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एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर। (कोरिया), 19 नवम्बर। भरतपुर में कोटाडोल स्थित नेउर नदी में जारी अवैध रेत खुदाई को लेकर अब आम आदमी पार्टी ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप रेत खुदाई पर रोक लगाने की मांग की है। इससे पहले भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने अवैध खनन को लेकर हल्ला बोला था, अब वह आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
गुरुवार को आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष रमाशंकर मिश्रा के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष सुखवंती सिंह और काफी संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। सौंपे अपने ज्ञापन में आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि कोटाडोल स्थित नेउर नदी मैं पोकलेन और जेसीबी की मदद से 8 से 10 फीट तक रेत की खुदाई की जा रही है। जिससे नदी सूखने की कगार पर है और नदी में बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। अवैध रेत उत्खनन कर माफिया रेत को मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में बढ़े दामों पर बेच रहे हैं। अवैध रेत से हुए गड्ढों में कई मवेशियों की मौत हो चुकी है और 1 बच्ची भी डूब कर अपनी जान गवां चुकी है। ऐसा बीते 2 साल से जारी है। अत: आपसे अनुरोध है कि जल्द से जल्द इस अवैध कारोबार पर रोक लगे नहीं तो आम आदमी पार्टी आंदोलन करने पर विवश होगी।
मनेंद्रगढ़, 18 नवंबर। सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने एक बार फिर भरतपुर विकासखण्ड में बहुप्रतीक्षित विकास कार्य हेतु 97 लाख 98 हजार रुपये की सौगात दी है।
विधायक गुलाब कमरो के प्रयास व पहल पर भरतपुर विकासखंड के जनकपुर में जय स्तम्भ चौक से बिजली ऑफिस तक जनकपुर सिटी पोर्शन मार्ग लम्बाई 300 मीटर निर्माण कार्य हेतु 47 लाख 98 हजार रुपये तथा बिजली ऑफिस से तहसील भवन तक जनकपुर सिटी पोर्शन मार्ग लम्बाई 360 मीटर निर्माण कार्य हेतु 50 लाख रुपये स्वीकृति मिली है।
उल्लेखनीय है कि भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में 3 विकासखंड मनेंद्रगढ़, भरतपुर एवं सोनहत शामिल हंै। तीनों विकासखंडों में विधायक के द्वारा समान रूप से जनता के अनुरूप विकास कार्य कराए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र की जनता में खुशी का माहौल है तथा क्षेत्र में लगातार विधायक गुलाब कमरों की लोकप्रियता बढ़ रही है, वहीं विधायक गुलाब कमरो ने क्षेत्रवासियों की ओर से मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रभारी मंत्री का आभार व्यक्त किया है।
कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर चौड़ीकरण को लेकर की चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 नवंबर। कोरिया जिले की बहुप्रतिक्षित मांग सडक़ चौड़ीकरण का शुभारंभ हो गया। बुधवार को कलेक्टर श्याम धावड़े स्वयं मुख्य मार्ग पर स्थित घड़ी चौक पहुंचे। मौके पर मौजूद एसडीएम और उनके दल ने सडक़ के दोनों ओर की नाप जोख शुरू की, इसके अलावा 2 दल भी इस कार्य में खरवत से लेकर जमगहना तक लगे रहे। तीन दिन में इस कार्य में लगे दल अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौपेंगे। नाप जोख का कहीं किसी भी व्यापारी ने विरोध नहीं किया।
हुई नाप जोख की शुरूआत
बुधवार की सुबह कलेक्टर श्याम धावड़े, जिला पंचायत के सीईओ कृणाल दुदावत के साथ जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के घड़ी चौक पहुंचें, उनके द्वारा 15 नवंबर को बनाई तीनों टीम के सदस्य मौके पर मौजूद थे, कलेक्टर ने वहां उपस्थित लोगों से चर्चा की, यातायात जवानों से वाहनों को लेकर आ रही समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने उपस्थित टीम के अधिकारियों को सडक़ चौड़ीकरण को लेकर दिशा निर्देश देकर खडग़वां की ओर चले गए।
इधर, कलेक्टर के जाते ही खरवत से लेकर जमगहना तक सडक़ के दोनों ओर नाप जोख शुरू हुआ। शहर में 60 फीट का नाप किया गया, जिसमें काफी संख्या में दुकानों के टूटने के आसार देखे गए, कई दुकानों के अंदर 5-5 फीट तो कई के 3 से 4 फीट तक पर निशान लगाया गया। वहीं नाप जोख का किसी भी व्यापारी ने विरोध नहीं किया। नापजोख को देखने काफी लोगों की भीड़ लगी रही, युवा काफी उत्सुक नजर आए। सबने नाप जोख में लगी टीमों का सहयोग किया।
गौरतलब है कि शहर के मध्य से गुजरने वाली एनएच 43 पर हर दिन लगने वाले जाम से हर कोई परेशान है, वहीं बीते एक माह से शहर के युवाओं ने सडक़ के चौड़ीकरण को लेकर अभियान छेड़ रखा है। जिसका असर अब प्रशासन की कार्रवाई से दिखने लगा है।
खंभों और पेड़ों की गणना
भांड़ी से लेकर जमगहना और खरवत से ओडग़ी तक में काफी संख्या में पेड़ है। कोरिया वन मंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र की टीम ने पेड़ों की गणना के साथ पेड़ों की मोटाई का भी नापजोख कर सूची तैयार की। भांड़ी से जमगहना के बीच कुछ वर्ष पूर्व ही वृक्षारोपण करवाया गया था, कुछ पेड़ बन चुके हैं, वहीं खरवत से ओडग़ी नाका तक भी काफी संख्या में बड़े-बड़े पेड़ है। अब सडक़ चौड़ीकरण में जिस पेड़ से काफी परेशानी होगी, उसके स्थान को लेकर आंकलन कर उसे काटा जाएगा, नहीं तो उसे वैसे ही रहने दिया जाएगा।
मकानों की गणना की गई
नाप जोख में लगी टीमों ने शहर के बाहर दोनों ओर 80 फीट जबकि बीच शहर के अंदर 60 फीट तक की नपाई की। शहर के बाहर चौड़ीकरण की जद में आने वाले मकानों की भी गणना की गई है। इसके साथ दुकानों की भी, किस दुकानदार की कितने फीट दुकान प्रभावित होगी इसकी पूरी सूची बनाई गई है। पूरे दिन खरवत से जमगहना तक यह कार्य जारी था।
प्रभावितों को आर्थिक परेशानी से उबारे प्रशासन
शहर के सडक़ चौड़ीकरण में कई दुकानदारों की पूरी की पूरी पक्की दुकानें जद में आ रही है। कईयों की आधी दुकान टूट सकती है, ऐसे दुकानदार उस स्थान पर वर्षो से अपना व्यापार करते आए है। सडक़ चौड़ीकरण होने से उनको बड़ा आर्थिक नुकसान होने की पूरी संभावना है। ऐसे मे दुकानदारों की प्रशासन से मांग की है कि शहर में जहां भी दुकानों का निर्माण हो वहां उन्हें प्र्राथमिकता के तौर पर लागत मूल्य पर दुकानें देकर उन्हें आर्थिक परेशानी से उबारा जा सकता है।
शहर में दूसरी बार हुई ऐसी नापजोख
बैकुंठपुर शहर में कई बार दुकानों को तोडफ़ोड़ करने अतिक्रमण की टीम सामने आ चुकी है, वर्ष 2006 में अतिक्रमण मुहिम तत्कालीन कलेक्टर शहला निगार ने शुरू की थी, एक दो दिन कुछ अतिक्रमण करने वाले गुमटी ठेलों पर कार्यवाही भी हुई थी, उसके बाद बैकुंठपुर को मॉडल टाउन बनाने तत्कालीन कलेक्टर ऋतु सैन ने इसी तरह नाप जोख करवाया था, जो पहली बार हुआ था। शहर में एनएच 43 पर स्थित नजूल भूमि पर स्थित लगभग दुकानों पर लाल क्रास का निशान लगाया गया था। परन्तु बाद में उन्होंने एक भी दुकान का अतिक्रमण पर हाथ नहीं लगाया, शहर के अंदर मुख्यमार्ग से काफी दूर कुछ लोगों के मकानों का जमीदोज करवाया था।
उसके बाद आज दूसरी बार सडक़ का नापजोख किया गया है। परन्तु अब तक किसी भी अधिकारी ने सडक़ के चौड़ीकरण को लेकर किसी भी प्रकार के कदम नहीं उठाए। ऐसा पहली बार हो रहा है कि सडक़ चौड़ीकरण को लेकर काफी लोगों का जनसमर्थन मिला और अब प्रशासन आगे आया है।
वन भूमि पर अतिक्रमित दुकान को लेकर जिपं सदस्य ने की थी शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 नवंबर। जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने कलेक्टर कोरिया को शिकायत कर जिले के केल्हारी स्थित एक मेडिकल स्टोर के गलत दस्तावेज पर लाईसेंस प्राप्त कर संचालन करने की शिकायत की और जब कलेक्टर के निर्देश पर जांच कर जांच प्रतिवेदन सामने आया तो वो खुद हैरान रह गए। उनका कहना है कि जांच अधिकारियों ने दुकान का पता ही बदल कर दुकान ही गायब बता दिया। जहां दुकान संचालित है उसे कहीं और बता कर जांच में लिपापोती कर दी गई है। जांच प्रतिवेदन में औषधी एवं खाद्य नियंत्रक विभाग के अधिकारियों ने उनकी शिकायत को गलत बताते हुए दुकान को वहां स्थित होना नहीं बताया।
जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह को उनकी शिकायत पर कलेक्टर द्वारा कराई गई जांच का जांच प्रतिवेदन दिया गया। जिस स्थान पर मेडिकल स्टोर के जिस खसरे नंबर के तहत लाईसेंस प्राप्त किया था, वह दुकान वन विभाग की भूमि पर दूसरे खसरा नंबर पर वन विभाग की जमीन को अतिक्रमण कर उसमें संचालित किया जा रहा है। उप संचालक खाद्य एवं औषधी प्रशासन बैकुंठपुर के सहायक औषधी नियंत्रक संजय कुमार नेताम ने मामले की जांच कर फर्म द्वारा नियमानुसार शर्तों का पालन किया जाना पाया।
शिकायत जांच में वन विभाग की भूमि का खसरा नंबर के दक्षिण पूर्व कोना की ओर 59.5 पर मेडिकल स्टोर होना नहीं पाया गया। अपने जांच प्रतिवेदन में सहायक औषधी नियंत्रक संजय कुमार नेताम ने केल्हारी के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र लिखकर अवगत कराया कि इस संबंध में शिकायत भू स्वामित्व से संबधित है, जिसकी जांच कर निराकरण करने की मांग की और जांच से उन्हें अवगत कराने की मांग की गयी थी। जिससे कि नियमानुसार कार्रवाई किया जा सके।
जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह का कहना है कि जांच प्रतिवेदन में अधिकारियों ने दुकान को ही वन विभाग की भूमि से गायब बता दिया है, जबकि ऐसा है ही नहीं। उन्होंने जांच पर ही सवाल खड़े करते हुए दुबारा निष्पक्ष जांच की मांग की है।
चिकित्सक के अन्यत्र स्थानांतरण की मांग
जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने केल्हारी के प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र में पदस्थ एक चिकित्सक का स्थानांतरण करने की मांग स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत कर की है। शिकायत में जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने उल्लेख किया है कि पीएचसी केल्हारी में संविदा प्रशिक्षु चिकित्सक का गृह ग्राम में नियम विरूद्ध तरीके से पदस्थापना की गयी है। अस्पताल में कम समय देते है ज्यादातर समय अपने निजी क्लीनिक में देते हैं और निजी क्लीनिक में मरीजों को इलाज कराने को बोलते है। साथ ही अपने मेडिकल स्टोर से ही दवाई लेने को मरीजों को प्रेरित करते हैं, जबकि शासन हास्पिटल से जेनेरिक दवाई देने के निर्देश दिये है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि उक्त चिकित्सक वन विभाग की जमीन पर अपना क्लीनिक चलाते हंै।
बैकुंठपुर और चरचा शिवपुर में होगा चुनाव, लगने वाली है आचार संहिता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 नवंबर। राज्य निर्वाचन द्वारा नगरीय निकाय चुनाव की पूरी तैयारी पूरी कर ली है और जल्द ही इसके संबंध में अधिसूचना जारी करने वाली है। इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता लग जाएगी। कोरिया जिले में बैकुंठपुर और चरचा शिवपुर नगर पालिका में चुनाव होना है, परन्तु चुनाव के बहिष्कार के बाद इसे लेकर राजनीतिक दलों के साथ लोगों में भी कोई खास दिलचस्पी नहीं देखी जा रही है, वहीं कांग्रेस के खिलाफ लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और सत्तारूढ़ सरकार द्वारा कोरिया जिले का विभाजन कर नया एमसीबी जिला बनाये जाने की घोषणा कर परिसीमन कर राजपत्र में अधिसूचना भी जारी कर दी है। जबकि कोरिया के विभाजन को लेकर विरोध शुरू हुआ तो यह प्रमुख मांग में शामिल रही कि कोरिया जिले के खडग़वां को कोरिया में ही यथावत रखा जाये, जिसे लेकर कोरिया बचाव मंच द्वारा लगातार 62 दिनों तक मुख्यालय बैकुंठपुर में क्रमिक अनशन किया और इसी बीच प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे, जिस पर मुख्यमंत्री ने कोरिया के साथ न्याय करने का आश्वासन दिया था, लेकिन जनभावनाओं के विपरीत खडग़वां जनपद को नये जिला एमसीबी में शामिल कर अधिसूचना जारी कर दी। ऐसी स्थिति में कोरिया के लोगों में गलत विभाजन को लेकर विरोध में उतर आये हैं।
इस स्थिति में कोरिया कांग्रेस भी कश्मकश में फंस गया है और अपने ही सरकार के निर्णय का विरोध कर नगरीय निकाय चुनाव का विरोध करने की घोषणा कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कर दी है। इस तरह अपने ही सरकार के फैसले को लेकर जनता के भावनाओं को लेकर कांग्रेस विरोध कर रही है, लेकिन यह विरोध कांग्रेस के गले नहीं उतर रहा बल्कि उसके गले की फांस बन गया है।
दिसंबर में होने हैं नगरीय निकाय चुनाव
जानकारी के अनुसार जल्द ही राज्य चुनाव आयोग के द्वारा नगरीय निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी करने वाली है इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावित हो जाएगी। लेकिन कोरिया के अन्यायपूर्ण विभाजन को लेकर जिले के दोनों नगरीय निकाय में चुनाव बहिष्कार की घोषणा की गयी है। यदि कांग्रेस भाजपा व गोगपा के पदाधिकारी अपनी घोषणा पर कायम रहते है तो दोनों नगरीय निकाय चुनाव में चुनावी गर्मी नहीं दिखाई देगी।
जानकारी के अनुसार दिसंबर के अंतिम समय में चुनाव संभावित है लेकिन अभी तक दोनों नगरीय निकाय में चुनावी हलचल शुरू नहीं हुई है। ऐसा पहली बार होगा जब कोरिया के गलत परिसीमन को लेकर चुनावी बहिष्कार की घोषणा सर्व दलीय राजनीतिक दल द्वारा सार्वजनिक मंच से किया गया।
डीपीएम ने दी समझाईश, कहा नहीं की है पैसे वापसी की मांग
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 18 नवंबर। आज जिले भर के गांव-गांव में पदस्थ मितानिनों ने सीएमएचओ कार्यालय पहुंचकर कोरोनाकाल में किए गए कार्यों के एवज में मिलने की वाली राशि की मांग की। मितानिनों को डीपीएम रंजना पैकरा ने समझाया, तब मितानिनें वापस लौटीं। वहीं भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी भी मौके पर पहुंचें और मितानिनों को आश्वस्त किया कि भाजपा उनके साथ है।
दरअसल, कोरोना काल में मितानिनों की बेहद संवेदनशील भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है। पहले कोरोना जांच और फिर बाद में वैक्सीनेशन अभियान में उनकी भागीदारी किसी से छिपी नहीं है, जिसे देखते हुए कोरोनाकाल में काम करने के एवज में 1 हजार रू महीना देने का फैसला राज्य सरकार ने किया था, पहले तीन महीने के 3 हजार रूपए कोरिया जिले की सभी मितानिनों के खाते में आ भी गए।
बताया गया कि अब कुछ दिन पूर्व उनको दिए 3 हजार वापसी का पत्र भी जारी हो गया, जिससे वो अपने आपको ठगा सा महसूस कर रही हैं। पहले मितानिनों को तहसील स्तर पर इसका विरोध किया, कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन भी सौंपा और गुरूवार को जिले भर की मितानिनों ने सीएमएचओ कार्यालय का घेराव करने पहुंचीं। जिसके कारण सीएमएचओ कार्यालय मितानिनों से भर गया।
काफी गहमागहमी के माहौल के बीच डीपीएम रंजना पैकरा ने उन्हें समझाया कि आप लोगों से किसी भी तरह की राशि की वापसी नहीं होगी, राशि सरकार द्वारा जो भी नियम अनुसार भेजी जाती है, यदि भेजी जाएगी तो सीधे आपके खाते में आएगी, जैसे पूर्व में आई है। अभी और राशि सरकार से प्राप्त नहीं हुई है। जिसके बाद मितानिनों को गुस्सा कम हुआ और वो अपने घर की ओर लौट गईं।
20 महीने का भुगतान चाहिए
सीएमएचओ कार्यालय पहुंचीं मितानिनों ने बताया कि पूरे कोरोनाकाल में जब कोई कोरोना से ग्रसित मरीज को छूना पसंद नहीं करता था, वे जान पर खेल कर न सिर्फ उनकी जांच करवाती बल्कि महिला मरीजों को लेकर कोविड अस्पताल भी आया करती थी, जब बात टीकाकरण की आई तो लोगों का टीके को लेकर सबसे बड़ी चुनौती सामने आई, अफवाह फैली हुई थी और हम लोगों के घर जाकर उन्हें टीके के फायदे बताकर उनको अफवाह से बाहर निकाला, और टीकाकरण अभियान को सफल बनाया। ऐसे मेें हम लोग मार्च 2020 से अभी तक इस कार्य में लगे हुए हंै। सरकार ने हमे मात्र 3 माह की राशि दी है, जबकि हमें अभी तक हर माह की राशि चाहिए।
2700 मितानिन हंै जिले में पदस्थ
कोरिया जिले में कुल 27 सौ मितानिनें पदस्थ हंै, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण, गर्भवती महिलाओं का संपूर्ण इलाज कराने में प्रमुख भागीदारी निभा रही हैं।
कोरिया के विभाजन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक में बनी संघर्ष की रणनीति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर( कोरिया), 17 नवंबर। कोरिया के विभाजन को लेकर मुख्यमंत्री के वादा खिलाफी के बाद जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में सभी राजनीतिक दल, सभी संगठन और आम नागरिकों की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, सभी ने एक स्वर में आगामी नगरीय चुनाव का पुरजोर बहिष्कार करने का निर्णय लिया, इसके साथ इसके लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लडऩे का ऐलान कर दिया।
