सामान्य ज्ञान
राष्ट्रीय भू गर्भ विज्ञान पुरस्कार हर साल खनन मंत्रालय द्वारा दिए जाते हैं। यह पुरस्कार मौलिक अथवा प्रयुक्त भू-गर्भ विज्ञान, खनन एवं संबंधित क्षेत्रों में उनके प्रतिभाशाली योगदानों को मान्यता प्रदान करने के लिए व्यक्तियों/भू-गर्भ वैज्ञानिकों के दल/अभियंताओं/टेक्नोलाजिस्टों/शिक्षा वेत्ताओं से नामांकन आमंत्रित किए जाते हैं।
राष्ट्रीय भू-गर्भ विज्ञान पुरस्कार तीन प्रकार का है-
(1) राष्ट्रीय भू-गर्भ विज्ञान उत्कृष्ठता पुरस्कार- उत्कृष्ठता का यह पुरस्कार विशिष्ट भू-गर्भ वैज्ञानिकों/अभियंताओं/टेक्नोलाजिस्टों/शिक्षाविदों को उनकी जीवन भर की उपलब्धियों तथा भू-गर्भ विज्ञान के किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार में 5 लाख- की नगद राशि, एक प्रमाण पत्र, एक प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्राफी दी जाती है।
(2) राष्ट्रीय भू-गर्भ विज्ञान पुरस्कार- इसके अंतर्गत निम्नलिखित किसी भी क्षेत्र में उनके प्रतिभाशाली योगदान को सम्मानित करने के लिए भू-गर्भ वैज्ञानिकों/अभियंताओं/टेक्नोलाजिस्टों/शिक्षाविदों को व्यक्तिगत रूप से अथवा एक दल के रूप में उन्नीस पुरस्कार दिए जाते हैं। प्रत्येक पुरस्कार में 2 लाख की नगद राशि, एक प्रमाणपत्र, एक प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्राफी दी जाती है।
(3) युवा शोधकर्ता पुरस्कार- यह एकल पुरस्कार विश्वविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थाओं तथा पेशेवर संस्थानों के ऐसे शोधकर्ताओं/वैज्ञानिकों जिनकी आयु पुरस्कार के वर्ष के 31 दिसंबर को 30 वर्ष से कम हो, को भू-गर्भ विज्ञान के किसी भी क्षेत्र में शोध कार्य के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में रु. 50 हजार की नगद राशि, एक प्रमाण पत्र, एक प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्राफी दी जाती है।