सामान्य ज्ञान
अजमोदा, अजवायन से मिलता-जुलता होता है, लेकिन इसका पौधा अजवायन के पौधे से थोड़ा बड़ा होता है और इसके दाने भी अजवायन से बड़े आकार के होते हैं। यह बहुत गुणकारी और अनके व्याधियों को दूर करने की क्षमता रखने वाला पौधा होता है।
विभिन्न भाषाओं में नाम- संस्कृत- अजमोदा। हिन्दी- अजमोदा। मराठी- अजमोदा। गुजराती- वोडिअजमोदा। बंगाली- रान्धुनी। तेलुगू- अजमोद। कन्नड़- अजमोदवोमा। तमिल- अशम्तवोवम। फारसी- करफ्स। अरबी- हवुलफर्त केरफस। लैटिन- कैरम राक्सबरघियानम।
यह चरपरा, तीक्ष्ण, जठराग्नि बढ़ाने वाला, कफ तथा वात को नष्ट करने वाला, गरम, जलन करने वाला, हृदय को प्रिय, बलकारक तथा हलका है और नेत्र रोग, कफ, वमन, हिचकी तथा वस्तिगत रोगों को दूर करने वाला है। इसके पौधे अजवायन की तरह, लेकिन उससे थोड़े बड़े लगभग 3 फीट ऊंचे होते हैं। इसके पत्ते बड़े कटावदार और कंगूरेदार होते हैं। वैसे तो यह सारे भारत में पैदा होता है पर पंजाब और उत्तरप्रदेश में विशेष तौर पर इसकी पैदावार होती है।