महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 18 दिसंबर। राष्ट्रीय व राज्य विधि सेवा प्राधिकरण की सूचना के अनुसार अनुविभागीय अधिकारी (रा.) रविराज ठाकुर, तहसीलदार नमिता मारकोले एवं नायब तहसीलदार बसना ललित सिंह के मार्गदर्शन में तहसील न्यायालय बसना में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 16 दिसंबर को सुबह 10.30 से 4 बजे तक किया गया है, जिसमें दाखिल पूर्व मामले व न्यायालय में लंबित दाण्डिक प्रकरणों से संबंधित मामलों की सुनवाई की गई।
जमीन संबंधी विवाद
बसंत यादव एवं शिवकुमार यादव विरूद्ध अमरीका यादव ग्राम भंवरपुर एवं मधुसूदन पात्र निवासी गधाभांठा का पिलेश्वर पटेल से जमीन से संबधित मामला चल रहा था, जिसमें दोनों पक्ष उपस्थित होकर राजीनामा कर खुशी-खुशी प्रकरण को खत्म करवाए।
राजेंद्र प्रसाद ओगरे का अपने पिता अक्तिराम ओगरे से धान का बोनस को लेकर विवाद था, जिसमें पिता पुत्र उपस्थित होकर राजीनामा किये। रामप्रसाद साव का कुशु यादव ग्राम तरेकेला से पैसे के लेनदेन को लेकर मनमुटाव था जिसमें दोनों राजीनामा किए।
शराब के नशे में पति-पत्नी का विवाद
नागेश भोई निवासी गढ़पटनी का अपनी पत्नी ललिता भोई से एवं भैंसाखुरी निवासी प्रफुल्ल रात्रे का पत्नी अनिता रात्रे से तथा ग्राम ख्वाशपाली निवासी गोविन्द का अपनी पत्नी मानकीबाई से शराब के नशे में मारपीट को लेकर मामला लंबित था, जिसमें पति-पत्नी उपस्थित होकर राजीनामा किए।
धामनघुटकुरी निवासी लखपति प्रधान समेत 6 लोगों का प्रभासिनी दास मितानिन का अश्लील कमेंट्स को लेकर आपसी विवाद था, जिसमें दोनों पक्षों की उपस्थिति में राजीनामा के आधार पर निपटारा किया गया।
सामाजिक बहिष्कार को लेकर ग्राम टांगापासा से महेंद्र पटेल व अन्य 5 एवं भंवरपुर निवासी उदल पोर्ते समेत 5 अन्य का भरत लाल सिदार के साथ विवाद था, जिसमें आपसी समझौते से प्रकरण का निपटारा किया गया।
तहसील कार्यालय में पदस्थ 107,116 (जा. फो.)दाण्डिक मामलों की वाचक रीना पाण्डेय द्वारा बताया गया कि सभी पक्षकारों को शनिवार को नेशनल लोक अदालत के संबंध में समंस भेजकर सूचना दी गई थी, जिसमें 17 मामलों का निराकरण हुआ, जिसमें तहसील न्यायालय के सभी कर्मचारियों का सहयोग प्राप्त हुआ।