महासमुन्द
![गुम-चोरी 200 मोबाइल को ढूंढकर फोन धारकों को पुलिस ने सौंपा गुम-चोरी 200 मोबाइल को ढूंढकर फोन धारकों को पुलिस ने सौंपा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1682068777MG-6....jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21अप्रैल। पुलिस अधीक्षक महासमुंद धर्मेन्द्र सिंह की टीम ने गुम 200 मोबाइल फ ोन को बरामद कर कल फोन मालिकों को सौंप दिया है। बरामद 200 मोबाईल फ ोन की कीमत 50 लाख रुपए आंकी गई है। आमजनों ने पुलिस अधीक्षक महासमुंद के प्रति आभार व्यक्त किया है। श्री सिंह के मुताबिक महासमुंद जिले के सभी थाना क्षेत्रों में आमजनों के मोबाइल फोन गुम अथवा चोरी हो गये थे। बहुत से लोग ऐसे थे जो मोबाइल फोन में सुरक्षित डाटा, मोबाइल फोन कॉन्टेक्ट नं. के कारण फ ोन की कीमत पर न जाकर उसमें सुरक्षित डाटा,कॉन्टेक्ट नं. के कारण फोन को पुन: प्राप्त करना चाहते थे।
श्री सिंह का कहना है कि मोबाइल फोन जीवन का अभिन्न अंग बन चुका हैै। हम अपने मोबाइल फोन में ऐसी जानकारियांं सुरक्षित रखते हैं जिनका भविष्य में उपयोग की पूर्ण संम्भावना रहती है। चाहे व्यापार वर्ग से जुड़े हों या फिर प्राईवेट सेक्टरों से। सरकारी संस्थानों में काम करने वाले हो या शिक्षा से संबंधित क्षेत्रों में। मोबाइल फ ोन के गुम हो जाने पर अपने जरूरतों के हिसाब से उसे पुन: प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
मोबाइल फ ोन गुम हो जाने की रिपोर्ट के आधार पर महासमुंद जिला स्थित सायबर सेल में गुम मोबाइल फोन को ढूंढने के लिए एक स्पेशल सायबर डेस्क का गठन कर गुम मोबाइल फोनों को बरामद करने हेतु निर्देशित किया गया। सायबर सेल के स्पेशल सायबर डेस्क ने अथक प्रयास से थाना क्षेत्रों में चोरी-गुम हुए लगभग 200 मोबाइल फोन को बरामद किया है। जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 50 लाक रुपए है।
टीम ने मोबाइल फ ोन का आधुनिक तकनीकी से डेटा स्केन किया तो कुछ जानकारियां मिली। तब पता चला कि कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने बताया कि मोबाइल फोन को गिरा, पड़ा हुआ पाया है। किसा ने कहा कि अमुक व्यक्ति सेे खरीदा है। सायबर डेस्क ने उन लोगों को चिन्हांकित किया जो भूलवश या जानकारी के अभाव में कही पर गिरे हुए या पड़े हुए मोबाइल फ ोन प्राप्त किया। सायबर सेल की स्पेशल डेस्क ऐसे लोगों से मिले और उन्हें समझाया कि वास्तव में किसी भी जगह पर मिले मोबाइल फ ोन के साथ क्या किया जाना चाहिये? उन्हें समझाया गया कि किसी स्थान पर अगर कोई मोबाइल फोन लावारिस हालत में मिले तो उनका कर्तव्य बनता है कि इसकी सूचना निकटम थानें में दें।
सायबर सेल के स्पेशल डेस्क को कुछ मोबाईल फोन धारक ऐसे भी मिले जो उक्त मोबाइल फोन को ओडिशा, बिहार, मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश राज्य में चलना पाया। उक्त व्यक्ति से संपर्क करने पर पता चला कि वह मोबाइल लवारिस हालत में मिला था। उसके पश्चात् मोबाइल धारकों से कुरियर के माध्यम से ओडिशा, मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश राज्य से मोबाइल फ ोन मंगाया गया।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, बलौदा बाजार, रायगढ़, बिलासपुर, कवर्धा, गरियाबंद, रायपुर, महासमुंद आदि स्थानों से भी मोबाईल बरामद किया गया है। यह सम्पूर्ण कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव एवं अनु.अधिकारी पु. महासमुंद मंजूलता बाज के निर्देशन में सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक नसीम उद्दीन खान, सउनि प्रकाश नंद, मिनेश ध्रुव, आर. रवि यादव, चम्पलेश ठाकुर, अजय जांगडे, शुभम पाण्डेय, विकास चन्द्राकर, अभिषेक राजपूत, देव कोसरिया, दिनेश साहू, संदीप भोई, श्रीनाथ प्रधान, हेमन्त नायक, कामता आवडे, विजय जांगडे, छत्रपाल सिन्हा, सौरभ तोमर, मुकेश चन्द्राकर, विरेन्द्र नेताम आदि ।
लाला राम कुर्रे द्वारा की गई है।