सामान्य ज्ञान
मीर हजार खान खोसो पाकिस्तान के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश हैं जिन्होंने पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में 25 मार्च 2013 को इस्लामाबाद में शपथ ली।
देश के निर्वाचन आयोग द्वारा मनोनीत मीर हजार खान खोसो द्वारा पाकिस्तान में 342 सदस्यों वाली नेशनल एसेम्बली और चार प्रांतीय एसेम्बली हेतु 11 मई 2013 से शुरू होने वाले आम चुनावों का संचालित किया जाना है। 84 वार्षीय मीर हजार खान खोसो ने बलूचिस्तान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद पर रहते हुए अपनी सेवाएं दी हैं।
ज़ुल्फिक़ार अली भुट्टो की सरकार के शासन के दौरान 20 जून 1977 में वे बलूचिस्तान उच्च न्यायालय के अस्थायी जज बने। उन्हें जिया उल हक ने स्थायी जज बनाया और एक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 29 सितम्बर 1991 को वह सेवानिवृत्त हुए। वे 17 नवम्बर 1992 को संघीय शरिया अदालत के मुख्य न्यायाधीश बने। मीर हजार खान खोसो पाकिस्तान के विभिन्न जातीय समूहों और राजनीतिज्ञों में काफी प्रतिष्ठित हैं। वे बलूचिस्तान प्रांत के जाफराबाद जिले में गोठ आज़म खान से संबंध रखते हैं। उन्होंने वर्ष 1954 में सिंध विश्वविद्यालय से स्नातक और दो वर्ष बाद कराची विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की।
राष्ट्रीय कृषि मिशन
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर सतत कृषि विकास को बढ़ावा देने हेतु जलवायु परिवर्तन राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत राष्ट्रीय कृषि मिशन का गठन किया।
इस मिशन का उद्देश्य बदलते मौसम के अनुसार पर्याप्त उपायों को अपनाते हुए उत्पादन के ऐसे तौर तरीके इस्तेमाल करने है, जिससे मौसम के बदलाव का मुकाबला किया जा सकें। इन उपायों में पानी का उचित इस्तेमाल, कीट प्रबंधन, खेतीबाड़ी में सुधार लाना और कृषि उत्पादन को अधिक पौष्टिक बनाना है। इसके अतिरिक्त कृषि बीमा, ऋण की सुविधा, उत्पादों के लिए बेहतर बाजार जैसे उपाय भी शामिल हैं।
किसानों को बदलते मौसम से अवगत कराने में दूरदर्शन और आकाशवाणी के ग्रामीण एफएम रेडियो की अधिक-अधिक सुविधा उपलब्ध कराने की भी योजना बनाई गई है।