सामान्य ज्ञान
लालिबेला उत्तरी ईथोपिया का पवित्र शहर है, जो अपने प्राचीन चर्चों के लिए मशहूर है। इस तीर्थस्थल की ज्यादातर आबादी क्रिश्चियन लोगों की है। यहां के चर्च अलग ही तरीके से बनाए गए हैं। इन्हें कब बनाया गया था और ऐसा क्यों बनाया गया, इस बारे में कोई भी ठोस जानकारी नहीं है। पहाड़ों को काटकर ये अंडरग्राउंड चर्च बनाए गए हैं। 800 साल पहले लालिबेला में 11 ऐसे चर्च मिले जो गुफाओं में पत्थरों को काट कर बनाए गए थे। इनमें से कुछ 10 मीटर ऊंचे भी हैं। यहां अभी भी श्रद्धालु जाते हैं। हाउस ऑफ जॉर्ज इनमें सबसे अच्छे से संरक्षित है।
इन चर्च को दूर से कोई नहीं बता सकता कि आगे कोई इमारत भी है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि इन्हें राजा लालिबेला ने 12वीं से 13वीं सदी के बीच बनवाया था। उन्हीं के नाम पर शहर का भी यह नाम रखा गया था, इससे पहले लालिबेला को रोहा कहा जाता था। लोगों की आस्था के अनुसार राजा ने सीधे खुदा के संपर्क में आकर इन चर्चों का निर्माण करवाया था। इस काम में फरिश्तों ने उनकी मदद की थी। इस तरह एक चर्च 24 घंटे के भीतर बना दिया जाता था। वहां पर चार दलों में कुल तेरह चर्च बने हैं। ज्यादातर चर्च ग्रीक क्रॉस के आकार के बने हैं। गड्ढे में होने पर भी इनमें पानी निकलने का खास इंतजाम किया गया था। इन सबके बावजूद इनके निर्माण की तारीख और समय को लेकर इतिहासकार एकमत नहीं हैं।