मंगलवार को कोरिया बचाओ मंच के बैनर तले खडग़वां, पटना, चरचा सहित बैकुंठपुर के कांग्रेस भाजपा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सहित सभी समाज और संगठन के लोग एकत्रित होकर आयोजित बैठक में हिस्सा। युवा आदिवासी नेता विजय सिंह ठाकुर द्वारा लाया गया प्रस्ताव जिसमें नगरीय निकायों में होने वाले चुनाव का बहिष्कार करने पर सभी ने एक साथ सहमति जताई।
कुछ ही दिनों में बैकुंठपुर और चरचा शिवपुर में होने वाले चुनाव का बहिष्कार के लिए कांग्रेस जिला अध्यक्ष नज़ीर अजहर, भाजपा अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल, गोंगपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह कमरो ने साफ कहा कि उनके दल से कोई भी नामांकन नहीं भरेगा, जो भी फॉर्म भरेगा, उसका सामाजिक रूप से बहिष्कार होगा। सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्ष जो समर्थन दिया, उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। इसके अलावा इस लड़ाई के लिए चंदा भी इकठ्ठा किया गया।
दावा-आपत्ति में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे
आदिवासी समुदाय दावा आपत्ति में काफी संख्या में भाग लेंगे। समुदाय के एक-एक व्यक्ति इसमे शामिल होकर लिखित आपत्ति करेंगे। दावा-आपत्ति में 10 हजार से ज्यादा लगाई जाएगी, हर घर से दावा-आपत्ति जाएगी।
आदिवासी अस्मिता को बचाना जरूरी
जिस कोडयागढ़ के नाम से कोरिया जिले का नाम पड़ा। उसकी अस्मिता बचाने आदिवासी समुदाय बढ़े स्तर पर आगे आएगा। सर्व आदिवासी समाज, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सब एक साथ मिलकर लड़ेंगे। इसके लिए 500 से अधिक आदिवासी समुदाय एकजुट होकर सीएम से जाकर मिलेंगे। ज्यादा से ज्यादा खडग़वां के लोग रीट पिटीशन में कोर्ट जाएंगे। रीट पिटीशन आदिवासी समुदाय ही लगाए। हर समाज के लोग रीट पर जाएंगे। सरकार को झुकाने के लिए आंदोलन, विरोध और घेराव का सहारा लिया जाएगा। इसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग लाना सुनिश्चित किया जाएगा।
राज्यपाल ने जताई अनभिज्ञता
बैठक में कोरिया बचाओ मंच के वरिष्ठ सदस्य अनिल शर्मा ने बताया कि अम्बिकापुर में उनके साथ पूर्व नपा अध्यक्ष शैलेष शिवहरे, विजय सिंह ठाकुर बसंत राय के साथ हम पांच लोगों का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मिला। राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना से अनभिज्ञता जाहिर की है। इससे साफ होता है कि कोरिया के साथ दुर्भावना से ग्रसित होकर इसका विभाजन किया। उन्होंने बताया कि एक बार हम सभी ने इस मामले में राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई है।
पदाधिकारी देंगे इस्तीफा
बैठक में मांग की गई कि कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों के साथ संसदीय सचिव अपने अपने पदों से इस्तीफा दे। सभी जिला पंचायत, जनपद सदस्य, सरपंच सभी पत्र लिखकर राज्यपाल को पत्र लिखकर बताए। कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कहा वे पद से इस्तीफा दे देंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 16 नवम्बर। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र में लंबे समय से रेत का अवैध कारोबार चल रहा है। रेत के अवैध कारोबारी बड़े बड़े हाईवा में 8 टन की बजाय 12 टन उपर तक भर कर उप्र-मप्र ले जा रहे हैं, जिससे कोटाडोल की सडक़ें जर्जर हो चली है। वहीं अवैध रेत के कारोबार के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने मोर्चा खोल रखा है, अब वे इस अवैध कारोबार के खिलाफ आंदोलन की तैयारी कर रहे है।
इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह का कहना है कि बीते 3 वर्षों में इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यहीं अवैध रेत उत्खनन का काला कारोबार है। नदी के अंदर बड़ी बड़ी मशीने लगाकर रेत निकाली जा रही है, नदी के सूखने की पूरे आसार है, पर्यावरण का नुकसान तो ही रहा है, आम लोगों के लिए रेत नहीं अब सोना होते जा रहा है, सरकार जानबूझकर इस धंधे को बंद नहीं कराना चाहती है।
क्षेत्र में बढ़ते रेत के अवैध कारोबार को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त है और वे सख्त कार्रवाई चाहते हंै। इसी बीच जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह अवैध रेत खनन क्षेत्र का दौरा कर ग्रामीणों से मुलाकात की और अवैध रेत उत्खनन कार्य को रोकने की दिशा में प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध होकर आंदोलन करन की बात कह रहे हैै।
8 की जगह 12 टन, सडक़ंे हो रही खराब
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के भरतपुर जनपद अंतर्गत कोटाडोल क्षेत्र में जहां प्रतिदिन मशीनों से क्षेत्र की नदियों से अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है और परिवहन किया जा रहा है। क्षेत्र से निकाली गयी रेत का परिवहन उप्र, मप्र के विभिन्न स्थानों तक परिवहन किया जा रहा है। सूत्र बताते हंै कि क्षेत्र से प्रतिदिन दो तीन दर्जन हाईवा वाहन में रेत भरकर मप्र उप्र की ओर ले जाया जाता है।
सूत्रों से यह भी बताया कि हाईवा में जहां 8 टन ही रेत भरे जाने चाहिए लेकिन नियम विरूद्ध 12-12 टन रेत भरकर परिवहन किया जा रहा है। जिस कारण सडक़े खराब हो रही है। अच्छी सडक़ पर जगह जगह गड्ढे बन गये है। इसी तरह का हाल रहा तो जल्द ही क्षेत्र की अच्छी सडक जगह जगह गड्ढों में तब्दील हो जायेगी जिससे कि क्षेत्र के लोगो को आवागमन में भारी परेशानी होगी।
आंदोलन के बाद भी नहीं रूक रहा अवैध उत्खनन
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर नदियों से अवैध तरीके से रेत उत्खनन व परिवहन को रोकने के लिए पूर्व में क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई दिनों तक आंदोलन भी किये जिनमें महिलाएं भी विरोध में उतरी इसके बावजूद क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन व परिवहन को रोकने की दिशा में ठोस कार्यवाही नहीं की गयी।
9-9 सदस्यीय दल करेंगे कई काम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 नवंबर। कलेक्टर श्याम धावड़े ने जिला मुख्यालय से गुजरने वाली एनएच 43 सडक़ के चौड़ीकरण के लिए 3 दल बनाए हंै, 9 सदस्यीय दल के द्वारा सडक़ के निर्माण, सौंदर्यीकरण के साथ समन्यवय का काम किया जाएगा। इससे पूर्व 6 नवंबर को 14 सदस्यीय दल का गठन किया गया था।
15 नवंबर को कलेक्टर श्याम धावड़े ने 9-9 सदस्यों वाले 3 दल का गठन किया। जारी आदेश मेें कलेक्टर ने जिला मुख्यालय बैकुंठपुर गुजरने वाली एनएच 43 कलेक्टर कार्यालय से जमगहना तक की सडक़ के निर्माण, चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण के साथ समन्यवय के काम के लिए दल बनाया है।
पहला दल खरवत चौक से ओडग़ी नाका तक सौंपे गए दायित्वों का पालन करेगा, जिसमें तहसीलदार बैकुंठपुर मनहरण सिंह राठिया, परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर आजाद एक्का, दूरसंचार विभाग के हेमंत अग्रवाल, एनएच के इंजीनियर टैरोन बुशे, राजस्व निरीक्षक पूनत रानी देवदास, हल्का पटवारी वंदना कुजूर, दूसरा दल ओडगी से रामपुर तक जिसमेंं एसडीएम ज्ञानेन्द्र सिंह ठाकुर, एसडीओ लोक निर्माण विभाग एसके मिश्रा, परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा, नपा सीएमओ मुक्ता ंिसह चौहान, विद्युत विभाग के सहायक अभियंता आरके गोगरिया, दूरसंचार विभाग के हेमंत अग्रवाल, राजस्व निरीक्षक साहेब लाल टंडन, राजस्व निरीक्षक नजूल रमेश भगत, पटवारी वाल्मिकी मिश्रा और तीसरे दल जो जनकपुर से जमगहना तक के लिए बनाया गया है, उसमें तहसीलदार पटना भीष्म पटेल, परिक्षेत्राधिकारी अखिलेश मिश्रा, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर आजाद एक्का, दूरसंचार विभाग के हेमंत अग्रवाल, एनएच के इंजीनियर टैरोन बुशे, राजस्व निरीक्षक अजय शर्मा, शत्रुघन राम और भांड़ी योगेश गुप्ता शामिल हैं।
