सामान्य ज्ञान
पार्टिसेपटरी नोट्स वे दस्तावेज होते हैं जिनके माध्यम से कुछ व्यक्तियों या संस्थाओं को भारतीय शेयर बाजार में सहभागिता करने का मौका मिल जाता है। आमतौर पर ऐसे लोग अपने नाम से सीधे निवेश नहीं करना चाहते तो वे इस तरह का रास्ता अपनाते हैं। जैसे एफआईआई या फॉरेन इंस्टीट्यूट इन्वेस्टर भारत में पंजीयन करा सकते हैं और निवेश कर सकते हैं। लेकिन कई निवेशक ऐसे हो सकते हैं जो भारतीय बाजार में निवेश करके मुनाफा तो कमाना चाहते हैं, लेकिन अपनी पहचान जाहिर नहीं करना चाहते हैं। तो ऐसे निवेशक किसी देश में एक कंपनी बनाकर ऐसे फारेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर को पैसा दे सकते हैं जो भारत में पंजीकृत है, लेकिन भारत में इस बात को लेकर चिंता थी कि बाजार में पैसा आ कहां से रहा है। इसलिए पार्टिसेपटरी नोट्स के रास्ते पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं।
जहां तक हैज फंड का सवाल है तो ये ऐसे संगठन हैं जिनका गठन कुछ ऐसे लोग मिलकर करते हैं। ये संगठन उधार लेकर देश-विदेश के