महासमुन्द
![मानसूनी बारिश से अंचल खुशगवार, किसानों को राहत मानसूनी बारिश से अंचल खुशगवार, किसानों को राहत](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719480276ahasamund-11.jpg)
धान की बोआई करते पूर्व सांसद चुन्नी लाल साहू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,27जून। कल शाम पहली मानसूनी बारिश से अंचल खुशगवार हो गया है। लंबे समय से इंतजार कर रहे किसानों को भी इस बारिश से राहत मिली है। संभावना है कि अब 1-2 दिवस में ही कृषि कार्यों में तेजी आ जाएगी। मौसम विज्ञान केंद्र भलेसर के वैज्ञानिकों ने कयास लगाया है कि महज 1 जुलाई से मानसून का अच्छा सिस्टम बन जाएगा तथा वर्षा में भी वृद्धि होगी। सप्ताह भर से उमस वाली गर्मी से लोगों को कल शाम राहत मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार कल सुबह से ही बारिश का पूर्वानुमान लगाया जा रहा था कि दोपहर ढलते ही मेघ जमकर बरसे। शाम लगभग 7 बजे के आसपास तक शहर में अच्छी बारिश हुई। अब कहा जा रहा है कि इतनी बारिश में किसान बोनी शुरू कर सकते हैं।
जिला कृषि अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के साधन संपन्न किसान पहले ही 9 हजार हेक्टेयर में बोनी कर चुके हैं। अब मानसून पर आश्रित किसानों के लिए यह बहुत अच्छा समय है। सही समय में किसानों के पक्ष में अच्छा बत्तर बना है।
कृषि विज्ञान केंद्र भलेसर की रिपोर्ट के अनुसार एक द्रोणिका मध्य गुजरात से पूर्वी विदर्भ तक 3.1 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पश्चिम राजस्थान से मणिपुर तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तथा उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 1.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। कृषि विज्ञान केन्द्र भालेसर के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री वर्मा के मुताबिक प्रदेश में आज 27 जून को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। प्रदेश में 1-2 स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने, वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट संभावित है। भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: दक्षिण छत्तीसगढ रहने की संभावना है।
उनका कहना है कि अगले पांच दिनों तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की सम्भावना बनी हुई है। इस दौरान गरज.चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। वैज्ञानिकों ने वर्षा के साथ वज्रपात, अंधड़ के आसार बन रहे हैं। बताया गया कि प्रदेश में आगामी पांच दिनों में मौसम में परिवर्तन की संभावना दिखाई दे रही है।
एफ आर कश्यप उप संचालक कृषि, महासमुंद का कहना है कि यह मौसम किसानों के लिए बीज बोने, थरहा लगाने के लिए बहुत अच्छा समय है। मालूम हो कि इस बार किसानों ने खेतों की प्रारंभिक तैयारियां पूर्व में ही कर ली थी। फलस्वरूप बारिश से भूमि तैयार हो गई है। यदि आज कल और अच्छी बारिश हो गई तो अच्छा बत्तर बन जाएगा। अब तक 9 हजार हेक्टेयर में बोनी हो चुकी है।