राजनांदगांव
![धीमी चाल से मानसून का इंतजार हुआ लंबा धीमी चाल से मानसून का इंतजार हुआ लंबा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718621000G_LOGO-001.jpg)
प्री-मानसून की बौछार नहीं पडऩे से जुताई काम पिछड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 जून। राज्य के दक्षिण इलाके में सक्रिय मानसून की धीमी चाल से किसानों को मानसूनी बारिश के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। कम से कम 5 से 6 दिन बाद ही मानसून के जिले में दस्तक की उम्मीद है। वैसे दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार अगले एक-दो दिन में तेज हो सकती है। इसके बाद बुआई के लिए इंतजार कर रहे किसानों को खेती की प्रारंभिक कार्य को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
प्री-मानसून की बौछार नहीं पडऩे से भी जुताई का कार्य एक तरह से ठप पड़ा हुआ है। किसानों को जुताई के लिए मिट्टी के औसत गीला होने के लिए पानी की दरकार है। फिलहाल जिले में तेज गर्मी पड़ रही है। उमस से लोगों को छुटकारा नहीं मिल रहा है। अच्छी बारिश के इंतजार में बैठे किसानों को खेती के लिए उपयुक्त वातावरण नजर नहीं आ रहा है।
बताया जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में आसमान में काले बादलों का जमावड़ा शुरू होगा। इसके बाद ही मानसूनी फुहारे पडऩे की उम्मीद है। इस बीच राजनांदगांव जिले में पेयजल समस्या के लिए एक चिंता भी मानसून की देरी से बढ़ गई है। वजह यह है कि जिले के बांध-बैराज खाली पड़े हैं। सबसे बड़े जलाशय मोंगरा में पानी खत्म होने के कगार पर है। इसके अलावा दूसरे जलाशयों में भी पानी की कमी दिख रही है। मोहारा एनीकट में मौजूदा पानी का स्टॉक पर्याप्त नहीं रह गया है। जल्द बारिश नहीं होने से पेयजल की समस्या खड़ी हो सकती है। उधर किसानों के लिए भी हालात चिंताजनक बन गए हैं। मौसम विभाग ने जून के पहले पखवाड़े में मानसून के सक्रिय होने की संभावना जाहिर की थी।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के आधार पर किसान खेती कार्य में जुटे हुए हैं। खेतों की सफाई के बाद जुताई के लिए किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी के कारण तय समय पर जुताई नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि तेज गर्मी से वाष्पीकरण भी तेज हुआ है। तालाब और अन्य पानी के स्रोत लगभग सूखे के जद में आ गए हैं। जून में तापमान आमतौर पर 40 से कम रहता है, लेकिन इस बार तापमान बढ़ा हुआ है। इसके पीछे मौसम विभाग ने ग्लोबल वार्मिंग को एक वजह बताया है। मानसून की देरी से किसानों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। मौसम विभाग ने इसके बावजूद प्रदेश में सौ फीसदी बारिश होने का अनुमान जाहिर किया है।