तैयारियों का कलेक्टर ने लिया जायजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 15 नवंबर। धान खरीदी की तैयारियों का अवलोकन करने कलेक्टर श्याम धावड़े सरभोका धान खरीदी केंद्र पहुंचे। उन्होंने धान खरीदी के लिए आवश्यक बारदाने, कम्प्यूटर सेंटर में टोकन की प्रक्रिया, नाप तौल के लिए तराजू आदि की उपलब्धता की जांच करने के बाद सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिले भर में किसानों के लिए 1 दिसंबर से होने वाले धान खरीदी में लघु सीमांत किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए छोटे किसानों की धान खरीद सबसे पहले करने के निर्देश दिए। सोसाइटी के अंतर्गत आने वाले गांवों का रोस्टर बनाया जाए और उसके अनुरूप खरीदी की तैयारी रखें।
श्री धावड़े ने कहा कि किसानों को धान खरीदी के ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड और खाता नम्बर की जानकारी लेकर अपने सहकारी समिति में आना होगा। इसके लिए हर गांव में मुनादी करवाई जाए, ताकि किसी भी किसान को धान खरीदी केंद्र में आने के बाद किसी भी तरह की असुविधा न हो।
इस दौरान उपाध्यक्ष जिला पंचायत कोरिया वेदांती तिवारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुणाल दुदावत, एसडीएम ज्ञानेंद्र सिंह ठाकुर, सहकारिता विभाग के सहायक पंजीयक, सीईओ जनपद अमित सिन्हा सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी और किसान उपस्थित रहे।
बैकुंठपुर (कोरिया), 14 नवंबर। आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत पैन इंडिया अवेयरनेस एवं आउटरीच अभियान का समापन 14 नवंबर बाल दिवस के अवसर पर किया गया। इस दिन कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में शासकीय आदर्श कन्या उमावि की छा़त्राओं ने प्रभात फेरी निकाली।
प्रभातफेरी बाल दिवस के अवसर पर प्रात: 8 बजे आयोजित की गयी, जिसे अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार और स्कूल के प्राचार्य एएल गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर सीजेएम मोहन कोर्राम न्यायिक मजिस्टेट प्रथम प्रशांत भास्कर, प्रशिक्षु न्यायाधीश प्रवीण कुजूर और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महेश राज के साथ विद्यालय के प्राचार्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।
कन्या विद्यालय से प्रारंभ छात्राओं की प्रभात फेरी विद्यालय परिसर से प्रारंभ होकर महलपारा रोड होते हुए शर्मा नर्सिंग होम से होते हुए बाजारपारा की ओर बढ़ते हुए कन्या शाला में आकर संपन्न हुई। प्रभातफेरी में भारी संख्या में कन्या विद्यालय के छात्राओं ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महेश राज ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पेन इंडिया लीगल अवेयरनेस एण्ड आउटरीज कैम्पेन का समापन समारोह 14 नवंबर को पूर्वान्ह 11 बजे विज्ञान भवन नई दिल्ली में हुआ।
उन्होंने कलेक्टर, एसपी, जिला शिक्षा अधिकारी, अधीक्षक बालगृह समस्त पैनल अधिवक्ता एवं पैरा लीगल वालिंटियर्स जिला विधि सेवा प्राधिकरण ने कार्यक्रम में जुडक़र कार्यक्रम देखा।
एक सप्ताह चला जागरूकता कार्यक्रम
राष्ट्रीय महिला आयोग एवं नालसा के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं के अधिकारों के संबंध में राष्ट्रीय विधिकसेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार तथा आनंद कुमार धु्रव अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बैकुण्ठपुर के मार्गदर्शन में जिला न्यायालय के सभागृह में 7 से 13 नवंबर तक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें रिसोर्स पर्सन कमलावती दास अधिवक्ता एवं मंजुषा गुप्ता अधिवक्ता के साथ महिला थाना प्रभारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की वित्तबाला श्रीवास्तव मुख्य रूप से उपस्थित रहे और इनके द्वारा महिलाओं के अधिकारों के संबंध में जानकारी प्रदान की गयी। वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री महेश राज के द्वारा उपस्थित महिलाओं को उनके अधिकारों से संबंधित विधिक जानकारी विस्तारपूवर्क बताया गया। एक सप्ताह तक चले उक्त कार्यक्रम में 150 से अधिक महिलाओं ने अपनी सहभागिता दर्ज करायी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 14 नवंबर। दीपावली पर्व के बाद धूमधाम से बनाये जाने वाले एकादशी देवउठनी पर्व को लेकर बाजार पूरी तरह से सजे रहे और एकादशी के एक दिन पूर्व बाजारों में अच्छी चहल-पहल देखी गयी। लोग पूजा सामग्री व अन्य सामग्री खरीदी करते नजर आये, जिस कारण शहर के साप्ताहिक बाजार में ज्यादा भीड़ देखी गयी।
15 नवंबर को एकादशी का पर्व पूरे जिले में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान से निवृत होकर व्रत का संकल्प लेते हंै और दिन भर व्रत रखने के बाद शाम ढलने के बाद भगवान विष्णु की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जाती हैं।
एकादशी के दिन रात्रि में भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप के साथ माता तुलसी का विवाह संस्कार विधि विधान के साथ पूरा किया जाता है। इसके लिए उसी तरह से सभी कार्य को किये जाते हैं, जिस तरह से किसी विवाह कार्यक्रम में किया जाता है। विवाह के लिए गन्ने का मण्डप तैयार किया जाता है कि विधि विधान के साथ तुलसी विवाह संपन्न कराया जाता है।
एकादशी के पर्व को जिले के ग्रामीण अंचलों प्रत्येक परिवारों के द्वारा धूमधाम के साथ मनाया जाता है और इस दिन नये अनाज का पकवान तैयार किया जाता है। एकादशी पर्व को छोटी दीपावली के रूप में लोगों के द्वारा मनाया जाता है। एकादशी पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के एकादशी तिथि को मनाया जाता है।
शुभ कार्यों की शुरूआत
एकादशी को देवउठनी पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन तुलसी विवाह संपन्न किया जाता है। मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान विष्णु अपनी अपने कई माह के निद्रा के बाद जागते हैं, जिसे देवउठनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के बाद सभी तरह के शुभ व मंगल कार्यों की शुरूआत हो जाती है। देवउठनी एकादशी के बाद अब विवाह कार्यक्रम, गृह प्रवेश,मुंडन संस्कार सहित अन्य सभी तरह के शुभ कार्यो की शुरूआत हो जाती है।
खडग़वां विकासखंड को लेकर दावा आपत्ति व कोर्ट जाने की रणनीति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 नवंबर। कोरिया जिले के विभाजन की अधिसूचना के बाद कोरिया जिले सहित अन्य तहसीलों में एकदम शांति छाई हुई है। ब्लाक अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने इस्तीफा देकर कांग्रेस को चौंका दिया, वहीं खडग़वां तहसील को लेकर दावा आपत्ति को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही है। कुछ कानूनी जानकार इसे संवैधानिक रूप से 5वीं अनुसूची का उल्लंघन मान रहे हैं। ऐसे में मामले को कोर्ट जाने की तैयारी के तौर भी पर देखा जा रहा है।
कोरिया जिले से अलग अस्तित्व में आए मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले की अधिसूचना जारी होने के बाद हर कहीं विभाजन को लेकर चर्चा आम हो चली है। ज्यादातर लोग इसके राजनीतिक फायदे और नुकसान को लेकर खुलकर बातें कर रहे है। कई तो तंज कसते हुए कांग्रेस का तीनों सीट पर 50-50 हजार से जीत का दावा कर रहे हैं, तो कुछ खुलकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर पोस्ट कर अपना विरोध जता रहे हंै। कोरिया जिले के विभाजन के बाद कांग्रेस भी कई गुटों में बंट गई है।
चरचा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष व चरचा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने खडग़वां के साथ हुए अन्याय की बात कहते और कांग्रेस का पदाधिकारी होते हुए कोरिया के साथ इंसाफ नहीं दिलाने की बात लिखकर पद से इस्तीफा दे दिया, वहीं कांग्रेस के कई पदाधिकारी अब विभिन्न पदों से इस्तीफा देने का मन बना रहे हंै।
बैकुंठपुर विस में आता है आधा हिस्सा
