महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 दिसंबर। जमीन संबंधी विवाद से परेशान होकर एक दिव्यांग महिला महासमुंद जिले के ग्राम बिरकोनी में अपनी बहन के घर के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गयी हंै। आमरण अनशन का आज तीसरा दिन है।
गोबरा नवापारा की दिव्यांग तुलसी साहू अपनी छोटी बहन राजकुमारी साहू के घर बिरकोनी महासमुंद में रहती है। 60 फीसदी दिव्यांग तुलसी ने गरियाबंद जिले के पीपरखेड़ी में 7 साल पहले 0.35 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। रजिस्ट्री स्टाम्प, बी 1, नक्शा, भुईयां रिकार्ड में 0.35 हेक्टेयर जमीन उनके नाम पर दर्ज है । तुलसी अब उस जमीन को बेच कर महासमुंद में जमीन लेना चाह रही है। जिसके लिए तुलसी ने पटवारी से नकल मांगा तो पटवारी ने इनकी जमीन 0.31 हेक्टेयर होने का हवाला देते हुए उतने ही जमीन का नकल देने की बात कही।
तुलसी ने इसकी शिकायत गरियाबंद कलेक्टर से जन चौपाल में की थी, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद तुलसी ने इसकी शिकायत महासमुंद कलेक्टर से की। तब ही कोई कार्रवाई नहीं हुई तो तुलसी गरियाबंद व महासमुंद कलेक्टर कार्यालय में आमरण अनशन की सूचना देकर 15 दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठ गयी हैं।
दिव्यांग तुलसी साहू व उनके जीजा शत्रुधन साहू ने बताया कि जब सारे रिकार्ड में हमारी जमीन 0.35 हेक्टेयर है तो हम नकल 0.31 हेक्टेयर का क्यों लें? जब तक हमारे प्रकरण का समाधान नहीं निकलता आमरण अनशन पर बैठी रहूंगी।
इस मामले में महासमुंद एसडीएम उमेश साहू ने बताया कि चूंकि मामला गरियाबंद का है। अत: मंैने जानकारी ली, तो पता चला कि जमीन वास्तव में 0.31 हेक्टेयर है। बेचने वाले ने बढ़ा कर बेचा है। गरियाबंद राजस्व अधिकारी से बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।