धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 15 अप्रैल। संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाते हुए राजनीतिक पार्टियों के अलावा विभिन्न समाजिक संगठनों ने उन्हें वंचित, शोषित, दलित एवं कमजोर वर्ग का मसीहा बताया।
शुक्रवार को कांग्रेस भवन कुरुद में अम्बेडकर जयंती मनाई गई । इस मौके पर नपं अध्यक्ष तपन चन्द्राकर ने कहा कि बाबा अंबेडकर ने जीवन भर कमजोर लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। वे एक राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, दार्शनिक, मानवविज्ञानी और समाज सुधारक थे, जिन्होंने जाति व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाकर दलित समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।
जिला पंचायत सभापति तारिणी चन्द्राकर ने बताया कि डॉ अम्बेडकर शिक्षा के माध्यम से समाज के कमजोर, मजदूर और महिला वर्ग को सशक्त बनाना चाहते थे। उनके बताए संविधान के सहारे जो लोग देश पर हुकूमत कर रहे हैं आज उन्हीं से संविधान को खतरा हो गया है।
अंत में सभी कांग्रेसियों ने बाबा के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान रमेशर साहू, घनश्याम चन्द्राकर, आशीष शर्मा,सन्तोष साहू, रवि शर्मा, उत्तम साहू, राघवेंद्र सोनी , मनोज अग्रवाल, रामचंद्र रतलानी, जितेन्द्र जोशी, तारेन्द्र साहू, पप्पू राजपूत, कृष्णा साहू, पंकज जोशी आदि उपस्थित थे।
इसी तरह भाजपा सिर्री मंडल द्वारा ग्राम कोडेबोड मे एवं चरमुडिया, भालुकोना में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष हरिशंकर सोनवानी के नेतृत्व में अम्बेडकर जयंती मनाई गई। उक्त कार्यक्रम मंडल प्रभारी भानु चन्द्राकर, जि़ला उपाध्यक्ष गौकरण साहु, मंडल अध्यक्ष पुष्पेन्द्र साहु, अजा मोर्चा मंडल अध्यक्ष मंशाराम, महामंत्री पुरण धृतलहरे, चन्द्रशेखर गिरी, जीवन साहु, देवकी आशा रात्रे, सेवकराम साहु, रमेश भतपहरी आदि शामिल हुए।