कोरिया जिले की बैकुंठपुर विधानसभा में खडग़वां विकासखंड का आधा हिस्सा आता है, इसमें 33 ग्राम पंचायत शामिल हैं, जबकि मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में 44 ग्राम पंचायत हैं। इसमें 15 ग्राम से 20 पंचायत ऐसी है, जो बैकुंठपुर शहर के करीब है। कुछ तो ऐसी ग्राम पंचायतें हैं, जिन्होंने अपने ग्राम पंचायत का प्रस्ताव दोनों जिलों को दिया है, वहीं ज्यादातर ग्रामीण बैकुंठपुर में रहना चाहते है तो कुछ ग्राम पंचायत के पंचायत प्रतिनिधि मनेन्द्रगढ़ में रहने के लिए तैयार है तो कुछ मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में ग्राम पंचायतों ने बैकुंठपुर में रहने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा जनपद पंचायत खडग़वां का प्रस्ताव भी बैकुंठपुर रहने के लिए दिया गया है। अब अधिसूचना के बाद अब यहां के लोगों को जिला मुख्यालय के लिए काफी लंबा सफर करना होगा।
मात्र तीन परिक्षेत्र का होगा कोरिया वनमंडल
कोरिया के विभाजन के बाद नए जिले एमसीबी में खडग़वां विकासखंड के आने के बाद वहां स्थित दो परिक्षेत्र खडग़वां और चिरमिरी एमसीबी में आ गए है, इसके अलावा भरतपुर विकासखंड के कोटाडोल परिक्षेत्र भी एमसीबी में आ गया, ऐसे में मनेन्द्रगढ़ वनमंडल में पूर्व में 6 परिक्षेत्र थे अब बढक़र 9 परिक्षेत्र हो गए हंै। राज्य में बलरामपुर वनमंडल के बाद मनेन्द्रगढ़ 9 परिक्षेत्र का वनमंडल बनाया जाने की तैयारी वन विभाग करने में जुटा हुआ है। ऐसे में राज्य का सबसे छोटा जिला कोरिया और तीन परिक्षेत्र का कोरिया वनमंडल हो गया है। हालांकि अभी अधिसूचना असाधारण जारी हुई है, दावा आपत्ति के लिए अब 54 दिन शेष बचे है।
अभी तक दिया शांति का परिचय
कोरिया जिले की घोषणा के बाद बैकुंठपुर शहर के लोगों ने अब तक बिना किसी विधायक का विरोध किए बेहद शांति का परिचय दिया। 15 अगस्त को हुई घोषणा के कुछ दिन बाद राजीव भवन के शुभारंभ पर जिलामुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचें जनप्रतिनिधियों ने कई बार पुलिस से पूछताछ की कि कहीं कोई विरोध तो नहीं करेगा, पुलिस और प्रशासन ने उन्हें बार बार आश्वस्त किया। जब दोनों पहुंचेंं तो लोगों ने उनका किसी भी तरह का विरोध न कर नजरअंदाज किया, वहीं जख्म ताजा होने के बाद भी मुख्यमंत्री ने राज्योत्सव में जनप्रतिनिधि को कोरिया भेजा, लोगों ने विरोध को मन में रख सामने प्रकट नहीं किया, जिले के दूसरी तहसीलों से लोगों का कार्यक्रम में लाकर भीड़ बढ़ाई गई। लोगों का कहना था कि यदि वो विरोध करते है काला झंडा दिखाते है तो ऐसे नेताओं को बेवजह प्रचार मिलेगा और बैकुंठपुर की छवि का धक्का लगेगा।
राजस्व मामलों में तेजी से सुनवाई, गांव-गांव में शिविर
बैकुण्ठपुर, 13 नवंबर। कलेक्टर कोरिया श्याम धावड़े के राजस्व मामलों के त्वरित निराकरण के आदेश के बाद जिले में राजस्व का पूरा अमला लक्ष्य बनाकर मैदान कूद पड़ा है। आज ग्राम सलका में आयोजित शिविर में बंटवारे के 45 प्रकरण पर 121 किसानों को किसान पुस्तिका प्रदान की गई। अनुविभागीय अधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ठाकुर व तहसीलदार मनहरण सिंह राठिया की उपस्थिति में शिविर में ही नए आवेदन भी प्राप्त किये गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज तीन ग्रामों में मुनादी करवाकर राजस्व संबंधित मामलों पर आवेदन प्राप्त किये गए जिसमे बटवारे के 25 सीमांकन के 15, किसान पुस्तिका के 03 व वनाधिकार के 45 व 11 अन्य सहित कुल 101 नए आवेदन प्राप्त किये गए।
विदित हो कि सम्पूर्ण कोरिया जिले में इन दिनों अभियान चलाकर राजस्व मामलों पर सुनवाई की जा रही है। आज शिविर के दौरान शिविर स्थल मनसुख में तहसीलदार बैकुंठपुर एम. एस. राठीया, नायब तहसीलदार नीलिमा लकड़ा, नायब तहसील दार भुवनेश्वर, आरआई सज्जन सिंह, हल्का पटवारी राम देव, आशा भगत, सूर्या उपस्थित थे।
धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर का लोकार्पण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 13 नवंबर। शहर की जनता को राज्य के मुखिया की एक और सौगात समर्पित, अब कम खर्च में बीमारियों से मिलेगी निजात। उक्त कथन शुक्रवार को धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर का लोकार्पण करते हुए मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने कही।
विधायक श्री जायसवाल ने उपस्थित जन मानस को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता को सस्ते दर में बेहतर गुणवत्तापूर्ण की दवाइयां उपलब्ध कराने का जो उद्देश्य हम लोगों ने लिया था, वह आज पूर्ण हुआ। इन कार्यों से ही हम लोग ने अपने मुखिया को इस उपाधि से नवाजा है कि भूपेश है तो भरोसा है. जो कहा वह किया, जो आप सभी के सामने है। अब कम खर्च में अपनी छोटी.बड़ी बीमारियों को दूर कर सकते हैं, जिनके लिए उन्हें हजार दो हजार खर्च करने पड़ते थे, वह अब महज सौ-दो सौ में ही हो जाएगा। धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर आपको वह सब दवाइयां मिलेगी, जो आपको बाहर से खरीदना पड़ता था। गरीब से गऱीब तबके को लाभ पहुंचाने छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार संवेदनशील है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से नगर पालिक निगम चिरमिरी की महापौर कंचन जायसवाल, सभापति गायत्री बिरहा, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष नीता डे, निगम कमिश्नर बिजेंद्र सिंह, सीएमओ रामेश्वर शर्मा, तहसीलदार विप्लव श्रीवास्तव, निगम सचिव देश पाण्डेय, नगर निगम के समस्त एमआईसी पार्षद,एल्डरमैन, निर्वाचित पार्षद, महिला कांग्रेस, सेवा दल, एनएसयूआई के साथ कांग्रेसजन, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी, व क्षेत्र के नागरिक बंधु मौजूद रहे जिनकी गरिमामयी उपस्थिति में सस्ती दवा दुकान का फ़ीता काटकर शुभारंभ किया गया ।
कांग्रेस के गले की हड्डी न बन जाए जिले की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 नवंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कोरिया जिले से मनेंद्रगढ़ को नया जिला बनाये जाने की घोषणा की इसके बाद मनेन्द्रगढ़ में तो गजब की खुशी मनाई गई, परन्तु जिले के बाकि तहसील क्षेत्रों में मायूसी देखी गई, पांचवीं अनुसूची के पेंच के कारण अब तक सरकार ने इस जिले की अधिसूचना जारी नहीं की है। वहीं नए जिले के गठन से कांग्रेस के कब्जेवाली तीनों विधानसभा पर इसका बड़ा प्रभाव देखने को मिलने की उम्मीद अभी से जो कांग्रेसी लगा रहे है उन्हें कहीं झटका न लग जाए। अभी से इसका गणित शुरू हो गया है।
कोरिया जिले का विभाजन कर नया जिला की घोषणा के साथ ही जहां जिले के प्रमुख स्थानों से लोगों द्वारा विरोध किया जाने लगा, लेकिन अब यह आंकलन किया जा रहा है कोरिया जिले का विभाजन कर नया जिला चिरमिरी मनेंद्रगढ़ जनकपुर बनाये जाने के बाद इस बात को लेकर ज्यादा चर्चा है कि राजनीतिक रूप से किस जिले को ज्यादा नुकसान होगा। जिले की तीनों विधानसभा सीट पर जिले के निर्माण से नाराजगी का लाभ भाजपा को मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। दूसरी ओर भाजपा में भी अंतरकलह काफी ज्यादा हो चला है। वहंी कांग्रेस के अभी तक के कार्यकाल से कांग्रेस के लोग अपने ही जनप्रतिनिधियों से सबसे ज्यादा नाराज देखे जा रहे हैं, जो कांग्रेस की आपसी में जारी गुटबाजी का नतीजा है। जो खत्म न होकर दिन ब दिन बढ़ते जा रही है। नए जिले की घोषणा से इसका राजनीतिक असर भी काफी बुरा पडऩे के आसार अभी से दिख रहे हंै।
भरतपुर-सोनहत में नाराजगी से नुकसान
कोरिया जिले में तीन विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र प्रदेश का विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 है जो विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र है। इस क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा वनांचल व ग्रामीण क्षेत्र है। भले सरकार करोड़ों की सौगात दे परन्तु यहां के लोगों की परेशानियों का अंत नहीं हो पाया हैं। क्षेत्र में भारी भ्रष्टाचार के साथ अवैध रेत के काले कारोबार से लोगों के बीच सरकार की छवि धूमिल कर दी है, ग्रामीणों को 10 दिन तक धरने पर बैठना पड़ा है। हलांकि काफी बड़ा क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र में दूसरी बार कोई आज तक विधायक नहीं बना पाया है, वहीं सर्व विदित है वर्तमान में भरतपुर से ज्यादा तरजीह मनेन्द्रगढ़ को दी जा रही है। भरतपुर के लोग इसे भेदभाव के रूप में देख रहे हैं। दूसरी ओर जिले के निर्माण के साथ जिलामुख्यालय के निर्माण को लेकर भरतपुर के लोगों को जो आस है, उसे पूर्ण करना सरकार के बस में नजर नहीं आ रहा है। तय है नाराजगी का असर आने वाले विधानसभा चुनाव में साफ दिखेगा।
