिथि बढ़ाई गई है। सभी नागरिक अपना आयुष्मान कार्ड जरूर बनाएं, पंचायतों में इसके लिए मुनादी कराई जाए। उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत कार्यों की समीक्षा करते कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कार्य प्रारंभ किया जाए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम अरूण कुमार वर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान सभी एसडीएम, जनपद सीईओ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्मय से जुड़े रहे।
घाट में पूजा-अर्चना के लिए जुटे छठवर्तियां
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। सुबह अध्र्य देकर महाछठ पर्व की बिदाई हो गई। करीब चार दिन चलने वाले इस सालाना त्यौहार पर छठवर्तियां महिलाओं ने कठिन व्रत रखकर संतानों की लंबी आयु की कामना की। उत्तर भारतीयों के इस अतिमहत्वपूर्ण त्यौहार पर सभी दिन तालाबों के घाट पर पूजा-अर्चना होती रही। गुरुवार सुबह सूर्य अध्र्य देने के बाद महिलाओं ने अपना उपवास तोड़ा। वहीं घरों में पारंपरिक रिवाजों के बाद महिलाओं ने भोजन कर संतानों के प्रति अपना प्रेम जाहिर किया। छठ पर्व पर श्रद्धाभक्ति का माहौल बना है। भगवान सूर्यदेव व छठ मैया की आराधना के लिए चलने वाले इस पर्व के आज चौथे दिन सुबह सूर्यदेव की आराधना करने व अध्र्य अर्पण करने बड़ी संख्या में भक्तों की उपस्थिति तालाबों में बनी रही।
इससे पूर्व बुधवार शाम छठ पर्व के अंतर्गत डूबते सूर्य को अध्र्य देने के लिए शहर के मोतीतालाब व चिखली तालाब समेत अन्य तालाबों के घाटों में मेला सा माहौल रहा। कार्तिक माह के षष्ठी तिथि को यह पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। लोक आस्था के इस पर्व में सूर्योपासना व षष्ठी मैया की आरधना कर संतान के लिए आशीर्वाद मांगा गया। गुरुवार को ब्रम्हमुहूर्त में महिलाओं ने उगते सूर्य को अध्र्य दिया। इसी के साथ पर्व का समापन हो गया। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी अध्र्य देने लोग तालाब किनारे पहुंचे थे। वहीं पटाखे भी फोड़े और आतिशबाजी की गई। तालाब के घाटों के आसपास तोरण पताका व बैनर बांधे गए थे।
स्थानीय गणेश मंदिर के पीछे स्थित मोती तालाब में शहर के लोग छठ पर्व मनाने के लिए एकत्रित हुए। इस पर्व को मनाने के लिए यूपी-बिहार के बाशिंदों में खासा उत्साह रहता है। यहां रहने वाले उत्तर भारतीय समुदाय के लोग इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं। पूजा में तरह-तरह के मिठाईयों एवं खानपान की वस्तुओं का भोग चढ़ाया जाता है। जिसमें नारियल, लोटा, गन्ना, लाल सिंदूर, धूप, चावल समेत अन्य सामग्रियां है। चंदन से भरी टोकरी को रखकर घाट में ले जाकर अध्र्य दिया जाता है। इधर आज गुरुवार को छठ पूजा की समाप्ति हुई। इससे पहले समाज के लोगों ने सरोवर में उतरकर सूर्य को अध्र्य दिया। दिवाली पर्व के छठवें दिन इस पर्व को मनाया जाता है। उत्तर भारतीय नागरिकों के लिए छठ पर्व काफी मायने रखता है। बच्चों की लंबी आयु की कामना के साथ परिवार की खुशहाली की कामना भी की जाती है। शहर के चिखली, ममता नगर, सहदेव नगर समेत उत्तर भारतीय बाहुल्य मोहल्लों ने नागरिकों ने मोती तालाब में सुबह से पूजा-अर्चना कर छठ पर्व को धूमधाम से मनाया।
जनप्रतिनिधियों ने दी शुभकामनाएं
छठ पर्व के समापन के अवसर पर गुरुवार सुबह महापौर हेमा देशमुख मोती तालाब घाट पहुंचकर व्र्रती महिलाओं को पर्व की शुभकामनाएं दी। वहीं इससे पूर्व बुधवार शाम को सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद मधुसूदन यादव व भाजपा नेता नीलू शर्मा, अशोक चौधरी, ऋषि चौधरी ने भी गणेश मंदिर स्थित मोती तालाब घाट में पहुंचकर व्रती महिलाओं को पर्व के लिए शुभकामनाएं दी। स्थानीय मोती तालाब में गुरुवार सुबह लोग सूर्यनारायण को अध्र्य देने के लिए जुटे रहे।
बोरतलाव के बुढ़ानछापर जंगल में फोर्स के हाथ लगी नक्सल सामग्रियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। बोरतलाव के बुढ़ानछापर के जंगल में सुरक्षा बलों ने गश्त के दौरान नक्सल सामान बरामद किए हैं। फोर्स ने 4 देशी कट्टा समेत घरेलू सामान जब्त किए हैं। यह कार्रवाई बोरतलाव पुलिस और आईटीबीपी ने संयुक्त रूप से की।
