महासमुन्द
महासमुंद, 27 जुलाई। जिले भर के 4 केंद्रों में कल शुक्रवार को दसवीं, बारहवीं की द्वितीय मुख्य परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। कल प्रथम दिवस छात्र-छात्राओं ने अंग्रेजी विषय का पर्चा दिया। जिले में लगभग 12 सौ परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए। इसमें किसी विषय पर पूरक आ चुके ऐसे विद्यार्थी तथा श्रेणी सुधार वाले विद्यार्थी शामिल थे। इस परीक्षा की खासियत यह है यदि अंक बढ़े तो बढ़े हुए अंक को माना जाएगा और यदि अंक काम हो गए तो पूर्व मार्कशीट को ही महत्व दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक शिक्षा सत्र में दो बार मुख्य परीक्षा लेने की सूचना साधारण राजपत्र में प्रकाशित की गई थी। फलस्वरूप सीबीएसई की तर्ज पर छत्तीसगढ़ बोर्ड द्वारा भी एक शैक्षणिक सत्र में 10 वीं एवं 12 वीं की दो बार मुख्य परीक्षा लेने का फैसला शासन ने लिया। पहली बार यह परीक्षा संपन्न हुई है। इस परीक्षा से छात्र.छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिल रही है। पहली मुख्य परीक्षा मार्च में आयोजित की गई थी। जिसमें कक्षा 10वीं में 14851 तथा 12वीं में 10324 विद्यार्थी कुल 25175 विद्यार्थी शामिल हुए थे।
पहली परीक्षा में पंजीकृत विद्यार्थी ही दूसरी परीक्षा के लिए पात्र हैं। दूसरी मुख्य परीक्षा के दौरान विषय में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया। दूसरी परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए विद्यार्थियों ने पुन: आवेदन किया था। वे विद्यार्थी जो पूरक के पात्र हैं, जो सभी विषयों में अनुत्तीर्ण हैं एवं श्रेणी सुधार संपूर्ण विषय के छात्र भी शामिल हुए हैं। पहली परीक्षा में प्रोतीर्ण छात्र अंक सुधार एक विषय, दो विषय या अधिक विषय में परीक्षा देने आवेदन किया था। पहली परीक्षा में आवेदन भरने के बाद अनुपस्थित रहे ऐसे विद्यार्थी भी इसमें शामिल थे। दूसरी परीक्षा का परिणाम दोनों परीक्षाओं में से विषयवार अधिक प्राप्तांक के आभार पर तैयार किया जाएगा।
डीईओ मोहन राव सावंत का कहना है कि विद्यार्थियों को अंक कम आने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है। यदि अंक कम आए तो प्रथम परीक्षा के अंक को ही माना जाएगा। उदाहरण के लिए प्रथम परीक्षा में यदि 75 अंक मिले और द्वितीय में यदि 70 तो 75 को ही माना जाएगा-।