चिरमिरी के पास सबसे ज्यादा वोटर
मनेन्द्रगढ़ विधानसभा की बात की जाए तो अभी तक मनेन्द्रगढ क्षेत्र से कम ज्यादातर ग्रामीण और चिरमिरी क्षेत्र से विधायकों को विधानसभा की टिकट दी गई है। मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में चिरमिरी नगर निगम सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आया है, इससे पूर्व तीन बार खडग़वां के बंजारीडांड के निवासी रहे स्व गुलाब सिंह को कांग्रेस ने टिकट दिया और वो दो बार विधायक बने, जबकि एक बार भाजपा ने चिरमिरी से दीपक पटेल तो दो बार खडग़वां से श्याम बिहारी जायसवाल को टिकट दिया दोनों एक एक बार विधायक बने, कांग्रेस ने चिरमिरी से विनय जायसवाल को प्रत्याशी बनाया और एंटी भाजपा लहर मे वो विधायक बन गए। कांग्रेस और भाजपा की राजनीतिक दृष्टि से मनेन्द्रगढ़ में अभी तक कोई बड़ा नेता की खोज नहीं कर पाए है। मनेन्द्रगढ विधानसभा के सबसे ज्यादा संख्या में वोटर चिरमिरी की ताकत रही है। ऐसे में यदि चिरमिरी के मतदाताओं को जिला मुख्यालय को लेकर उनकी मांग अनुरूप कांग्रेस कुछ नहीं करती है तो तय है कि कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।
नफे नुकसान का गणित बैकुंठपुर विस
कोरिया जिला मुख्यालय मनेन्दगढ़ के मुकाबले स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है। यहां गल्र्स व पीजी कॉलेज, पॉलिटेक्निक, कृषि महाविद्यालय की सुविधा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बीते 3 वर्षों में काफी कुछ बदला है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं कोरिया जिले में चरचा कॉलरी, कटकोना, पाण्डवपारा कांलरी है। परन्तु कांग्रेस में गुटबाजी बेहद हावी है। नए जिले के गठन को लेकर लोग कांग्रेस से खासे नाराज है। लोगों का कहना है कि ऐसा कभी नहीं सोचा था जो कांग्रेस ने किया। छोटा जिला होगा तो यहां कौन अधिकारी आना चाहेगा। वहीं भाजपा में यहां आपसी लड़ाई खुलकर जारी है। वहीं कुछ तो ऐसे हैं, जो जमकर सत्ता का लाभ उठाए है अब रणनीति बनाने में लगे है कि टिकट नहीं मिलेगा तो किसे निर्दलीय लड़ा कर समर्थन करना है। अभी तक की स्थिति में कांग्रेस यदि कुछ बड़े निर्णय के साथ विकास कार्य करके दिखाती है तो कुछ लाभ मिल सकता है अन्यथा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खासा नुकसान की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
अब तक हुआ क्या
15 अगस्त 2021 को मनेंद्रगढ जिले की घोषणा होने के साथ ही कोयलांचल चिरमिरी शहरवासियों द्वारा नये जिले का मुख्यालय चिरमिरी में बनाये जाने की मांग को लेकर जिला बनाओं संघर्ष समिति बनायी गयी और अपनी मांगों को लेकर आज तक क्रमिक अनशन में बैठे हुए हंै। इसी बीच कुछ युवाओं के द्वारा चिरमिरी से पैदल मार्च कर राजधानी रायपुर पहुंच अपनी मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री से मिले लेकिन कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। इसके पूर्व चिरमिरीवासियों के विरोध केा देखते हुए मनेंद्रगढ़ जिले का नाम चिरिमरी मनेंद्रगढ भरतपुर करने का ऐलान किया गया क्योंकि चिरमिरी के साथ भरतपुर क्षेत्र के लोग भी नये जिले का मुख्यालय केल्हारी या जनकपुर में रखने की मांग केा लेेकर विरोध प्रदर्शन किया और ऐसा नहीं होने पर जनकपुर को अलग जिला बनाये जाने की मांग को लेकर विरोध के स्वर निकाले।
वहीं कोरिया जिले का विभाजन पर नया जिला चिरमिरी मनेंद्रगढ़ जनकपुर बनाये जाने की घोषणा के बाद से ही कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के व्यापारियों ने अपनी प्रतिष्ठानें बंद कर विरोध जताया और मांग की कि कोरिया जिले में खडग़वां जनपद का पूरा क्षेत्र, कोरिया वन मण्डल तथा सोनहत जनपद क्षेत्र के हिस्से में यथावत शामिल रखने की मांग को लेकर कोरिया बचाव मंच का गठन किया गया और 60 दिनों से अधिक समय तक क्रमिक अनशन चला और इस बीच संसदीय सचिव की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमण्डल द्वारा रायपुर जाकर मुख्यमंत्री से मिले तब मुख्यमंत्री ने कोरिया के साथ अन्याय नहीं होने देने तथा न्याय होने का वायदा किया, तब जाकर क्रमिक अनशन समाप्त किया गया।
इस तरह कोरिया जिले का विभाजन कर नया जिला घोषणा के साथ ही जिले के प्रमुख जगहों पर विरोध शुरू हो गया और शांत कोरिया जिला अशांत हो गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 11 नवंबर। लोक निर्माण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी आज कोरिया पहुंचे। उनके साथ लोक निर्माण विभाग के राज्य स्तर के अधिकारी के साथ पूरा अमला मौजूद रहा। उन्होंने कहा कि एनएच की सडक़ों पर अधिकारी बराबर दौरा करेंगे, एनएच के चौड़ीकरण का प्रस्ताव मिलेगा और उस पर कार्रवाई होगी।
पहली बार लोक निर्माण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी कोरिया पहुंचे, उनसे मिलने विश्रामगृह में कलेक्टर श्याम धावड़े और सीईओ कुणाल दुदावत पहुंचे।
‘छत्तीसगढ़’से बात करते हुए श्री परदेशी ने कहा कि वो एनएच की सडक़ों का निरीक्षण करने निकले हैं, जशपुर से लेकर कोरिया तक की एनएच की सडक़ों का उन्होंने निरीक्षण किया है, एनएच की सडक़ें गुणवत्ता युक्त है कि अधिकारियों के साथ देखा गया।
श्री परदेशी से जब पूछा गया कि कोरिया जिले में निर्माणाधीन एनएच की सडक़ों पर एनएच के अधिकारी कभी दौरा नहीं करते। इस कारण अधूरे निर्माण पर एक युवक की जान जा चुकी है। इसी कारण बीते 4 साल से सडक़ों का निर्माण कार्य की बेहद धीमी गति से चल रहा है, जिस पर श्री परदेशी ने कहा कि अब अधिकारी भी दौरा करेंगे और काम की गुणवत्ता का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा।
श्री परदेशी से जब पूछा गया कि जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के मध्य से गुजरने वाली एनएच के चौड़ीकरण को लेकर युवा लगातार मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कलेक्टर को कहा है कि एक प्रपोजल बनाकर मुझे भेजें, जिस पर हर संभव कार्रवाई की जाएगी।
चौड़ीकरण पर सचिव से मिले युवा
लोक निर्माण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी से सडक़ चौड़ीकरण के विषय को लेकर काफी संख्या में शहर के युवा अपने हस्ताक्षर अभियान/समर्थन पत्र के साथ मुलाकात की और उनसे शहर के मध्य से गुजरने वाले सडक़ जमगहना से खरवत तक कि सडक़ चौड़ीकरण की मांग की। उन्होंने इस विषय को संज्ञान में लेने की बात कही।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेंद्रगढ़, 11 नवंबर। मनेंद्रगढ़ शहर के आस्था का केंद्र बना सिद्ध बाबा धाम के चहुंमुखी विकास के लिए सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों ने फिर 49 लाख 34 हजार रुपये की सौगात दी है।
सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो की कुछ दिनों पूर्व की गई घोषणा पर अमल करते हुए सिद्धबाबा मंदिर (पहाड़) के चहुँमुखी विकास कार्य की कड़ी में फिर से एनएच 43 से तिराहा पहुँच मार्ग (सिद्धबाबा पहाड़) 500 मीटर पहुँच मार्ग निर्माण कार्य हेतु 49 लाख 34 हजार की स्वीकृति प्रदान की गई है।
उल्लेखनीय है कि सिद्ध बाबा धाम मनेंद्रगढ़ शहर की प्राचीन धरोहर है जहां पर पूर्व में श्रद्धालु पहाड़ी को चढक़र सिद्ध बाबा धाम तक दर्शन हेतु पहुंचते थे। सिद्ध बाबा धाम में प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के पावन अवसर पर 14 एवं 15 जनवरी को मेला लगता है जिसमें श्रद्धालु भक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है।
भव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विधायक गुलाब कमरों सिद्ध बाबा धाम के लिए पूर्व में जहां 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृत करा चुके हैं उसके बाद एक बार फिर दूसरी किस्त के रूप में सडक़ सौन्दर्यीकरण के लिए 49 लाख 34 हजार रुपए की राशि स्वीकृत कराई है। निश्चित रूप से विधायक श्री कमरों के अथक प्रयास व सहयोग से सिद्ध बाबा धाम अपना भव्य स्वरूप ले सकेगा। विधायक श्री कमरों अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार सौगातों की बौछार कर विकास कार्यों की गति दिन प्रतिदिन बढ़ा ही रहे हैं इसके साथ साथ ही धार्मिक स्थलों का भी कायाकल्प उनके द्वारा कराया जा रहा है , जिसके कारण सिद्ध बाबा धाम सहित अन्य धार्मिक स्थलों का स्वरूप बदलता हुआ दिखाई देने लगा है।
