कोरिया
खडग़वां विकासखंड को लेकर दावा आपत्ति व कोर्ट जाने की रणनीति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 नवंबर। कोरिया जिले के विभाजन की अधिसूचना के बाद कोरिया जिले सहित अन्य तहसीलों में एकदम शांति छाई हुई है। ब्लाक अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने इस्तीफा देकर कांग्रेस को चौंका दिया, वहीं खडग़वां तहसील को लेकर दावा आपत्ति को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही है। कुछ कानूनी जानकार इसे संवैधानिक रूप से 5वीं अनुसूची का उल्लंघन मान रहे हैं। ऐसे में मामले को कोर्ट जाने की तैयारी के तौर भी पर देखा जा रहा है।
कोरिया जिले से अलग अस्तित्व में आए मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले की अधिसूचना जारी होने के बाद हर कहीं विभाजन को लेकर चर्चा आम हो चली है। ज्यादातर लोग इसके राजनीतिक फायदे और नुकसान को लेकर खुलकर बातें कर रहे है। कई तो तंज कसते हुए कांग्रेस का तीनों सीट पर 50-50 हजार से जीत का दावा कर रहे हैं, तो कुछ खुलकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर पोस्ट कर अपना विरोध जता रहे हंै। कोरिया जिले के विभाजन के बाद कांग्रेस भी कई गुटों में बंट गई है।
चरचा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष व चरचा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने खडग़वां के साथ हुए अन्याय की बात कहते और कांग्रेस का पदाधिकारी होते हुए कोरिया के साथ इंसाफ नहीं दिलाने की बात लिखकर पद से इस्तीफा दे दिया, वहीं कांग्रेस के कई पदाधिकारी अब विभिन्न पदों से इस्तीफा देने का मन बना रहे हंै।
बैकुंठपुर विस में आता है आधा हिस्सा
कोरिया जिले की बैकुंठपुर विधानसभा में खडग़वां विकासखंड का आधा हिस्सा आता है, इसमें 33 ग्राम पंचायत शामिल हैं, जबकि मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में 44 ग्राम पंचायत हैं। इसमें 15 ग्राम से 20 पंचायत ऐसी है, जो बैकुंठपुर शहर के करीब है। कुछ तो ऐसी ग्राम पंचायतें हैं, जिन्होंने अपने ग्राम पंचायत का प्रस्ताव दोनों जिलों को दिया है, वहीं ज्यादातर ग्रामीण बैकुंठपुर में रहना चाहते है तो कुछ ग्राम पंचायत के पंचायत प्रतिनिधि मनेन्द्रगढ़ में रहने के लिए तैयार है तो कुछ मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में ग्राम पंचायतों ने बैकुंठपुर में रहने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा जनपद पंचायत खडग़वां का प्रस्ताव भी बैकुंठपुर रहने के लिए दिया गया है। अब अधिसूचना के बाद अब यहां के लोगों को जिला मुख्यालय के लिए काफी लंबा सफर करना होगा।
मात्र तीन परिक्षेत्र का होगा कोरिया वनमंडल
कोरिया के विभाजन के बाद नए जिले एमसीबी में खडग़वां विकासखंड के आने के बाद वहां स्थित दो परिक्षेत्र खडग़वां और चिरमिरी एमसीबी में आ गए है, इसके अलावा भरतपुर विकासखंड के कोटाडोल परिक्षेत्र भी एमसीबी में आ गया, ऐसे में मनेन्द्रगढ़ वनमंडल में पूर्व में 6 परिक्षेत्र थे अब बढक़र 9 परिक्षेत्र हो गए हंै। राज्य में बलरामपुर वनमंडल के बाद मनेन्द्रगढ़ 9 परिक्षेत्र का वनमंडल बनाया जाने की तैयारी वन विभाग करने में जुटा हुआ है। ऐसे में राज्य का सबसे छोटा जिला कोरिया और तीन परिक्षेत्र का कोरिया वनमंडल हो गया है। हालांकि अभी अधिसूचना असाधारण जारी हुई है, दावा आपत्ति के लिए अब 54 दिन शेष बचे है।
अभी तक दिया शांति का परिचय
कोरिया जिले की घोषणा के बाद बैकुंठपुर शहर के लोगों ने अब तक बिना किसी विधायक का विरोध किए बेहद शांति का परिचय दिया। 15 अगस्त को हुई घोषणा के कुछ दिन बाद राजीव भवन के शुभारंभ पर जिलामुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचें जनप्रतिनिधियों ने कई बार पुलिस से पूछताछ की कि कहीं कोई विरोध तो नहीं करेगा, पुलिस और प्रशासन ने उन्हें बार बार आश्वस्त किया। जब दोनों पहुंचेंं तो लोगों ने उनका किसी भी तरह का विरोध न कर नजरअंदाज किया, वहीं जख्म ताजा होने के बाद भी मुख्यमंत्री ने राज्योत्सव में जनप्रतिनिधि को कोरिया भेजा, लोगों ने विरोध को मन में रख सामने प्रकट नहीं किया, जिले के दूसरी तहसीलों से लोगों का कार्यक्रम में लाकर भीड़ बढ़ाई गई। लोगों का कहना था कि यदि वो विरोध करते है काला झंडा दिखाते है तो ऐसे नेताओं को बेवजह प्रचार मिलेगा और बैकुंठपुर की छवि का धक्का लगेगा।