सामान्य ज्ञान
किष्किन्धा काण्ड
11-Dec-2022 5:22 PM
किष्किन्धा काण्ड, रामायण का एक अंश है। इस काण्ड में पम्पासरोवर पर स्थित राम से हनुमानजी का मिलन, सुग्रीव से मित्रता, सुग्रीव द्वारा बालि का वृत्तान्त-कथन, सीता की खोज के लिए सुग्रीव की प्रतिज्ञा, वालि-सुग्रीव युद्ध, राम के द्वारा वालि का वध, सुग्रीव का राज्याभिषेक तथा वालिपुत्र अंगद को युवराज पद, वर्षा ऋतु वर्णन, शरद ऋतु वर्णन, सुग्रीव तथा हनुमान जी के द्वारा वानरसेना का संगठन, सीतान्वेषण हेतु चारों दिशाओं में वानरों का गमन, हनुमान का लंका-गमन, सम्पाति-वृत्तान्त, जाम्बवन्त का हनुमान को समुद्र-लंघन हेतु प्रेरित करना तथा हनुमानजी का महेन्द्र पर्वत पर आरोहण आदि विषयों उल्लेख मिलता है।
किष्किन्धाकाण्ड में 67 सर्ग तथा 2 हजार 455 श्लोक हैं। धार्मिक दृष्टि से इस काण्ड का पाठ मित्रलाभ तथा नष्टद्रव्य की खोज हेतु करना उचित है।