मिली जानकारी के अनुसार 11 नवंबर को नक्सल अभियान के तहत पुलिस थाना बोरतलाव अंतर्गत एक विशष अभियान पर थाना प्रभारी बोरतलाव निरीक्षक अब्दुल समीर और सहायक सेनानी अजय सिंह आईटीबीपी बोरतलाव के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस बल को सर्चिंग अभियान के दौरान बुढ़ानछापर के करीब जंगल पहाड़ी में एक नक्सल डंप बरामद करने में सफलता मिली। डंप में एक नीले रंग के प्लास्टिक ड्रम में अंदर नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे हथियार, मेडिसीन, नक्सल साहित्य, नक्सल पाम्प्लेट, सोलर प्लेट, केबल वायर, इलेक्ट्रिक वायर, इलेक्ट्रिक स्वीच, बैट्री, पुराने कपड़े, एक नग टार्च, पॉलीथीन, लोहे का प्लेट व ड्रील मशीन के कलपुर्जे, नक्सली बैनर, नक्सल दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद की गई। छुपाए गए हथियार में एक नग 12 बोर का देशी कट्टा, 3 नग 315 बोर का देशी कट्टा होना पाया गया। इसका उपयोग नक्सलियों द्वारा स्माल एक्शान टीम के माध्यम से सुरक्षा बलों को घात लगाकर नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा सकता था, जिसे समय रहते बरामद करने में संयुक्त पुलिस बल को सफलता मिली। इस सफलता के लिए पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज ओपी पाल, उप पुलिस महानिरीक्षक आईटीबीपी ओपी यादव, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव डी. श्रवण, आईटीबीपी 38वीं वाहिनी के कमांडेंट श्री श्रीपाल द्वारा संयुक्त पुलिस टीम की सराहना की गई।
गरीब लगा रहे दुकान का चक्कर, सीएम की घोषणा का नहीं हो रहा अमल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 11 नवंबर। सस्ती दवा दुकान श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स नगरवासियो के लिए अब एक सपना बन गया है। मुख्यंत्री की घोषणा के बाद नगरीय निकाय मुख्यालय में श्री धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स का बोर्ड जरूर लगा दिया गया है, लेकिन मेडिकल स्टोर्स अब तक नहीं खुल पाया है। इससे राज्य शासन की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ गरीब मरीजों व उनके परिवारों को नहीं मिल पा रहा है। सस्ती दवा दुकान का बोर्ड लगा दिए जाने से ग्राहक प्रतिदिन दुकानों का चक्कर लगाते हैं, लेकिन दुकान का शटर बंद होने से मरीजों को यहां से निराश लौटना पड़ता है और मजबूरी में उन्हें खुले बाजार में महंगी दर में दवाईयां खरीदनी पड़ रही है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने माहभ पहले रायपुर में गरीब मरीजों को सुविधाएं व सस्ती दवाईयां उपलब्ध कराने श्री धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स की शुरूआत की थी। मुख्यमंत्री बघेल ने ऐलान किया था कि यह सस्ती दवा की दुकान प्रदेश के हर नगरीय निकाय में प्रारंभ किया जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद यह सस्ती दवा की दुकान नगर में अब तक खुल नहीं पाई है। जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम की पहल के बाद नगर पंचायत मुख्यालय में पुराने अस्पताल के समीप 5 दुकानों वाली एक कॉम्प्लेक्स में महीनेभर पहले ही धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स का बोर्ड जरूर लगा दिया गया है, लेकिन अब तक दुकान खुल नहीं पाई है। नगर पंचायत ने इस कॉम्प्लेक्स की दुकानों का रंग-रोगन कर केवल बोर्ड लगाकर खानापूर्ति कर ली है, पर यह दवा दुकान कब खुलेगी इसे लेकर नगर पंचायत के सीएमओ भी नहीं बता पा रहे हैं।
सीएमओ दिलीप यदु ने बताया कि उन्हें काम्प्लेक्स का रंग-रोगन व साफ-सफाई करने का निर्देश मिला था, लेकिन दुकानें कब व किस तरह खुलेंगी और दवा दुकान खोलने के लिए कैसे टेंडर होगा और टेंडर की प्रक्रिया क्या होगी इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने बताया कि उन्हें भी इस संदर्भ में शीर्ष कार्यालय से कोई दिशा-निर्देश नहीं है। उन्हें यह जानकारी है कि इसे नगर पंचायत के माध्यम से प्रारंभ किया जाएगा, इसलिए उन्होंने पुराने अस्पताल के कॉम्प्लेक्स की दुकानों को श्री धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स के लिए उपलब्ध करा दिया है।
108 कर्मियों का भी गया आशियाना
