महासमुन्द
![राज्य सरकार उद्योग विरोधी- भूपेन्द्र राज्य सरकार उद्योग विरोधी- भूपेन्द्र](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1720107080hoto-7.jpg)
महासमुंद, 4 जुलाई। आप जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर ने छ ग सरकार को उद्योग विरोधी बताया है। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग यानी एम एस एम ई को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। समय-समय पर दुनियाभर में विपरीत स्तिथि के दौर में भी भारत में स्थितियां नियंत्रण में रहीं। देश गंभीर आर्थिक संकट में नहीं घिरा। इसका कारण हमारे सूक्ष्म, लघुए और मध्यम उद्योग रहे हंै। देश को हमेशा गंभीर आर्थिक संकट से बचाने वाला सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग आज खुद संकट में हैं और सरकार उचित कदम उठाने के बजाय उनकी बदहाली का कारण बन रही है। जारी विज्ञप्ति में उनका कहना है कि सरकार ने 2023 में संसद में यह जानकारी दी कि बीते तीन सालों के दौरान करीब बीस हजार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग या तो बंद हो गए हैं या उनका काम बंद हो गया है। अकेले अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक तेरह हजार दो सौ नब्बे एमएसएमई बंद हो गए। एक साल में इतने बड़े पैमाने पर छोटी औद्योगिक इकाइयों का बंद होना बहुत बड़ी चिंता का विषय है।
छत्तीसगढ़ ऐसे गिने चुने राज्य में आता है जहां उद्योग की अपार संभावना है। खनिज सम्पदा से भरा, पावर हब एवं उद्योग के लिए अवश्य सभी मानक पर खरा उतरता है हमारा छत्तीसगढ़।
इसके बावजूद आवश्यक कदम उठाने की बजाय इस विपरीत स्तिथि में छत्तीसगढ़ में जो उद्यमी उद्योग उत्तपादन चालू करने के लिए संघर्ष कर रहे हंै,उन्हें छत्तीसगढ़ शासन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के अंतर्गत आने वाली छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमि. के अधिकारी भू.निरस्तीकरण का आदेश भेज रहे हंै।