घाटों पर उमड़ी भारी भीड़, छठी मईया के लोकगीत गूंजते रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 11 नवम्बर। उगते सूर्य को अघ्र्य देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया। जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर, शिवपुर चरचा, पटना, कटकोना, मनेंद्रगढ चिरमिरी सहित अन्य स्थानों पर भक्तिभाव के साथ छठ पर्व मनाया गया। इस अवसर पर जमकर पटाखें और अतिशबाजी भी की गई। इसके बाद सुबह से घर घर प्रसाद वितरण किया गया।
गुरूवार को छठ व्रती महिलाओं द्वारा उगते सूर्य को दूसरा अघ्र्य दिया गया। इसके साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया। गत 8 नवंबर को नहाय खाय से शुरू हुई सूर्य षष्ठी महापर्व को लेकर घर घर में भक्तभाव का महौल बना हुआ था। पर्व के चलते बाजारों में भी पहल पहल बनी हुई थी। बुधवार को अपरान्ह बाद शहर के विभिन्न छठ घाट के लिए व्रति महिलाएॅ पूजन सामग्री सूप,दौरी में ले कर समूह के साथ चले। इस दौरान कई परिजन भी पूजा सामग्री सिर में ढोकर घाट तक पहुंचे जहां पहुंच कर जल में उतरकर डूबते हुए सूर्य को पहला अघ्र्य दिया गया। इसके बाद लगभग सभी घाटों से व्रती महिलाएं व उनके परिजन घर लौट गये और रात भर छठी मईया के ध्यान में लगे रहे और दूसरे दिन तडक़े ही अपने अपने घरों में छठ व्रति फिर से सूर्य को दूसरा अघ्र्य देने के लिए पूजा सामग्री लेकर छठी मईया के गीत गाते हुए निकल पड़े और देखते ही देखते विभिन्न छठ घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गयी।
इस अवसर पर प्रत्येक घाट पर छठी मईया के सुमधुर गीत भी गूंजते रहे और सूर्य के निकलने का इंतजार करते रहे। जैसे ही सूर्य क्षितिज पर दिखाई दिया छठ व्रती महिलाओं द्वारा जल में उतरकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की और फिर दूसरा अघ्र्य सूर्य को दिया गया और अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया। इस अवसर पर सभी घाटों में उल्लास व भक्तिभाव का वातावरण देखा गया।
छठ घाट पर चाय व गर्म पानी की व्यवस्था
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी शहर के राम मंदिर छठ घाट पर भव्यता के साथ छठ पर्व मनाया गया। इस अवसर पर कुछ श्रद्धालुओं द्वारा बिस्कुट चाय व गर्म पानी की नि:शुल्क व्यवस्था की गयी थी। जिसका लाभ लोगों के द्वारा उठाया गया। इसी तरह शिवपुर चरचा के छठ घाटों पर भी इस तरह की व्यवस्था श्रद्धालुओं द्वारा की गयी थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 10 नवंबर। बैकुंठपुर से बिलासपुर मार्ग पर्र िस्थत धनुहर नाले पास गत दिवस सीमेंट से भरा एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। चालक व क्लीनर सुरक्षित बच निकले।
ज्ञात हो कि धनुहर नाले पर बनी इस पुलिया में साल भर मे 50 से ज्यादा ट्रक पलट जाते है, अभी तक इस पुल के नव निर्माण को लेकर पहल शुरू नहीं हो सकी है।
जानकारी के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त वाहन रायपुर से सीमेंट लेकर बैकुंठपुर की ओर आ रहा था। गौरतलब है कि बैकुंठपुर से बिलासपुर मार्ग पर शहर से लगभग 10 किमी की दुरी पर ग्राम मनसुख से पहले पडऩे वाले धनुहर नाले में आये दिन भारी वाहन अनियंत्रित होकर पलटते रहते है। अब तक धनुहर नाले के पास दर्जनों बार भारी वाहन अनियंत्रित होकर पलट चुके है लेकिन गंभीर हादसा हमेशा ही टलता रहा। सिर्फ वाहन ही अनियंत्रित होकर पलटता क्योंकि उक्त नाले के बाद दोनों ओर चढ़ान है। एक ओर नाले के बाद अचानक मोड़ के बाद चढ़ान पड़ता है अक्सर इसी जगह पर भारी ट्रक अनियंत्रित होकर पलटते रहते है। राहत की बात यह है कि इस स्थल पर अब तक एक भी यात्री बस दुर्घटना का शिकार नही हुआ है सिर्फ लोडेट ट्रक ही दुर्घटना का शिकार होते रहे है। लगातार कई घटनाओं के बाद प्रशासन का ध्यान धनुहर नाले के छोटी पुलिया के कारण बढती जा रही दुर्घटनों से सबक लिया और उक्त नाले में उच्च स्तरीय पुल की स्वीकृति मिल गयी है। जहां जल्द ही उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कराया जायेगा। जिसके बाद ही यहॉ पर आये दिन होने वाली हादसों पर रोक लग सकता है।
बरसात में पुलिया से उपर से पानी का बहाव
धनुहर नाला में रपटा सह पुलिया का निर्माण वर्षो पूर्व कराया गया था। बैकुंठपुर ओर से जाने के दौरान तेज ढाल है तथा पुलिया के पास अचानक मोड़ फिर पुलिया है। यह स्थल बडी वाहनों के लिए बेहद खतरनाक है, इस स्थल पर सावधानी नही बरती तो दुर्घटना होना निश्चित है। वही ज्यादातर लोडेड वाहन पुलिया के बाद मोड के बाद चढाव पर पिकप नही बना पाने के कारण अनियंत्रित होकर पलटती रहती है। वही रपटा सह पुलया के दोनों ओर रेलिंग अब तक नही बनाया जा सका है। वही बरसात के दौरान तब अधिक बारिश होती है तब पुलिस के उपर से पानी का बहाव होना शुरू हो जाता है, जिससे कि आवागमन कुछ घंटों के लिए बाधित हो जाता है। उच्च स्तरीय पुल बन जाने के बाद यहां पर होने वाली परेशानी दूर हो जायेगी।
छठ घाट की साज सज्जा ने लोगों का मोहा मन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 10 नवंबर। सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पुत्र की सलामती तथा परिवार की सुख समृद्धिके लिए सूर्य उपासना का पर्व छठ उल्लास एवं भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है। बुधवार शाम को व्रती महिलाओं ने डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया।
सूर्यषष्ठी के महापर्व की शुरूआत नहाय खाय से 8 नवंबर से हुई। इसके साथ ही चार दिवसीय छठ पर्व मनाने व्रती महिलाएं जुट गई। दूसरे दिन खरना का प्रसाद बनाने के बार मीठा भात खाकर निर्जला व्रत की शुरूआत की और अगले दिन 10 नवम्बर को छठ व्रती महिलाओं द्वारा सूप दौरा आदि में विभिन्न तरह के पूजन सामग्री व प्रसाद भरकर छठ घाट में अपरान्ह के समय समूह में निकलना शुरू कर दिये और छठ घाट पहुंच कर घाट के पानी में उतरकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने के उपरांत डूबते सूर्य को पहला अघ्र्य दिया गया।
इस अवसर पर छठ घाट पर छठी मईया के गीत गुंजते रहे और श्रद्धालुओं की भीड बनी रही। बैकुण्ठपुर के राम मंदिर तालाब, गढ़ेेलपारा के गेज नदी स्थित छठ घाट के अलावा विभिन्न जगहों के छग घाटों में डूबते सूर्य को पहला अघ्र्य देने के लिए छठ व्रतियों की भीड़ के बीच छठ घाटों में छठी मईया के गीत गूंजते रहे।
इस दिन छठ घाट में जाने के लिए छठ व्रती महिलाएं सूप दौरे में प्रसाद व पूजन सामग्री सजाकर रखे और अपने सिर में ढोकर तथा कुछ महिलाओं के परिजन प्रसाद के सूप दौरे केा ढोकर छठ घाट तक समूह में पहुंचे। कुछ समूह बाजों के साथ थी छठ घाट पहुंचे। सभी ओर से अपरान्ह के समय छठ व्रती महिलाएं घाट अपने अपने क्षेत्र के छठ घाट पहुंचना शुरू कर दिये और घाट में पहुंच कर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना किये इसके पश्चात डूबते सूर्य को पहला अघ्र्य दिया। इसके बाद शहर व आस पास क्षेत्र के सभी छठ घाट से पहला अघ्र्य देने के बाद छठ व्रति अपने अपने घर लौट आये। दूसरे दिन 11 नवंबर को तडके फिर छठ व्रती महिलाएं घाट पर पहुंच कर उगते सूर्य को दूसरा अघ्र्य देंगी और प्रसाद ग्रहण कर व्रत का पारण करेंगी। इसके साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व समाप्त हो जायेगा।
गन्ने व अन्य प्रसाद की जमकर रही मांग
छठ पर्व में विभिन्न तरह के कच्चे फलों का प्रसाद चढ़ाया जाता है। पर्व के अवसर पर इसकी मांग बढ़ गयी। बाजार में कई तरह के कच्चे फल प्रसाद के लिए खरीदी की जाती रही।
छठ पर्व को लेकर पूजन सामग्री का बाजार सजा रहा। विभिन्न तरह के कच्चे फलों की खरीदी लोग करते रहे। इस अवसर पर गन्ने की विशेष रूप से मांग रहती है जिसके चलते बाजार में गन्ने के व्यापारी भी विभिन्न क्षेत्रो से गन्ने लेकर पहुंचे, जिसकी दिन भर खरीदी होती रही। इस अवसर पर व्यापारियों द्वारा लाये गये गन्ने हाथों हाथ बिक गये। यही वह अवसर रहता है जब गन्नें खूब बिकते हैं।
छठ पर्व को लेकर सजाये गये छठ घाट
