धमतरी
छत्तीसगढ़ में पहली बार हाथी ट्रैपिंग एवं अलर्ट ऐप लॉन्च
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 8 जून। छत्तीसगढ़ में पहली बार हाथी ट्रैपिंग एवं अलर्ट ऐप लॉन्च वन विभाग द्वारा किया गया है। यह एप जनहानि रोकने के साथ जानवरों की सुरक्षा पर काम करेगा। धमतरी जिले के सीतानदी अभ्यारण्य के ग्राम मेचका में कार्यक्रम आयोजित कर इस ऐप्लीकेशन को सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव और डीएफओ वरूण जैन ने लॉन्च किया। ज्ञात हो कि यह एप 20 किमी के दायरे में मौजूद हाथी या उसके झुंड आने पर मोबाईल में मैसेज भेज देगा।
दरअसल धमतरी जिले में कुछ सालों से हाथियों का आना जाना लगा हुआ है और बीते तीन से चार बरस में हाथियों ने दर्जन भर से ज्यादा लोगों की जान ले ली है इसके साथ ही भारी मात्रा में फसलों और घरों को हाथियों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया है।
धमतरी जिले में लोग हाथियों की दहशत में जीने को मजबूर है जिसको देखते हुए वन विभाग द्वारा हाथियों से होने वाले जान माल के नुकसान को रोकने के लिए एलीफेंट अलर्ट ऐप बनाया गया है। गौरतलब है कि हाथी मित्र दल की ओर से एप्लीकेशन में हाथी सहित अन्य जानवरों का लोकेशन के साथ फोटो सब्मिट कर सर्वर में अपलोड किया गया है, वहीं नेटवर्क नहीं है तो ऑफलाइन मोड पर भी काम करेगा। इसके बाद नेटवर्क पकड़ते ही तुरंत सर्वर तक फोटो पहुंच जाएगी। बता दे कि कई लोग हमेशा मैसेज नहीं देखते... इसलिए फोन के जरिए उन्हें बताया जाएगा कि हिंसक हाथी आपके एरिया से कितनी दूरी पर मौजूद है। वहीं सीतानदी-उदंती अभ्यारण्य के गांवों में ग्रामीण, सरपंच-उपसरपंच, कोटवारो को इस एप से जोड़ा गया है।
हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों का कहना है कि उन्हें हाथियों से हर पल खतरा रहता है ऐसे में एलीफेंट अलर्ट ऐप उनकी बहुत काम आएगी विधायक का कहना है कि इस एप से क्षेत्र के लोगों को काफी फायदा मिलेगा, साथ ही जान माल की नुकसान को भी समय रहते बचाया जा सकता है।
धमतरी जिले के जंगलों में चारा पानी पर्याप्त मात्रा में होने के कारण से यहां सिकासेर दल,चंदा हाथी का दल की मौजूदगी बारहों माह देखने को मिलती है, वहीं इन हाथियों के कारण से जान माल को काफी नुकसान हो रहा है....बहरहाल वन विभाग द्वारा तैयार एलीफेंट अलर्ट ऐप हो रहे नुकसान को रोकने में काफी कारगार साबित होगा।
पर्यटक जिप्सी का भी हुआ उद्घाटन
वहीं हाथी एप लॉन्च कार्यक्रम में पर्यटक जिप्सी का उद्घाटन विधायक द्वारा किया गया साथ ही वन विभाग द्वारा उदन्ती सीतानदी में मौजूद पक्षियों का बुक के साथ सीतानदी की विस्तृत जानकारी का बुक का विमोचन कर ग्रामीणों को दूरबीन व टार्च भी वितरण किया गया जहां पर्यटक के लिये जंगलों में घूमने जिप्सी व नाविक बोट की भी सुविधा है।
कैसे करेगा एप काम
उप निदेशक वरूण जैन ने बताया कि एप विभाग के अधिकारियों के पास रहेगा और ग्रामीणों का नंबर ग्रुप में जोड़ा जायेगा जिस जगह हाथी का आवागमन रहेगा वहां आसपास के ग्रामीणों को गुप्रों के माध्यम जानकारी दी जायेगी कि हाथी कहा पर है, जिससे ग्रामीण गाव में सभी को सतर्क कर देगे और जानकारी देगे जिससे हाथियों के नुकसान से बचा जाएगा।
एप का गलत उपयोग न हो
वहीं जैन ने बताया की इस एप में और जंगली जानवर तेन्दुआ, भालू जैसे जानवरों को एप में एड करेंगे इससे एप के माध्यम से बाकी जानवरों का लोकेशन भी विभाग को मिलता रहेगा।