सामान्य ज्ञान
23 मई वर्ष 1960 ईसवी को भारतीय उपमाहाद्वीप के प्रसिद्ध पहलवान रूस्तम ज़मा गामा का निधन हुआ । उनका असली नाम ग़ुलाम हुसैन था और वे सन 1882 ईसवी में पैदा हुए। उनको पहले रूस्तमे पंजाब और बाद में रूस्तमे हिंद की उपाधि दी गयी। उन्होंने देश के भी कई प्रसिद्ध पहलवानों को धूल चटाने के बाद वर्ष 1910 में अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों में क़दम रखा और लंदन के विश्व कुश्ती मुक़ाबलों में भाग लिया।
यहां गामा पहलवान का मुक़ाबला फ़ाइनल में यूरोप के चैंपियन स्टैन्ली जि़बैस्को से हुआ जो ढाई घंटे तक जारी रहा किन्तु हार जीत का फ़ैसला न हो सका। यह मुक़ाबला एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया । अलगे सप्ताह जि़बैस्को मैदान में नहीं आया और गामा पहलवान ने रूस्तमे ज़मा की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1928 में पटियाला राज्य में जि़बैस्को और गामा का दोबारा मुक़ाबला हुआ जिसमें गामा ने तीस सेकेंड के अंदर जि़बैस्को को चारों ख़ाने चित कर दिया और फिर वह निरंतर अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों में जीत दर्ज करते रहे। गामा पहलवान ने तीस वर्ष के दौरान लगभग 12 सौ पहलवानों से मुक़ाबला किया और एक बार भी पराजित नहीं हुए। गामा पहलवान आयु के अंतिम दिनों में रक्तचाप की बीमारी में ग्रस्त हो गए थे और अंतत: इसी बीमारी में वे इस संसार से चले गए।