धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 23 जून। महिला एवं बाल विकास विभाग पोषण देखरेख विषय पर कार्यशाला की गई। इसमें उद्देश्य और बाल संरक्षण के संबंध में जानकारी दी गई। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर पीएस एल्मा की उपस्थिति में पोषण देखरेख के उद्देश्य, इसके मूल सिद्धांत, प्रकार, परिवार चयन की योग्यता, सुविधाओं संबंधी योग्यता की जानकारी दी गई।
डॉ. वसुंधरा ओमप्रेम ने बच्चों के मानसिक व्यवहार और आदतों पर किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर फोस्टर केयर व्यावहारिक पहलुओं के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों से फीडबैक भी लिया।
कार्यशाला में बताया गया कि फोस्टर केयर कार्यक्रम के तहत देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को पारिवारिक वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वैकल्पिक अस्थायी रूप से परिवार प्रदान किया जाता है। इसके लिए पति-पत्नी दोनों को भारतीय नागरिक होना चाहिए एवं पति-पत्नी दोनों बालक अथवा बालिका को रखकर पालन-पोषण कर सकता है। उनकी आयु 35 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और आय का पर्याप्त साधन हो।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी जगरानी एक्का, परियोजना अधिकारी शहरी व ग्रामीण, जिला बाल संरक्षक अधिकारी, संरक्षण अधिकारी यशवंत बैस एवं राजीव गोस्वामी सहित चाइल्ड लाइन, बालगृह, सखी सेंटर के लोग मौजूद थे।