महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अगस्त। सोमवार को शिवभक्तों में एक अलग ही जोश और उत्साह नजर आया। बाबा महाकाल की सवारी और महाकाल की टीम की वेशभूषा में लोग झूमते नाचते भगवान भोलेनाथ की जयकारों के साथ नृत्य करते नजर आए। यह नजारा सरायपाली का है।
यहां विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, युवा मोर्चा और शिव भक्तों ने एक विशाल कांवड़ यात्रा निकाली। यह यात्रा प्राचीन तालाब से जल भरकर नगर भ्रमण करते हुए प्राचीन शिव मंदिर पहुंची और जलाभिषेक किया। इस कांवड़ यात्रा में मुख्य आकर्षण का केंद्र बनारस की झांकी रही। जिसमें महाकाल की सवारी और महाकाल की टीम की वेशभूषा में लोग झूमते नाचते भगवान भोलेनाथ की जयकारों के साथ नृत्य करते रहे।
सावन के सातवें सोमवार को जिले के शिवालयों में शिवभक्त उमड़ पड़े। सिरपुर स्थित गंधेश्वर महादेव मंदिर में हजारों की संख्या में कांवरियों ने जलाभिषेक किया। इस बार पुरुषोत्तम माह होने के कारण सावन में 8 सोमवार हैं। अंतिम और आठवां सोमवार 28 अगस्त को है।
संभावना है कि उस दिन कांवरियों की संख्या और बढ़ सकती है। हर बार की तरह इस बार भी शनिवार को बम्हनी के श्वेत गंगा से बड़ी संख्या में कांवरिये, जल लेकर अलग-अलग टोली में रवाना हुए। बम्हनी से लेकर सिरपुर तक कई स्थानों पर कांवरियों की सेवा के लिए पंडाल लगाए गए थे। जहां कांवरियों ने प्रसाद ग्रहण किया और विश्राम भी किया।
मिली जानकारी के अनुसार कल सोमवार को कर्पूरयुक्त जल से गंधेश्वरनाथ का जलाभिषेक किया गया। आगामी 25 अगस्त को बोलबम सेवा समिति सहस्त्रजलधारा अभिषेक करेगी। सावन के सातवें सोमवार पर करीब 4 हजार कांवरियों ने गंधेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया। आखिरी सोमवार को कांवरियों की संख्या बढऩे के अनुमान पर बोलबम समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है।
कांवरियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वहीं कांवरियों के आने-जाने के दौरान भी उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों की ड्यूटी लगी हुई है। बम्हनी से सिरपुर तक 6 पेट्रोलिंग वाहन घूम रहे हैं।