दिनों दिन सूर्य उपासना का पर्व छठ मनाने वालो की संख्या शहर में बढ़ती जा रही है। इस पर्व के अवसर पर छठ घाट स्थल पर आवश्यक साफ सफाई कर पूरी तरह से सजा दिया जाता है। शहर के गढ़ेलपारा के गेज नदी स्थित छठ घाट के अलावा राम मंदिर तालाब छठ घाट पर छठ व्रतियों के लिए सभी तरह की आवश्यक व्यवस्था की गयी थी। पंडालों के साथ छठ घाट को आकर्षक लाइटिंग से सजा दिया गया था। जिससे छठ घाट का नजारा देखते ही बन रहा था। शहर के शहर के अलावा जिले के कई क्षेत्रों में छठ घाट को आकर्षक तरीके से सजाया गया था जहां पर भक्तिभाव के साथ छठ पूजा संपन्न किया गया। पूजन कार्य संपन्न कराने में कई श्रद्धालुओं का विश्ेाष योगदान रहा। इस अवसर पर कई श्रद्धालुओं द्वारा अंतिम दिन सुबह के समय श्रद्धालुओं के लिए चाय की नि:शुल्क व्यवस्था की जाती है।
बैकुंठपुर, 10 नवंबर। शादी का झांसा देकर नाबालिग को भगाने व बलात्कार के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार थाना केल्हारी क्षेत्र के नाबालिग पीडि़ता 8 अगस्त की रात 11 बजे घर से बिना बताये कहीं चली गई फिर उसके परिजनों के द्वारा आस-पास ग्राम तथा रिश्तेदारी में पता तलाश किया गया, नाबालिग का कही पता नही चलने पर प्रार्थी 15 अगस्त को थाना केल्हारी में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया, जिसके रिपोर्ट पर धारा 363 भादवि के तहत किसी अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।
एसपी कोरिया के निर्देश पर तत्काल नाबालिग पीडि़ता की पतासाजी शुरू की गई। थाना प्रभारी केल्हारी निरीक्षक तेजनाथ सिंह, व पुलिस टीम के द्वारा नाबालिग पीडि़ता को अम्बिकापुर से लाकर 9 नवंबर को बरामद किया गया। महिला उप निरीक्षक ममता केरकेट्टा चौकी प्रभारी नागपुर से पीडिता का कथन एवं शासकीय अस्पताल मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल जांच कराया गया, पीडि़ता के कथन के आधार पर आरोपी राजकुमार चेरवा, सुपरवाईजर उम्र 24 साल साकिन कैलाशपुर खरला के द्वारा पीडि़ता को बहला फुसलाकर शादी करने की लालच देकर नाबालिग पीडिता के साथ जबरन उसके इच्छा के विरूद्ध बलात्कार किया गया। उक्त आरोपी को तत्काल घेराबंदी कर थाना लाकर पूछताछ करने पर आरोपी ने अपराध करना स्वीकार किया।
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 नवंबर। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आम जनता की समस्याओं को सुनने एवं निराकरण करने हेतु जनदर्शन लगाये जाने के निर्देश प्राप्त होने उपरांत 8 नवंबर को उक्त निर्देश के परिपालन में जिला स्तर पर पुलिस अधीक्षक स्वयं तथा अनुविभाग स्तर पर सभी पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अपने कार्यालय में समय 11 बजे से आम जनता से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे। इसके अतिरिक्त पूर्वानुसार कार्यालय में उपलब्ध रहने पर लोगों की समस्याओं का निराकरण करने हेतु पुलिस अधीक्षक कोरिया संतोष कुमार सिंह ने आदेश जारी किया है।
उक्त आदेश के अनुसार जनदर्शन कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, जिसमें पुलिस अधीक्षक कार्यालय बैकुण्ठपुर में पुलिस अधीक्षक कोरिया संतोष कुमार सिंह स्वयं प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरिया मधुलिका सिंह प्रत्येक मंगलवार एवं गुरुवार वहीं उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय(मुख्या) बैकुण्ठपुर में उप पुलिस अधीक्षक(मुख्या) कविता ठाकुर प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय मनेन्द्रगढ़ में एसडीओपी मनेन्द्रगढ़ राकेश कुर्रे प्रत्येक बुधवार एवं गुरुवार, नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय चिरमिरी में सीएसपी चिरमिरी पी.पी.सिंह प्रत्येक बुधवार एवं गुरुवार को उपस्थित रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 नवंबर। माह अक्टूबर में कॉप ऑफ द मंथ के लिए सहायक उप निरीक्षक(अ) राजीव कुमार गुप्ता पुलिस अधीक्षक कार्यालय कोरिया, प्रधान आरक्षक सुरेंद्र गुप्ता प्रभारी सायबर सेल, कीर्ति तिवारी प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र एवं आरक्षक जितेंद्र ठाकुर थाना मनेन्द्रगढ़ को चुना गया है ।
ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा जिले में प्रत्येक माह उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित करने के लिए कॉप ऑफ द मंथ की योजना शुरू की गई हैं। चुने गए कर्मचारियों को नगद इनाम व प्रशंसा पत्र के साथ ही उनकी फोटो पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित सभी थाना के नोटिस बोर्ड पर पूरे माह के लिए लगा रहेगा।
सहायक उप निरीक्षक(अ) राजीव कुमार गुप्ता, प्रभारी ओएम एवं शिकायत शाखा, पुलिस अधीक्षक कार्यालय को डीएसआर, सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि में निरन्तर मॉनिटरिंग एवं उत्कृष्ट कार्यालयीन कार्य हेतु कॉप आफ द मंथ चुना गया है। इस हेतु सोशल मीडिया के सतत निगरानी हेतु एसपी संतोष कुमार सिंह ने सेल का गठन भी किया है साथ ही विगत कुछ दिनों में सोशल मीडिया में अवांछनीय टिप्पणी/पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई भी की गई है।
कॉप ऑफ द मंथ की श्रृंखला में एसपी संतोष सिंह द्वारा प्रधान आरक्षक सुरेन्द्र गुप्ता प्रभारी सायबर सेल/सीसीटीएनएस बैकुण्ठपुर को पिछले माह लगभग 150 से ज्यादा की गुम एवं चोरी हुए मोबाईल को रिकवर कर लौटाने में अहम भूमिका निभाई है एवं महिला प्रधान आरक्षक कीर्ति तिवारी प्रभारी परिवार परामर्श केंद्र बैकुण्ठपुर ने अक्टूबर के 25 प्रकरणों में से 17 प्रकरणों में आपसी समझौता करवाकर उनके घरों को टूटने से बचाया है, इस हेतु इन्हें कॉप ऑफ द मंथ चुना गया है।
आरक्षक जितेंद्र ठाकुर थाना मनेन्द्रगढ़ द्वारा निजात अभियान के तहत नशे के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए अवैध शराब परिवहन करते पाये जाने से वाहन क्रमांक एमपी-65 बीबी-0589 में जनकपुर, मनेन्द्रगढ़ मार्ग से होते हुये अवैध शराब रखकर आने वाले वाहन सहित 360 लीटर अंग्रेजी शराब कुल कीमत 2,60,000 रूपये एवं वाहन 12,00,000 रूपये कुल कीमत 14,60,000 रूपये को जब्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मामले में अवैध शराब मय वाहन जब्त कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। इसके अतिरिक्त पूर्व में आरक्षक की मुखबिरी से अवैध शराब परिवहन एवं बिक्री करने वाले का पकड़ कर कार्रवाई की गई है। जिससे अवैध नशे के कारोबार में अंकुश लगाने की श्रृंखला में कोरिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इनका मनोबल बढ़ाने उत्साहवर्धन के लिए इन्हें इस माह कॉप आफ द मंथ में स्थान दिया गया है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 8 नवंबर। चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ संघर्ष समिति क्रमिक भूख हड़ताल के 84वें दिन देवेंद्र सिंह संरक्षक अधिवक्ता संघ अध्यक्ष क्षत्रिय समाज चिरमिरी व श्रीकांत शुक्लामिक भूख हड़ताल में बैठकर संघर्ष समिति को अपनी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ज्ञात हो कोरिया जिला को विभक्त करके राज्य शासन द्वारा बनाए गए नवीन जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर का मुख्यालय नगर पालिक निगम चिरमिरी क्षेत्र में बनाए जाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर 17 अगस्त को आरंभ हुए क्रमिक भूख हड़ताल चिरमिरी में मिल रहे भारी समर्थन के चलते 84 वें दिन में प्रवेश कर गया।
इस संबंध में संघर्ष समिति चिरमिरी का कहना है कि शासन प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय निर्माण स्थल को लेकर चिरमिरी के साथ जब तक न्याय नहीं किया जाता तब तक जनसहयोग से निरंतर संघर्ष समिति मंच द्वारा क्रमिक भूख हड़ताल आंदोलन चिरमिरी हित में चलाया जाता रहेगा। उनका कहना है कि आजादी के बाद की बात हो या संयुक्त सरगुजा जिला या फिर कोरिया जिला की हमेशा चिरमिरी के साथ राजनीतिक रूप के साथ-साथ जन सुविधाओं को लेकर भेदभाव किया जाता रहा है, जबकि एक समय चिरमिरी सरगुजा संभाग कि नहीं छत्तीसगढ़ में आबादी संसाधनों शासन को मिलने वाली रॉयल्टी व आय में बड़े-बड़े शहरों के समकक्ष गिना जाता रहा है, लेकिन जिले का दर्जा रखने के बाद भी तथा पूर्व दुबे जिला पुनर्गठन आयोग के सुझाव के बाद भी पूर्व राजनीतिक व शासन प्रशासन द्वारा चिरमिरी हितों की अनदेखी की गई जिसके चलते चिरमिरी आज अपने अस्तित्व से संघर्ष करने को विवश है।