महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 जून। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने निवास में मीसा बंदियों को शाल, श्रीफल व मासिक नगद राशि प्रदान कर सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह के लिए सरायपाली निवासी जनसंघ पार्टी के वरिष्ठ जगदीश लाल उबोवेजा को भी सपरिवार आमंत्रित कर सम्मानित किया गया।
लगभग 90 वर्षीय जगदीश लाल उबोवेजा जनसंघ के सबसे पुराने सदस्य रहे हैं। इनके तीन पुत्र हैं। पुत्र कमलजीत उर्फ पप्पू भाजपा से जुड़े हैं। एक बेटा शम्मी उबोवेजा आरएसएस के वर्तमान में पदधिकारी हैं तथा तीसरा बेटा विपिन उबोवेजा भाजपा के सक्रिय पदाधिकारी हैं। सम्मान समारोह के दौरान जगदीश के साथ उनका पुत्र विपिन उबोवेजा भी उपस्थित थे। सम्मान प्राप्त जगदीश लाल उबोवेजा कहते हैं कि इस बात की खुशी है कि भाजपा सरकार द्वारा आपातकाल के दौरान मीसाबंदियों को पुन: याद किया गया।
उन्होंने रायपुर सेंट्रल जेल में 18 माह के कष्ट व यातनादायक समय को याद करते हुए कहा कि आपातकाल के खिलाफ स्थानीय स्तर पर अपनी पत्नी, बच्चों एवं व्यापार की परवाह किए बगैर जबरदस्त विरोध किया था। जिसके परिणामस्वरूप उन्हें व अन्य विरोधियों को केंद्र की कांग्रेस सरकार ने रायपुर सेन्ट्रल जेल में ठूंस दिया। सभी मीसाबंदियों को भारी यातनाएं व सजाएं दी गई। मीसा बंदीअपने परिजनों से मिलना तो दूर की बात, बात करने से भी कतराते थे। उस वक्त सरकारी तंत्र का डर इतना अधिक हावी था कि नेताओं को कभी भी किसी वक्त बिना कुछ कहे बिना वारंट के सीधे जेल में कर बंद कर दिया जाता था। परिजन रोते बिलखते रहते थे।
श्री उबोवेजा ने बताया कि पूर्व राज्य मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने के अथक प्रयास से छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उन्हें सम्मानित किया था। छत्तीसगढ़ में पुन: भाजपा की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने निवास स्थान में मीसा बंदियों को शाल, श्रीफल व मासिक नगद राशि प्रदान कर सम्मानित किया।