महासमुन्द
![पूर्व विधायक अखबारी शेर बनने के बजाय जनता की सेवा में लगें-चोपड़ा पूर्व विधायक अखबारी शेर बनने के बजाय जनता की सेवा में लगें-चोपड़ा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719748932G_LOGO-001.jpg)
महासमुंद,30 जून। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा ने पूर्व विधायक विनोद चंद्राकर द्वारा जन समस्या निवारण हेतु चलाए जा रहे अभियान पर टिप्पणी को उनकी अज्ञानता एवं मूर्खता का द्योतक बताया है। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि विनोद चंद्राकर की निष्क्रियता के कारण उनके कार्यकाल के ही राजस्व प्रकरण पेंडिंग पड़े हैं। जिन्हें चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से निपटाया जा रहा है। रेत, शराब, जमीन और ट्रांसफर पोस्टिंग में लगे पूर्व विधायक को ध्यान ही नहीं रहा कि उनके क्षेत्र की जनता उनसे मिलने और समस्या निराकरण की आश में उनके कार्यालय और शासकीय कार्यालय के चक्कर में अपनी चप्पल घिस रही है।
डॉ. चोपड़ा का कहना है कि सत्ता के मद में चूर विनोद चंद्राकर ने 5 साल के कार्यकाल में एक बार भी कलेक्टोरेट के अलावा किसी भी कार्यालय में गए ही नहीं। अपने शागिर्दों से घिरे विनोद चंद्राकर को अंधेरा भी उजाला दिखता रहा और अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत चरितार्थ हुई। फिल्मी दुनिया के सुपरस्टार राजेश खन्ना अपने चमचों की जी हुजूरी से डूब गए। वैसे ही विनोद चंद्राकर का हाल हुआ और पार्टी को उनकी टिकट काटनी पड़ी। जनता की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर सरपंच तक भेंट मुलाकात का कार्यक्रम आयोजित करते रहे। जिसकी जानकारी शायद विनोद चंद्राकर को नहीं उनके मुख्यमंत्री भी जनता की समस्या को लेकर गांव, शहर में कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं। डॉ. चोपड़ा ने का है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश है कि जन समस्या को लेकर कार्यकर्ता अधिकारियों से सौहाद्रपूर्ण माहौल में समस्या हल करें।
यदि अधिकारी उद्दंडता करें तो इसकी शिकायत मंत्री एवं संगठन से कर कार्यवाही कराएं एवं अधिकारियों के रवैय्ये में परिवर्तन लायें। डॉक्टर चोपड़ा ने कहा कि इस संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव से चर्चा हो चुकी है और उन्होंने जनता के कार्यों को संपादित करने हेतु कार्यकर्ताओं को कार्यालय में जाने एवं सौहाद्रपूर्ण माहौल में समस्या के निपटारे की खुली छूट दी है।