नगर पंचायत मुख्यालय में पुराने हास्पिटल की जिस कॉम्प्लेक्स की 5 दुकानों में श्री धनवंतरी मेडिकल स्टोर्स की दवा दुकान संचालित करने का प्रस्ताव हुआ है। वहां की दो दुकानों का उपयोग 108 एम्बुलेंस के कर्मचारी आवास के लिए उपयोग करते थे, ताकि आपातकाल में अस्पताल के अंदर ही इन कर्मियों के माध्यम से शासन की यह सुविधा जनसामनय को आसानी से मिलता रहे और काम्प्लेक्स की एक दुकान का उपयोग पीछे से अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कैंटीन के लिए हो रहा था, लेकिन श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स की स्थापना के लिए कॉम्प्लेक्स की सभी 5 दुकानें खाली करा ली गई। इधर अब न तो सस्ती दवा की दुकान खुल पाई और समस्या यह कि कर्मचारियों को अस्पताल के माध्यम से मिल रही सुविधाएं भी हाथ से निकल गई।
सीएमओ दिलीप यदु ने कहा कि श्री धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स के लिए कॉम्प्लेक्स की सभी दुकानों की साफ-सफाई, रंग-रोगन करा दिया गया है। सस्ती दवा दुकान स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से खुलेगी। टेंडर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से ही होगा।
इधर बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने कहा कि श्री धनवंतरी जेनरिक मेडिकल स्टोर्स संचालन के लिए नगरीय निकाय को स्थान उपलब्ध कराने का निर्देश मिला था। उन्होंने पुराने अस्पताल में 5 दुकानें उपलब्ध करा दी गई है।
सुरेन्द्र, कुमार, अशोक व मणिका की कविताओं से हुए मंत्रमुग्ध हुए श्रोता
मुख्यमंत्री ने कवि सम्मेलन का लिया आनंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को राष्ट्रीय उत्सव समिति द्वारा स्टेट हाई स्कूल में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन वाह...वाह... राजनांदगांव का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि जिस कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास शिरकत करें, वहां सोने पे सुहागा जैसी बात है। उन्होंने सभी को दीपावली एवं छठ पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्व. विजय पांडेय ने जो परंपरा प्रारंभ की थी, उन्हें उनके सुपुत्र तथागत पाण्डेय ने आगे बढ़ाया है। वे अपने पिता के कार्यों व समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य करते रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कवि सम्मेलन का आनंद लिया।
राष्ट्रीय उत्सव समिति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन वाह...वाह... राजनांदगांव में पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, डॉ. कुमार विश्वास, अशोक चारण, मणिका दुबे शामिल हुए। पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे की हास्य व्यंग्य की कविताओं ने श्रोताओं को खूब हंसाया। उन्होंने कोरोना के बाद कतका बाचे..., छत्तीसगढिय़ा काफिंडेंस..., जे मन काखरो नई सुनय तय पुलिस वाले मन आज कविता सुनत हे..., जैसी हास्य कविताओं से श्रोताओं को सराबोर किया।
डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि अंतर्मन में देश महान साहित्यकार गजानंद माधव मुक्तिबोध की धरती को प्रणाम करने की इच्छा थी, जो आज पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थिति से हमारा देश उबरा है। यहां की मिट्टी की तासीर ही अलग है। उनकी कविता हादसों की जद में है, तो क्या मुस्कुराना छोड़ दे... जैसी प्रेरक एवं ओजस्वी कविताएं सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हुए। अशोक चारण, मणिका दुबे की कविताओं ने भी श्रोताओं को बांधे रखा।
इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दलेश्वर साहू, अनुसूचित जाति प्राधिकरण के अध्यक्ष भुनेश्वर बघेल, छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम धनेश पाटिला, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, महापौर हेमा देशमुख, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज खान, कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा, पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम, एसडीएम राजनांदगांव अरूण वर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 10 नवंबर। आज दोपहर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खैरागढ़ पहुंचे। उन्होंने दिवंगत खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने भी श्रद्धांजलि दी। सभी ने उनके कार्यों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।