महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 दिसंबर। महासमुंद के तुमगांव से गुजरने वाली हाइवे स्थित ग्राम खैरझिटी, कौंवाझर, मालीडीह के कृषि भूमि, गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि, वन भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के विरोध में 663 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है। किसान विगत 25 फरवरी 2022 से छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखंड सत्याग्रह कर रहे हैं।
धरना सत्याग्रह के 663वें दिन खेती किसानी के व्यस्तता के बाद भी लगभग 50 किसान, महिला किसान और युवाओं ने भाग लिया। जिसका नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप, दशरथ सिन्हा, डेविड चंद्राकर, धर्मेंद्र यादव, रामलाल विश्वकर्मा, बोधन यादव, कुमार बारिहा, दौलत ध्रुव, नरेश आदि ने किया। इनकी मांग है कि करणी कृपास्टील प्लांट का अवैध डायवर्सन रद्द हो।
18 दिसंबर को सत्याग्रह स्थल में गोष्ठी के साथ सत्याग्रहियों ने जुलूस निकला और मनखे-मनखे एक समान का नारा लगाते हुए नेशनल हाईवे की सडक़ पर प्लांट की बलात् कब्जा हटाने को लेकर 20 दिसंबर को तहसील कार्यालय तुमगांव के सामने सत्याग्रह कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया।
किसान नेता राज्य आंदोलनकारी जागेश्वर प्रसाद, बेनीराम पटेल, अशोक कश्यप, हेमसागर पटेल, नाथुराम सिन्हा, उदय चंद्राकर, तोषण सिन्हा, दिनेश यादव, महिला किसानों मेें राधाबाई सिन्हा, डिगेश्वरी चंद्राकर, अक्ति मानिकपुरी, टुकेश्वरी ध्रुव, रामशिला पटेल, गणेशीया ध्रुव, ललिता साहू, सरस्वती वैष्णव, ठगन बाई सिन्हा, हीरा यादव आदि ने संबोधित किया।
इस दौरान निर्णय लिया गया कि करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड के विरोध में ज्ञापन पर कार्रवाई को लेकर 20 दिसंबर को तहसील कार्यालय तुमगांव के सामने सत्याग्रह कर मुख्यमंत्री को तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन विधानसभा भेजेंगे। इसके अलावा पदयात्रा कर जिलाधीश महासमुंद के लिए तिथि की घोषणा करेंगे।