धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 26 जुलाई। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के आह्वान पर प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में अपने 11 सूत्रीय संवैधानिक मांगो एवं 9 सूत्रीय स्थानीय मांगों को लेकर सर्व आदिवासी समाज नगरी का छठवां दिन भी अनवरत जारी रहा।
इस प्रदर्शन को सहमति देने एवं आवाज बुलंद करने प्रदेश प्रमुख संरक्षक अरविंद नेताम (पूर्व केंद्रीय मंत्री) एवं प्रदेश अध्यक्ष सोहन पोटाई (पूर्व सांसद) का नगरी आगमन हुआ।
नगरी क्षेत्र के सामाजिक युवाओं ने विशाल बाइक रैली कर सिहावा रेस्ट हाउस से धरना स्थल रावण भाटा नगरी तक भव्य स्वागत कर लाया।
सभा को संबोधित करते हुए अरविंद नेताम प्रदेश संरक्षक ने कहा आरक्षण से वंचित रखने का प्रयास प्रदेश में पहली बार हो रहा है। आजादी के 74 वर्षों के बाद भी हमें संवैधानिक अधिकारों से वंचित रखना बहुत ही गंभीर निंदनीय कृत्य है। बिना ग्राम सभा के सहमति से प्रदेश में खदाने संचालित हो रही है खुलेआम पेशा कानून,पांचवी अनुसूची का उल्लंघन हो रहा है। जो समाज संघर्ष करेगा वही अस्तित्व में रह पाएगा।
प्रदेशाध्यक्ष सोहन पोटाई ने कहा छ.ग. सरकार गूंगा बहरा अंधा हो चुका है। जिसे अब तक प्रदेश का सबसे बड़ा प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन हमारा संवैधानिक मांगो को लेकर बैठे समाज का सुध नहीं ले रहा है। यह हमारी संवैधानिक मांग मात्र नहीं है। कांग्रेस सरकार में आने से पूर्व अपने घोषणा पत्र में यह सभी वादे किये थे जिससे आज मुकर रही है।
समाज को धोखा दे रहे है। हमारी मांग जायज है, अगर यह जल्द से जल्द पूरी नहीं होती है तो यह आंदोलन उग्र होगा आने वाले समय में आर्थिक नाकेबंदी करने का निर्णय समाज ने लिया है।
सभा स्थल पर प्रदेश सचिव विनोद नागवंशी, जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष महेश रावटे , वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामप्रसाद मरकाम, जिला कोषाध्यक्ष पीलाराम नेताम, तहसील अध्यक्ष उमेश देव, धु्रव गोंड समाज अध्यक्ष छेद प्रकाश कौशिल, हल्बा समाज संभागीय अध्यक्ष मोहन पुजारी, जिला युवा अध्यक्ष प्रमोद कुंजाम, कोषाध्यक्ष संतोष गंगेश, युवाध्यक्ष नगरी संत नेताम, उप्पध्यक्ष महेंद्र नेताम, महिला अध्यक्ष बुधनतीन नेताम, उपाध्यक्ष फुलेश्वरी नेताम, सचिव तारेश्वरी मरकाम, हेमलाल मरकाम, मायाराम नागवंशी, जग्गू राम नेताम, पिंगल गोटा, नारायण सिंह नेताम, देवगन नेताम, जोहत नेताम, अरविंद नेताम, पूरन नेताम, जितेंद्र ठाकुर, पोखन नेताम, दिनेश मंडावी, वेदप्रकाश मंडावी, तानुज चन्द्र धु्रव, खिमाशु मरकाम, तरूण धु्रव, नरसिंग मरकाम, सतीश नेताम, राकेश कुन्जाम, केवल नेताम, शोभाराम ठाकुर, शत्रुघ्न साक्षी, बंशीलाल शोरी, अनिल सलाम, पवन देव, महेंद्र नेताम, राधे नेताम, जसवंत देव, शंकर सलाम, बलराम शोरी, रामप्यारी कवाची, कुंजल देव, रामेश्वर नेताम, मनोज ठाकुर, घासी राम नेताम, धनशु नेताम, सुभाष नेताम,केजू राम नेताम, सियाराम मंडावी, पूरन नेताम, संतोष कुमार, प्रितम नेताम, देवराज समरत, चेतराम, विजय, छवि लक्ष्मण, समारू, धनेश्वरी नेताम, सुमन नेताम, आरती धु्रव, कुमारी धुव, सत्यवती नेताम, समेत नगरी क्षेत्र के भारी संख्या में सामाजिक जनों की उपस्थित थी। मंच का संचालन ईश्वर मंडावी के द्वारा किया गया।