सामान्य ज्ञान

मोबाइल फोन से फंड ट्रांसफर कैसे होता है?
21-Sep-2021 10:44 AM
 मोबाइल फोन से फंड ट्रांसफर कैसे होता है?

 आज रेल टिकट, क्रेडिट कार्ड और डीटीएच मोबाइल रिचार्ज वगैरह का पेमेंट मोबाइल फोन से भी किया जा सकता है? इसके जरिए फंड ट्रांसफर भी किया जा सकता है। ये सभी काम एक एसएमएस या एक ऐप से किए जा सकते हैं। यह सर्विस रीटेल फंड ट्रांसफर सिस्टम इंटरबैंक मोबाइल पेमेंट्स सर्विस (आईएमपीएस) कहलाती है। यह रियल टाइम पर चौबीसों घंटे और सातों दिन उपलब्ध रहती है।

आईएमपीएस (सेवा) मोबाइल के जरिए चौबीसों घंटे और सातों दिन इंस्टेंट इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर देने वाला सिस्टम है। आईएमपीएस दो तरह के होते हैं- पर्सन टू पर्सन (पी2पी) और पर्सन टू मर्चेंट (पी2एम) सर्विस। पी2पी 18 महीने पहले लॉन्च की गई थी, पी2एम हाल में ही शुरू किया गया है। पी2पी और पी2एम सर्विश कैसे शुरू की जा सकती है? इसके लिए बैंक के पास मोबाइल फोन नंबर रजिस्टर कराना होगा। इस पर बैंक सात अंकों वाला मोबाइल मनी आइडेंटिफायर (एमएआईडी) नंबर देगा। इसके जरिए वह आपके अकाउंट की पहचान तय करेगा। हर अकाउंट के लिए यूनीक मोबाइल नंबर और एमएमआईडी का कॉम्बिनेशन होता है।  कस्टमर एक ही बैंक में लेकिन अलग-अलग एमएमआईडी के जरिए एक मोबाइल नंबर को कई एकाउंट से लिंक कर सकता है। इसके बाद कस्टमर को मोबाइल बैंकिंग पिन या एम-पिन मिलेगा, जिसका इस्तेमाल वह ट्रांजैक्शन के लिए कर सकता है।

 पैसे भेजने के लिए मोबाइल ऐप या एसएमएस के जरिए आईएमपीएस का इस्तेमाल किया जा सकता है। ट्रांजैक्शन के लिए यूजर को फंड पाने वाले का मोबाइल नंबर और एमएमआईडी, रकम और एम-पिन एंटर करना होगा। इसके बाद एसएमएस से कन्फर्मेशन मिलेगी। पैसे पाने के लिए अपना मोबाइल फोन नंबर और आईआईएमडी फंड भेजने वाले से शेयर करना होगा। उसके बाद फंड भेजने वाला ऊपर बताए गए स्टेप पर चलेगा।

 पी2एम सर्विस  दो तरीके से होती है- कस्टमर की तरफ से शुरू किया जाने वाली ट्रांजैक्शन (पी2एम पुश) और मर्चेंट की तरफ से शुरू की जाने वाली ट्रांजैक्शन (पी2एम पुल) सर्विस। पी2एम पुश में इंश्योरेंस प्रीमियम, मोबाइल/डीटीएच रीचार्ज, क्रेडिट कार्ड पेमेंट, यूटिलिटी बिल, ओवर-द-काउंटर पेमेंट और पिज्जा डिलीवरी, कूरियर और कैब जैसे फेस-टू-फेस पेमेंट किए जा सकते हैं। पी2एम पुल में ट्रांजैक्शन मर्चेंट की वेबसाइट के जरिए शुरू किया जाता है। इसके अलावा आपके पास बैंक की तरफ से मिला वन टाइम पासवर्ड होना चाहिए।

 ज्यादातर बैंक आईएमपीएस के जरिए 50 हजार रुपए रोजाना ट्रांजैक्शन की लिमिट देते हैं। एसबीआई ने एसएमएस के जरिए रोजाना एक हजार रुपए का फंड ट्रांसफर करने की सहूलियत दी है।

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